ये हैं भारत की सबसे ठंडी जगहें, जहां -40 डिग्री तक चला जाता है तापमान
सियाचिन न केवल भारत के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है, बल्कि उत्तरी धु्रव की सबसे ठंडी जगहों में भी इसका नाम आता है। कई बार यहां का न्यूनतम तापमान -40 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। यहां तक कि गर्मियों में भी यहां तापमान-0 डिग्री सेल्सियस रहता है।
दूसरे नंबर पर तवांग का सेला पास इलाका आता है। अरुणाचल प्रदेश के इस खूबसूरत इलाके में खूब ठंड पड़ती है। यहां तापमान -15 डिग्री तक चला जाता है। लेकिन ये इतना मनोरम है कि अक्टूबर, नवंबर, मार्च, अप्रैल और मई के महीने में लोग इसे देखने के लिए जाते हैं। तब यहां बर्फ कुछ कम होती है। लेह लद्दाख के बारे में आपने पढ़ा होगा। यहां गर्मी के दिनों में भी तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। सर्दी के दिनों में तो कई बार यहां टेंपरेचर -12 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे रहता है। यहां स्नोफॉल बहुत ज्यादा होता है, जिसका मजा लेने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं। चौथे नंबर पर कीलॉन्ग का जिक्र आता है। समुद्र तल से लगभग 3340 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह बर्फीले पहाड़ों से घिरी हुई है। अक्सर यहां का तापमान -2 डिग्री से भी नीचे चला जाता है। यहां मनाली, लेह जाने वाले काफी टूरिस्ट आते हैं। लाचेन और थांगु घाटी भी भारत की सबसे ठंडी जगहों में से एक हैं। यहां तापमान अक्सर शून्य से नीचे चला जाता है। 2,500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस जगह को देखने के लिए दुनियाभर से सैलानी आते हैं। यहां भारी स्नोफॉल कंपा देने वाला होता है। कारगिल और द्रास अपने खूबसूरत नजारों और बर्फीले पहाड़ों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां भी तापमान अक्सर शून्य से नीचे चला जाता है। लद्दाख का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले द्रास में तो भयंकर स्नोफॉल होता है।