पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह को आज तक का वीडियो रीट्वीट करना पड़ा भारी, हो गयी एफआईआर

  • एक साल में चार एफआईआर हो गयी इस तेजतर्रार पूर्व आईएएस अफसर पर
  • सरकार की नाकामी खोलना भारी पड़ रहा है इस ईमानदार अफसर को
  • अपनी गलती सुधारने की जगह सरकार दमन करने पर उतरी इस अफसर का
  • आज रात आठ बजे 4पीएम के यू ट्यूब चैनल 4PM न्यूज़ नेटवर्क पर देखिए देश के जाने-माने पत्रकारों की इस विषय पर राय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क  लखनऊ। कोरोना मरीजों की हालत पर पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह को प्रदेश सरकार को आईना दिखाना महंगा पड़ गया। एक मरीज का शव सीवर में मिलने का आजतक का वीडियो रीट्वीट करने पर पूर्व आईएएस अफसर के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। एक साल में उनके खिलाफ अब तक चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। वहीं सरकार अपनी गलती सुधाने की जगह ईमानदार अफसर का दमन करने पर उतारू है। दूसरी ओर सूर्य प्रताप सिंह का कहना है कि मेरे ऊपर मुकदमा करने से अगर मरीजों को ऑक्सीजन मिलती है, गरीबों को दवाई मिलती है, बेड मिलता है, तो मैं ऐसे हर मुकदमे का स्वागत करता हूं। पूर्व आईएएस सूर्यप्रताप सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एफआईआर दर्ज हुई है। उन पर कोरोना काल का एक पुराना वीडियो ट्वीट करने का आरोप है। हालांकि सूर्यप्रताप सिंह ने दावा किया है कि वीडियो असली है, वहीं वाराणसी पुलिस का दावा है कि वीडियो पुराना है। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह के ऊपर सालभर के अंदर यह चौथी एफआईआर है। गौरतलब है कि पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह मोदी-योगी सरकार के मुखर आलोचक हैं, ट्विटर के जरिये आलोचना करते रहते हैं, बार-बार एफआईआर दर्ज होने के बाद सूर्य प्रताप सिंह ने एक ट्वीट पिन किया है, उसमें लिखा है, Ó25 साल में 54 ट्रांसफर जब मेरी सदनीयत व नीतियां नहीं बदल सके तो एक एफआईआर क्या बदलेगी? सत्य पक्ष हमेशा सत्ता पक्ष पर भारी पड़ता है। जय हिंद। उन्होंने एक और ट्वीट किया, योगी सरकार सिर्फ तीन चीजों की बुनियाद पर खड़ी है। प्रचार, प्रचार और प्रचार। सरकार के मुताबिक़ करोड़ों घरों तक सर्वे हो गया, सभी को दवाइयां मिल गयीं, हर घर तक उनके लोग जा रहे हैं और हालचाल ले रहे हैं। असलियत पूरे देश को पता है, सरकार अहंकार में चूर गरीब का मजाक उड़ा रही है। वहीं इस मामले पर आज रात आठ बजे 4 पीएम के यू-ट्यूब चैनल 4PM न्यूज़ नेटवर्क पर देश के जाने माने पत्रकारों की इस विषय पर राय लाइव करेगा।
उत्तर प्रदेश पुलिस की प्राथमिकता का जवाब नहीं। बनारस में घटित हुई इस ‘सत्य घटनाÓ को ट्वीट करने पर मेरे ऊपर मुकदमा लिख दिया गया है। आरोप है ‘घटना तो पहले हुई, ट्वीट आज कैसे कर दिया गयाÓ। आपको तकलीफ बस इतनी सी है कि मैं ऑक्सीजन पर सवाल क्यूं पूछ रहा हूं।
सूर्य प्रताप सिंह, पूर्व आईएएस

अलीगढ़ के एएमयू में कोरोना का तांडव, अब तक चालीस से अधिक मौते
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन ने जीनोम जांच के लिए भेजे सैंपल
  • वीसी ने कोरोना के नए वैरिएंट की जतायी आशंका, मौतों से दहशत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. अलीगढ़। अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कोरोना ने कहर मचा दिया है। महामारी से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अब तक यहां करीब 40 से अधिक शिक्षक और कर्मचारियों की मौतें कोरोना से हो चुकी हैं। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के विकसित होने की आशंका जताई है। विश्वविद्यालय ने अपनी लैब में एकत्र किये गए सैंपल्स को दिल्ली की सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ जिनॉमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायॉलजी में जांच के लिए भेजा है। नए वैरिएंट की आशंका से हड़कंप है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कोरोना से संक्रमित होने के बाद 20 दिनों के अंदर 16 वर्किंग और 10 रिटायर्ड फैकल्टी मेंबर्स के साथ 40 से अधिक शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने आईसीएमआर के डीजी को पत्र लिखकर कहा है कि वह जितना जल्द हो सके, सैंपल्स की जीनोम स्टडी कराएं, जिससे यह पता चल सके कि क्या यूनिवर्सिटी में कोरोना का नया म्यूटेंट विकसित हुआ है या नहीं। हालांकि आईसीएमआर या सरकार ने अभी इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वैक्सीनेशन को उमड़ी युवाओं की भीड़
उत्तर प्रदेश के 11 और जिलों में आज से 18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। अब कुल 18 जनपदों में 18-44 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। इस दौरान वैक्सीनेशन सेंटर पर युवाओं की भीड़ उमड़ी रही। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ व बरेली में 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों के लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है। आज से अलीगढ़, आगरा, गाजियाबाद, झांसी, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, मथुरा, अयोध्या, शाहजहांपुर व गौतमबुद्ध नगर में 18-44 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है।
सुप्रीम कोर्ट में कोविड प्रबंधन मामले पर सुनवाई स्थगित
नई दिल्ली। कोविड-19 से जुड़े ऑक्सीजन, ड्रग समेत तमाम अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई स्थगित कर दी गई है। रविवार शाम को केंद्र की ओर से इस मामले में 218 पेज के हलफनामे में कोर्ट के सभी सवालों के जवाब दिए गए थेे। केंद्र ने कहा बड़े जनहित में ये फैसला कार्यपालिका पर छोड़ दिया जाए किसी भी न्यायिक हस्तक्षेप की इसमें जरूरत नहीं है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को आदेश दिया था कि दिल्ली व कर्नाटक के लिए रोज ऑक्सीजन की सप्लाई क्रमश: 700 व 1200 मीट्रिक टन निश्चित किया जाए।
24 घंटे में तीन लाख 66 हजार से अधिक संक्रमित
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भारत में तबाही मचा रही है। इस संक्रमण से पीड़ित मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। रविवार के मुकाबले आज मरीजों की संख्या में थोड़ी कमी देखने को मिली है। पिछले चार दिनों से मरीजों की संख्या चार लाख के पार जा रही थी लेकिन आज थोड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भारत में 3 लाख 66 हजार 161 नए मरीज सामने आए हैं जबकि 3754 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई है। वहीं पिछले 24 घंटों में 3 लाख 53 हजार 818 लोगों ने कोरोना को हरा दिया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button