भाजपा हटाओ, संकट मिटाओ: अखिलेश
- भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हुए सपा प्रमुख
- बोले- संविधान विरोधी क ाम क र रही बीजेपी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आगरा। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश ने आगरा में बीजेपी व मोदी व योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने अपने संबोधन में भाजपा हटाओ, संकट मिटाओ का नारा देते कहा, आज लोकतंत्र और संविधान संकट में है। भाजपा सरकार लोकतंत्र खत्म कर रही है। संविधान विरोधी काम कर रही है। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने संविधान में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों को जो हक दिया था उसे भाजपा सरकार ने छीना है।
आज देश के सामने लोकतंत्र और संविधान बचाने की चुनौती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, पूरे देश ने देखा कि भाजपा ने कैसे चंडीगढ़ (महापौर चुनाव) में वोट लूटने का काम किया। लोकसभा चुनाव में भाजपा हारेगी तभी लोकतंत्र और संविधान बचेगा। इंडिया गठबंधन एकजुट है। मजबूत है। एकजुट इंडिया गठबंधन भाजपा के राजग को हराएगा। उन्होंने कहा, आज किसान सरकार के खिलाफ खड़े हैं। सरकार किसानों की ताकत से डरी हुई है। आने वाले समय में भाजपा हटेगी और इंडिया गठबंधन की सरकार किसानों को सम्मान देगी। अखिलेश ने यह भी कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह इतने सालों के बाद भी नहीं मिला है और जो मिल रहा था, उसे भाजपा ने छीन लिया है। यात्रा को पहले अलीगढ़ से हाथरस जाना था लेकिन वहां जाने के बजाय सीधा आगरा पहुंची। टेढ़ी बगिया पर बड़ी संख्या में सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे। राहुल, अखिलेश और प्रियंका को देखने के लिए लोग अपने घरों की छतों पर खड़े नजर आए। तीनों नेताओं ने भी उनका अभिवादन स्वीकार किया। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा में आगरा में शामिल हुए। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बनने के बाद राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहली बार एक साथ नजर आए।
सपा और कांग्रेस के पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी के नेताओं के समर्थन में नारे लगाए। आगरा में रोड शो के दौरान राहुल और अखिलेश ने हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया। उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी मौजूद थीं।
अखिलेश से मिलकर मिटाएंगे नफरत : राहुल गांधी
राहुल ने अपने संबोधन में कहा, मैं, प्रियंका और अखिलेश मिलकर नफरत को मिटाने निकले हैं। ये देश मोहब्बत का है। पहली लड़ाई नफरत को खत्म करने की है। नफरत को मोहब्बत से मिटाएंगे। उन्होंने कहा, लोगों ने मुझसे कहा है कि इस नफरत का कारण अन्याय है। गरीबों और महिलाओं पर अन्याय हो रहा है, इसलिए हमने भारत जोड़ो यात्रा में न्याय शब्द जोड़ दिया है। राहुल ने कहा कि देश में पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग के करीब 88 प्रतिशत लोग हैं लेकिन देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रबंधन में इस वर्ग के लोग नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा, ये लोग आपको मनरेगा, अनुबंधित श्रमिक की सूची में मिलेंगे। हमें यही बदलना है और यही सामाजिक न्याय का मतलब है। इससे पहले, अलीगढ़ में राहुल ने कहा, भारतीय बाजारों में चीन निर्मित सामान की बाढ़ के कारण देश में स्वदेशी लघु और कुटीर उद्योग और कारीगर बुरी तरह से पीडि़त हो रहे हैं, जिसका विपणन बड़े पैमाने पर कॉर्पाेरेट समूह के व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है। राहुल गांधी ने ताला उद्योग की नगरी अलीगढ़ में चीन निर्मित सामान की बिक्री का मसला उठाया और स्थानीय कारीगरों के मर्म को छूने की कोशिश की। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने सोशल मीडिया मंच एक्स के अपने आधिकारिक हैंडल पर राहुल और प्रियंका की न्याय यात्रा का अलीगढ़ का वीडियो साझा करते हुए कहा, जननायक (राहुल गांधी) और लोक नेत्री (प्रियंका गांधी वाद्रा) के साथ एकता, भाईचारा और सद्भाव का संदेश देते चलती भारत जोड़ो न्याय यात्रा। यह जनसैलाब आने वाली पीढिय़ों को संदेश देगा कि जब कोई तानाशाह देश की अखंडता, संप्रभुता और संविधान को खत्म करने पर आमादा था तो हमने उसे इस यात्रा के माध्यम से रोकने का काम किया था।
अन्याय काल में बेरोजगारी सबसे बड़ा संकट : प्रियंका
यात्रा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा, अन्याय काल में बेरोजगारी सबसे बड़ा संकट बन गई है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, केन्द्र की भाजपा सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर सेना में जाने की तैयारी कर रहे नौजवानों का सपना तोड़ दिया। बड़ी-बड़ी सरकारी कंपनियां उद्योगपतियों को बेच डालीं। प्रियंका ने कहा, लाखों सरकारी पद खाली पड़े हैं, लेकिन सालों तक भर्तियां नहीं निकलतीं, निकलती हैं तो परीक्षा पत्र लीक हो जाता है। उन्होंने यह भी दावा किया, भर्तियों में भ्रष्टाचार है। आज गरीब, मजदूर, किसान, दलित, आदिवासी, पिछड़े और मध्य वर्ग के युवा निराश हैं। उनके सामने भविष्य की कोई उम्मीद नहीं बची है। उन्होंने आह्वान किया, आइए, इस अन्याय के खिलाफ हम सब एकजुट हों- न्याय का हक मिलने तक लड़ाई जारी रखें।