क्या आप जानते हैं, हवाई जहाज में हमेशा दाएं तरफ से ही क्यों चढ़ते हैं लोग ?

गर्मियों की छुट्टियों का मौसम में कई लोग लंबी दूरी की यात्रा में हवाई जहाज का सफर खूब करते हैं। कई लोगों के लिए यह पहला सफर होता है तो कुछ लोगों के लिए हवाई यात्रा अक्सर किया जाने वाला सफर होता है। विमान पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुए हैं, लेकिन हम उन पर कैसे चढ़ते हैं, यह कभी नहीं बदला है। लोगों का इस बात पर ध्यान नहीं जाता है। कि यात्री विमान में हमेशा बाईं ओर से ही चढ़ते हैं। इसका एक दिलचस्प कारण द एविएशन हिस्टोरियन के प्रबंध संपादक माइकल ओकले ने बताया है। व्यवसायिक विमानों को शुरू में परंपरा के कारण बाईं ओर यात्री दरवाजे के साथ डिजाइन किया गया था, अब यह दक्षता का मामला बन गया है। माइकल ने अफार को समझाया, ज्यादातर विमानन शब्दावली की उत्पत्ति समुद्री अनुभवों और ज्ञान (पतवार, कॉकपिट, केबिन, बल्कहेड, नॉट्स, आदि) से हुई थी, और इसी तरह, वैमानिक तरीकों में चीजों को करने का आधार भी बहुत कुछ नौकायन ही है। जिस तरह बंदरगाह में जहाज का किनारा परंपरागत रूप से गोदी से सटा होता है, तो विमान भी वैसा ही होता है। यही कारण है कि वहां भी लोगों ने बंदरगाह की तरह ही बाईं तरफ से चढऩा जारी रखने का फैसला किया। जहाज के दाहिनी ओर (स्टारबोर्ड) पर स्टीयरिंग ओअर रखे जाने के कारण नावों को इस तरह से डिजाइन किया गया था। इसलिए यात्रियों और कार्गो को विपरीत दिशा में लादना आदर्श बन गया।
इसके बाद यही तरीका विमान तक पहुंचाया गया, जब तक कि 1930 और 40 के दशक में यूनाइटेड एयरलाइंस ने अपने दरवाजे दाईं ओर नहीं रखे। समय के साथ यह बहुत अधिक कुशल हो गया कि सभी लोग एक ही तरफ से अलग-अलग विमानों में चढ़ें और एक ही टर्मिनल का उपयोग करें।

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