अबकी बार विपक्षी नकेल वाली होगी मोदी की सरकार

  • अन्य दल भी चाहते हैं उचित सम्मान
  • इंडिया गठबंधन ने कहा- सकारात्मक विपक्ष की भूमिका में रहेंगे
  • राजग के पीएम होंगे मोदी, 8 को ले सकते हैं शपथ
  • नीतीश व नायडू ने बनाया दबाव, की कई बड़ी मांग
  • नीतीश कुमार अभी दिल्ली में डटे रहेंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संभवत: 8 जून को भाजपा व राजग के नेता नरेन्द्र मोदी देश के नए प्रधानमंत्री का शपथ ले लेंगे। राजग के दो प्रमुख सहयोगी दल जदयू व टीडीपी ने समर्थन देने का पत्र दे दिया है। उधर सूत्रों द्वारा खबर आ रही है कि दोनों दलों ने कई मंत्री पद व अहम मांगे रखीं है। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी उनकी मांगों को मानने पर विचार करेगी। इसके लिए शीर्ष नेताओं की कमेटी बना दी गई है। वो सहयोगियों से चर्चा कर रहें है। उधर इंडिया गठबंधन ने फिलहान सकारात्म विपक्ष की भूमिका में रहने का फैसला किया है।
सियासी गलियारें में यह चर्चा चल रही है इस बार मजबूत विपक्ष के दबाव में चलेगी नई सरकार। इससे पहले प्रधानमंत्री के पद से बुधवार को नरेंद्र मोदी इस्तीफा दे चुके हैं। नरेंद्र मोदी ने राष्टï्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर उनको अपना इस्तीफा सौंपा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी प्रधानमंत्री और मंत्री परिषद के तौर पर उनका इसी का स्वीकार कर चुकी हैं। वहीं उन्होंने नई सरकार के गठन होने तक प्रधानमंत्री से गुजारिश की है कि वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पद पर बने रहे। विपक्षी नेतृत्व इंडिया ब्लॉक ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
कैबिनेट में शामिल होने या नही होने का फैसला लेने से पहले तक नीतीश कुमार दिल्ली में रहने वाले है। नीतीश कुमार अगर सत्ता पक्ष को समर्थन देते है तो वो कैबिनेट में चार मंत्री पद भी मांग सकते है। 8 जून को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले गठबंधन की पार्टियों जैसे टीडीपी, जेडीयू और जेडीएस ने समर्थन देने की एवज में अपनी मांग भी सामने रख दी है। जेडीएस ने कृषि मंत्रालय मांगा है जबकि टीडीपी स्वास्थ्य, परिवहन और शिक्षा जैसे मंत्रालय मांग सकती है। सूत्रों की माने तो जेपी नड्डा के घर पर अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में राजनाथ सिंह, अमित शाह जैसे बड़े नेता शामिल होंगे।

शपथ ग्रहण निमंत्रण पड़ोसी देशों के प्रधानमंत्रियों ने स्वीकारा

शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कई विदेशी मेहमानों को भी आमंत्रित किया गया है। बांग्लादेश और नेपाल के प्रधानमंत्रियों ने इस बात की पुष्टि भी कर दी है कि वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। एक दिन पहले जानकारी आई थी कि शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और मॉरीशस के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है। औपचारिक निमंत्रण गुरुवार को भेजे जाने की तैयारी है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने पुष्टि की है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। इससे पहले हसीना और उनके नेपाल समकक्ष दहल ने 18वीं लोकसभा चुनावों में एनडीए की जीत के लिए नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दी थीं।

मोदी नहीं चला सकते गठबंधन सरकार: राउत

  • बोले- नीतीश कुमार नायडू सबके दोस्त

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के एक दिन बाद एनडीए और इंडिया दोनों पक्षों में सौहार्दपूर्ण बातचीत हुई। उद्धव बालासाहेब ठाकरे सेना के नेता संजय राउत ने कहा कि गठबंधन सरकार चलाना नरेंद्र मोदी की ताकत नहीं है। संजय राउत ने कहा कि बीजेपी अब गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही है लेकिन वह अपने ही रवैये में मोदी की सरकार, मोदी की गारंटी की बात करते रहे। एनडीए के हिस्से के रूप में चुनाव लडऩे वाले नीतीश कुमार और एन चंद्रबाबू नायडू के गठबंधन के साथ रहने की संभावना है, लेकिन उन्होंने नई एनडीए सरकार से अपनी मांगें रखी हैं।

चंद्रबाबू नायडू 12 को ले सकते हैं सीएम पद की शपथ

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को लेनी है। संभावित तौर पर इस बार वो 12 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते है। इससे पहले जानकारी आई थी कि शपथ ग्रहण समारोह नौ जून को आयोजित होगा, मगर अब उसे 12 जून के लिए टाल दिया गया है। बता दें कि चंद्रबाबू नायडू के शपथ ग्रहण को इससे डाला गया है क्योंकि 8 जून को नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले हैं।

जनमत को नकारने की हर संभव कोशिश करेंगे मोदी : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने बैठक कर लोकसभा चुनाव के परिणाम और आगामी रणनीति पर चर्चा हुई। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताक़त से लड़े। आप सबको बधाई! 18वीं लोक सभा चुनाव का जनमत सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ़ है। चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत ना देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ संदेश दिया है। व्यक्तिगत रूप से मोदीजी के लिये यह ना सिर्फ़ राजनैतिक शिकस्त है, बल्कि नैतिक हार भी है। परन्तु हम सब उनकी आदतों से वाकिफ हैं। वो इस जनमत को नकारने की हर संभव कोशिश करेंगे। हम यहाँ से यह भी संदेश देते हैं कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान के प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते है और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों से प्रतिबद्ध है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए इंडिया ब्लॉक के सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया और कहा कि विपक्षी गठबंधन उन सभी पार्टियों का स्वागत करता है जो संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों के प्रति मौलिक प्रतिबद्धता साझा करते हैं।

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