भाजपा सरकार ने तोड़ा किसानों का भरोसा: अखिलेश
- न फसलों का समर्थन मूल्य मिला न दोगुनी हुई आय
- सपा प्रमुख ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की वार्ता
- 90 मजदूरों की लॉकडाउन में मौत पर सपा ने परिजनों को दी एक-एक लाख रूपए की मदद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को हमीरपुर के राठ विधानसभा क्षेत्र के मुस्करा गांव के किसानों से ‘किसान संवाद‘ कार्यक्रम के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। उन्होंने कहा कि किसान अगर खुशहाल नहीं है तो देश तरक्की नहीं कर सकता है। खाद्य की आपूर्ति कर किसानों ने कोरोना संक्रमण काल में काफी मदद की लेकिन भाजपा राज में किसान दु:खी हैं। भाजपा ने उसका भरोसा तोड़ा है। नोटबंदी और जीएसटी से किसानों के हाथ खाली है। किसान को न तो मक्का, धान की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला और न उसकी आय दुगनी हुई। समाजवादी पार्टी ने जो मंडिया बनवाई उन्हें भी समाप्त कर दिया। किसान कहां जाए?
उन्होंने कहा कि कृषि सुधार संबंधी कानून धोखा है। भाजपा ने भारत की बदनामी कराई है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। इस किसान विरोधी सरकार को हटाएंगे। लॉकडाउन में 90 मजदूरों के मरने पर समाजवादी पार्टी ने एक-एक लाख रूपए की मदद की। बुन्देलखण्ड का किसान गरीब है। महोबा में किसानों की आत्महत्या के मामले की जांच कराई गई थी। वहीं किसानों ने सपा प्रमुख को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। ग्राम कुल्हडा के जगमोहन राजपूत ने कहा कि किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं। खेत बचाना मुश्किल है। मुस्करा गांव के अली बख्श मंसूरी ने बताया कि नहर में पानी नहीं है। सिंचाई नहीं हो पा रही है। ग्राम इटालिया बाजार के राजनारायण लोधी ने कहा कि बीज, खाद, डीजल सब महंगी है। खाद की एक हजार की बोरी दो हजार में हो गई है। बिजली के कटौती से पलेवा नहीं हो पा रही है। बिजली का मनमाना बिल आ रहा है। ‘किसान संवाद‘ कार्यक्रम में किसानों ने अखिलेश यादव से कहा कि 2022 में आपके मुख्यमंत्री होने और समाजवादी सरकार बनने पर ही हमारी तकलीफें दूर होंगी। भाजपा राज से तो कोई उम्मीद नहीं है।
कार्तिक पूर्णिमा: दो लाख दीपकों से जगमगाया उपवन घाट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
्रलखनऊ। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मनकामेश्वर का उपवट घाट दो लाख दीपकों की रोशनी से जगमगा उठा। इस मौके पर गोमती की आरती की गई। मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने आरती कर माहौल को भक्ति से सराबोर कर दिया। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मनकामेश्वर उपवन घाट पर पहली बार 5100 गोबर के दीपकों से आरती कर उन्हें गोमती में प्रवाहित किया गया।