प्रयागराज में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष को बदमाशों ने गोली मारी

गंभीर हालत में भर्ती, भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष है अजय शर्मा

  • एसएसपी ने आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का दिया आश्वासन

लखनऊ। प्रयागराज के फाफामऊ थाना क्षेत्र में भाजपा किसान मोर्चा गंगापार के जिला उपाध्यक्ष अजय शर्मा को गोली मार दी गई। बदमाशों ने कल देर रात में वारदात को अंजाम दिया। गंभीर अवस्था में भाजपा नेता को स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर शहर के निजी अस्पताल में उनका इलाज हो रहा है। थानाध्यक्ष ने बताया कि गोली पेट व कंधे पर लगी है। उन्हें पांच गोली मारी गई है। फिलहाल जानलेवा हमला करने वालों की तलाश की जा रही है। भाजपा किसान मोर्चा गंगापार के जिला उपाध्यक्ष अजय शर्मा को गोली मारने के बाद पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर आईजी राकेश सिंह और डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने पहुंच कर जायजा लिया। एसएसपी ने जल्द से जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार फाफामऊ थाना क्षेत्र के लेहरा गांव में भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अजय शर्मा पुत्र राजकुमार शर्मा परिवार के साथ रहते हैं। बताते हैं कि 35 वर्षीय अजय सोमवार रात में घर से किसी काम से बाहर गए थे। रास्ते में अज्ञात आधा दर्जन बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। अपने को बदमाशों से घिरा देख अजय शर्मा बचने के लिए भागने लगे। बदमाशों ने इस बीच उन पर पांच राउंड फायरिंग की। इस दौरान उन्हें पांच गोली लगी है। गोली पेट व कंधे में लगी है। फायरिंग की आवाज ओर भाजपा किसान मोर्चा के नेता अजय की चीख सुनकर ग्रामीण उस तरफ भागे। ग्रामीणों को अपनी ओर आता देख बदमाश कई राउंड फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए। अजय के परिवार के सदस्यों व ग्रामीण पुलिस को सूचना देकर तत्काल गंभीर अवस्था में उन्हें शहर स्थित स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले गए। वहां अजय की हालत नाजुक देख स्वजनों ने शहर के आनंद नर्सिंग होम में भर्ती कराया है। स्वजनों का कहना है कि अजय शर्मा को आधा दर्जन के करीब पेट और गर्दन के पास गोली लगी है।

कार और बाइक पर सवार होकर आए थे हमलावर
घटना के बाद से गांव में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि हमलावर कार और बाइक से आए थे। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल के बाद परिवार के लोगों व ग्रामीणों से पूछताछ किया। इंस्पेक्टर फाफामऊ रामकेवल पटेल का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। अभी तक पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर नहीं मिली है। गंभीर घायल अजय प्रापर्टी का भी काम करते थे।

प्रतापगढ़ में समाज कल्याण विभाग के निदेशक के भाई पर लाठी से हमला, लखनऊ में मौत
प्रतापगढ़। संगमनगरी प्रयागराज से सटे प्रतापगढ़ जिले में अपराध की गतिविधियों पर अंकुश नहीं लग पा पा रहा है। एक हफ्ते में कई जगह पर मिलावटी शराब मिलने के बाद समाज कल्याण विभाग के निदेशक के भाई अश्विनी कुमार शुक्ला (55 वर्ष) पर एक व्यकित ने लाठी से हमला कर दिया। हालत गंभीर होने पर उनको लखनऊ रेफर किया गया, जहां पर किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में उन्होंने देर रात में दम तोड़ दिया। प्रतापगढ़ के महेशगंज थाना अंतर्गत पूरे हरकेश गांव में कल समाज कल्याण निदेशक राकेश शुक्ला के भाई अश्वनी को एक शख्स से उधार का पैसा वापस मांगने पर लाठी मार कर घायल कर दिया गया। लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस प्रकरण में आरोपित ह्रदयलाल उर्फ दुम्मा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सीओ सदर पवन त्रिवेदी ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

इंटरनेट मीडिया पर खुफिया तंत्र की पैनी नजर, शासन ने की खास तैयारी

लखनऊ। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में इंटरनेट मीडिया पर पुलिस की और पैनी नजर होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अभिसूचना तंत्र को और मजबूत बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है, जिससे इंटेलीजेंस मुख्यालय में जल्द इंटरनेट मीडिया मानीटरिंग सेंटर की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने एनआईएसजी (नेशनल इंस्टीट््यूट आफ स्मार्ट गर्वमेंट) को इस परियोजना के लिए कार्यदायी संस्था के रूप में चुना है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि शासन ने अभिसूचना मुख्यालय के तहत इंटरनेट मीडिया मानीटरिंग सेंटर की स्थापना को मंजूरी दी है। इस कार्य के लिए न्यूज एक्सट्रेक्टर साफ्टवेयर व डाटाबेस्ड एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाएगा। प्रबंधन सेवा के तहत परामर्शदाता व कार्यदायी संस्था के रूप में एनआईएसजी को चुना गया है। एनआईएसजी भारत सरकार द्वारा सृजित गैर लाभकारी संस्था है, जो भारत सरकार तथा प्रदेश सरकारों के विभिन्न विभागों में स्मार्ट गवर्नमेंट में सहयोग प्रदान कर रही है। अवस्थी का कहना है कि सेंटर की स्थापना से अभिसूचना विभाग के स्वीकृत प्रस्तावों के क्रियान्वयन के खर्चों में बचत होगी। वर्तमान में डीजीपी मुख्यालय में इंटरनेट मीडिया मानीटरिंग सेल काम कर रहा है। अब इंटेलीजेंस मुख्यालय से और अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक व आपत्तिजनक सामग्री पर और पैनी नजर रखने के साथ ही ऐसे मामलों में और प्रभावी कार्रवाई किया जाना संभव होगा।

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