फडणवीस को लेकर अनिल देशमुख के आरोपों पर विपक्ष हमलावर, भाजपा बोली- मौके पर शिकायत क्यों नहीं की
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। यहां के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के एक ‘बिचौलिये’ ने उन्हें मुकदमेबाजी में फंसने से बचने के लिए (तत्कालीन) महा विकास आघाडी सरकार के बड़े नेताओं के खिलाफ हलफनामा देने को कहा था। हालांकि, इन आरोपों को भाजपा और फडणवीस ने सिरे से नकार दिया है। उनका कहना है कि तभी इस बारे में कार्रवाई क्यों नहीं की गई। यह सब झूठ है। लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता देशमुख ने अप्रैल, 2021 में गृहमंत्री के पद इस्तीफा दे दिया था क्योंकि मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने उनपर आरोप लगाया था कि वह पुलिस को शहर के होटल एवं बार मालिकों से वसूली करने को कहते हैं।
एनसीपीएसपी के नेता ने समाचार चैनलों से बातचीत में कहा कि (तब विपक्ष में रहे) फडणवीस द्वारा कथित रूप से भेजे गए एक व्यक्ति ने उनसे मुलाकात की थी और उसके पास तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनके बेटे और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे, तत्कालीन वित्त मंत्री अजित पवार और तत्कालीन परिवहन मंत्री अनिल परब को फंसाने वाले कई हलफनामे थे।
पूर्व मंत्री ने दावा किया कि उस व्यक्ति ने उनसे कहा था कि उन्हें खुद को मुकदमेबाजी से बचाने के लिए इन हलफनामों पर दस्तखत कर देना चाहिए, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया।
देशमुख के बयान पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा, जिस दिन देवेंद्र फणडवीस ने उन (अनिल देशमुख) पर दबाव बनाया उसी दिन उन्होंने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवाई? वे तत्कालीन गृह मंत्री थे। क्या गृह मंत्री पर इस तरह का दबाव बनाया जा सकता है? ये महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है। झूठी बातें हैं। जनता को गुमराह करने के लिए एक और कहानी तैयार की जा रही है। अनिल देशमुख जैसे वरिष्ठ नेता को इस तरह की राजनीति में नहीं जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, गिरीश महाजन और अन्य भाजपा नेताओं को फंसाने के लिए अनिल देशमुख द्वारा रची गई साजिशों का भी पर्दाफाश हो रहा है। जांच में यह सामने आ गया है। एमवीए में अलग-अलग मानसिकता वाले 70-75 लोग हैं, जो सिर्फ चुनाव जीतने के लिए एक साथ आते हैं। वे लोगों को भ्रमित करने के लिए विभिन्न योजनाएं बना रहे हैं। यह महाराष्ट्र को समय से पीछे ले जाने की साजिश है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार की एनसीपी के एक दिग्गज नेता को चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर देशमुख उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाते हैं तो वह भी चुप नहीं बैठेंगे। बता दें कि फडणवीस महाराष्ट्र के गृह मंत्री भी हैं।
फडणवीस ने कहा, फूट से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने मुझे उनके बारे में कुछ ऑडियो टेप दिए हैं, जिसमें वह शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सचिन वाजे के बारे में बात कर रहे हैं। यदि मुझ पर झूठे आरोप लगाए जाते हैं तो मेरे पास इस सबूत को सार्वजनिक करने के सिवा कोई विकल्प नहीं होगा।’
भाजपा नेता ने कहा कि देशमुख उस मामले में बरी नहीं हुए हैं, जिसमें उनपर पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रुपये जुटाने का निर्देश देने का आरोप है, वह बस जमानत पर बाहर हैं।
अनिल देशमुख के बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, एक षडयंत्र का हिस्सा बनाकर अनिल देशमुख को जेल भेजा गया था। जेल भेजने से पहले उन पर दबाव बनाया गया था कि जो हम कहेंगे वो करो। किसी मामले में उद्धव ठाकरे, शरद पवार का नाम लो नहीं तो आप पर ईडी की कार्रवाई होगी। भाजपा इस प्रकार की हरकत कर सकती है। ऐसे बहुत से विधायक, सांसद और मंत्री हैं जो आज भाजपा के साथ हैं जिन पर इसी प्रकार का दबाव बनाया गया था। अनिल देशमुख की बात में दम है।