कोचिंग सेंटर में हादसे पर गरमाई सियासत

  • दिल्ली में आप सरकार और भाजपा आमने-सामने
  • एलजी सचिवालय पर आप विधायक और पार्षदों ने किया प्रदर्शन
  • घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित
  • राव आईएएस कोचिंग सेंटर का मालिक और संचालक गिरफ्तार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद दिल्ली की सियासत भी तेज हुई है। कांग्रेस, भाजपा समेत कई दलों ने एमसीडी पर जमकर हमला बोला है। उधर आम आदमी पार्टी के विधायक और पार्षद सोमवार दोपहर एक बजे एलजी सचिवालय पर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर को हटाने की मांग को लेकर किया जा रहा है। नालों की सफाई न करने पर अफसरों पर कार्रवाई की मांग की।
वहीं अब नियमों को ताक पर रखने वाले कोचिंग संचालकों पर एमसीडी कड़ी कार्रवाई करने जा रहा है वह बेसमेंअ में चल रही की संस्थाओं को सील करेगा। दिल्ली पुलिस ने राव आईएएस स्टडी सर्किल के मालिक अभिषेक गुप्ता व संचालक देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मंडल आयुक्त को हादसे की जांच कर मंगलवार तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। घटना से आक्रोशित छात्रों ने रविवार को कोचिंग सेंटर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

असुरक्षित निर्माण, तंत्र की साझा असफलता: राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि दिल्ली की एक इमारत के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान करंट लगने से एक अभ्यर्थी की मौत हो गई थी। सभी शोकाकुल परिजनों के प्रति भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि इस तरह का असुरक्षित निर्माण, तंत्र की साझा असफलता है। राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षित जीवन हर नागरिक का अधिकार है और इसे सुनिश्चित करना सरकारों का दायित्व है।

घटना सरकार और प्रशासन की आपराधिक लापरवाही : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि सरकार और प्रशासन की आपराधिक लापरवाही के कारण राजधानी में एक आईएएस कोचिंग संस्थान के ‘बेसमेंट’ में पानी भरने की वजह से तीन युवाओं की जान चली गई। उन्होंने कहा कि हम शोकसंतप्त परिजन के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले, पटेल नगर में जलभराव के बाद करंट लगने से एक सिविल सेवा परीक्षा के एक अन्य अभ्यर्थी की मौत हो गई थी। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि दिल्ली की एक कोचिंग के ‘बेसमेंट’ में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत की घटना हृदयविदारक है। दिवंगत आत्माओं एवं शोकाकुल परिजनों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि हाल में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी।

दोषी को बक्शा नहीं जाएगा : आतिशी

दिल्ली की मंत्री आतिशी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि दिल्ली की मेयर और स्थानीय विधायक भी वहां हैं। मैं हर मिनट घटना की खबर ले रही हूं। ये घटना कैसे घटी, इसकी मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसको बक्शा नहीं जाएगा। आतिशी ने मुख्य सचिव को घटना पर जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

नियमों का उल्लंघन करने वाली कोचिंगों पर होगी कार्रवाई : मेयर

मेयर शैली ओबेरॉय ने बताया कि राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में गलत तरीके से बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। इस बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग और स्टोर के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति थी। उनका मानना है कि कुछ अन्य कोचिंग सेंटरों में भी इस तरह का उल्लंघन हो रहा है। एमसीडी ने नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। वह बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित प्रतिष्ठानों की पहचान कर ली है। जल्द ही संस्थानों को सील किया जाएगा। इसके अलावा निगम राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत की घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है।

त्रासदी नहीं बल्कि हत्या है : सचदेवा

भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि वहां जो हुआ वह त्रासदी नहीं बल्कि हत्या है। बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? पहले जो जांच बैठाई गई थी उसका क्या हुआ?। भाजपा का कहना है कि यह साफ तौर पर नालों की सफाई न होने के कारण हुई दुर्घटना है और नाले का पानी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बहुत तेजी घुसा। इस दुर्घटना के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।

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