सावन में पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग स्तोत्र का करें पाठ 

सावन में देवो के देव महादेव भगवान शिव पृथ्वी लोक पर वास करते हैं। सावन में सभी शिव मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है...

4PM न्यूज नेटवर्क: सावन में देवो के देव महादेव भगवान शिव पृथ्वी लोक पर वास करते हैं। सावन में सभी शिव मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा भी सावन महीने में की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार सावन महीने में भगवान शिव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।

भगवान शिव जलाभिषेक से शीघ्र प्रसन्न होते हैं। सावन सोमवार पर गंगाजल से महादेव का अभिषेक करें। ऐसे में आप दूध, दही, घी या शहद से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। वहीं सबसे बड़ी बात ये है कि पितृ दोष से निजात पाने के लिए गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस समय नाग स्तोत्र का पाठ करें। धार्मिक मान्यता है कि नाग स्त्रोत का पाठ करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है पितरों की कृपा प्राप्त होती है।

॥ नाग स्तोत्रम् ॥

ब्रह्म लोके च ये सर्पाःशेषनागाः पुरोगमाः।

नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

विष्णु लोके च ये सर्पाःवासुकि प्रमुखाश्चये।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

रुद्र लोके च ये सर्पाःतक्षकः प्रमुखास्तथा।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

खाण्डवस्य तथा दाहेस्वर्गन्च ये च समाश्रिताः।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

सर्प सत्रे च ये सर्पाःअस्थिकेनाभि रक्षिताः।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

प्रलये चैव ये सर्पाःकार्कोट प्रमुखाश्चये।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

धर्म लोके च ये सर्पाःवैतरण्यां समाश्रिताः।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

ये सर्पाः पर्वत येषुधारि सन्धिषु संस्थिताः।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

ग्रामे वा यदि वारण्येये सर्पाः प्रचरन्ति च।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

पृथिव्याम् चैव ये सर्पाःये सर्पाः बिल संस्थिताः।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

रसातले च ये सर्पाःअनन्तादि महाबलाः।
नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥

जानिए पितृ दोष के लक्षण

  • यदि कोई दंपति अनेक उपाय करने के बाद भी संतान सुख से वंचित है। या जन्म लेने वाला बच्चा मंदबुद्धि, विकलांग आदि होता है या बच्चा पैदा होते ही मर जाता है।
  • शादी में किसी तरह की रुकावट आ सकती है या शादी के बाद मामला तलाक तक पहुंच सकता है।
  • पितृ दोष के कारण व्यापार या नौकरी में किसी प्रकार का नुकसान भी हो सकता है।
  • पितृ दोष के कारण व्यक्ति को दुर्घटनाओं का भी सामना करना पड़ता है।
  • घर में मौजूद किसी सदस्य का बीमार होना।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • पितृ दोष की वजह से व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  • अगर आप पितृ दोष से छुटकारा पाना चाहते हैं तो सावन सोमवार के दिन इस स्त्रोत का पाठ जरूर करें।

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