मशहूर एक्टर का दर्दनाक निधन, रेल की पटरी पर पड़े मिले। लाड़ले के जाने के बाद डिप्रेशन ने घेरा !
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की दुनिया में कब क्या हो जाए? ये कहा नहीं जा सकता है। यहां काम करने वाले हर एक सितारे की ज़िंदगी अलग होती है। कोई जल्दी ही बुलंदी के सितारे छू लेता है..

4पीएम न्यूज नेटवर्क: एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की दुनिया में कब क्या हो जाए? ये कहा नहीं जा सकता है। यहां काम करने वाले हर एक सितारे की ज़िंदगी अलग होती है। कोई जल्दी ही बुलंदी के सितारे छू लेता है..
तो, कोई लाख फेम के बाद भी गुमनामी में खो जाता है। और, कुछ तो ऐसे भी सितारे रहे हैं..जिनके काम की वजह से तो वो खूब मशहूर हुए ही। वहीं, जब इनकी ज़िंदगी का अंत हुआ..तो, ये ज्यादा चर्चा का विषय बने। आखिर, कई स्टार्स की ज़िंदगी का अंत बेहद दर्दनाक मोड़ पर आकर जो हुआ।
और, ठीक कुछ ऐसी ही कहानी रही है उस मशहूर एक्टर की..जिसकी एक्टिंग का पूरा जमाना कायल हुआ। लाखों लोगों के दिलों में वो बसे…लेकिन, अपने अंतिम पल में उन्होंने दिल दहला देने वाला दर्द सहा। इस बात का अंदाज़ा आप इसी से लगा सकते हैं कि, कभी पर्दे पर अदायगी का जलवा दिखाने वाले इस एक्टर की लाश रेलवे ट्रैक पर कटी-फ़टी हालत में मिली थी।
दरअसल, जिस एक्टर की बात हम 4PMBollywood की इस रिपोर्ट में कर रहे हैं..वो, रामानंद सागर की ‘रामायण’ में रावण के भाई ‘विभीषण’ का किरदार निभाने वाले एक्टर मुकेश रावल हैं। जो आज हमारे बीच इस दुनिया में मौजूद नहीं है ,
अब, जैसा कि जगजाहिर है कि, छोटे पर्दे की दुनिया के सबसे सक्सेसफुल शो ‘रामायण’ को लोग आज भी याद करते हैं। इस पौराणिक सीरियल का एक-एक किरदार लोगों के दिलों में बसा है। फिर चाहे प्रभु श्रीराम के रूप में नजर आये एक्टर अरुण गोविल हों, या फिर माता सीता बनीं एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया..इन सभी ने अपने-अपने रोल के साथ दर्शकों के दिल जीते।
तो, रामायण में रावण के भाई विभीषण का किरदार जाने-माने एक्टर मुकेश रावल ने निभाया था। इस किरदार को मुकेश रावल ने ऐसा जीया कि लोग आज तक नहीं भूले। विभीषण के किरदार में मुकेश रावल सबके दिलों में बस गए थे। लेकिन, सबके दिलों पर छा जाने वाले मुकेश रावल का अंत बेहद दर्दनाक था।
सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि, करियर की शुरुआत में मुकेश रावल एक जाने-माने थिएटर स्टार थे और कई नाटकों में उन्होंने काम भी किया, पर उनकी किस्मत रामानंद सागर की ‘रामायण’ ने बदली। ऐसा बताया जाता है कि रामानंद सागर ने मुकेश रावल को थिएटर में एक्ट करते हुए देखा और तभी फैसला कर लिया था कि उन्हें ही अपनी रामायण के विभीषण बनाएंगे। दिलचस्प बात ये रही कि, मुकेश रावल मेघनाद का किरदार निभाना चाहते थे। ऐसे में, रामानंद सागर ने उनका मेघनाद के साथ-साथ विभीषण के रोल के लिए भी ऑडिशन लिया। उन्हें विभीषण वाला ऑडिशन ज्यादा पसंद आया और फिर इसी रोल के लिए उन्हें चुन लिया गया। इसके बाद तो मुकेश रावल ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हर कोई उन्हें ‘विभीषण’ के किरदार में देखकर उनका मुरीद हो गया।
तो, प्रोफेशनल लाइफ में अच्छा फेम पाने वाले मुकेश की असल ज़िंदगी बेहद ट्रैजिक भरी रही। आखिर, एक बेटे और दो बेटियों के पिता मुकेश नार्मल लाइफ जी ही रहे थे। लेकिन, साल 2000 में वो तब बुरी तरह टूटकर बिखर गए थे…जब उनके इकलौते बेटे की मौत हो गई थी। इस हादसे ने एक्टर को सदमे में ला दिया था। जैसे-तैसे वो खुद को संभालने में लगे हुए थे। लेकिन, बेटे के दुनिया से जाने का दर्द उनके मन में घर कर गया था। वक्त बीतता गया लेकिन मुकेश रावल के अंदर बेटे को खोने का गम कम नहीं हो रहा था।
और, फिर साल 2016 में खबर आई कि, मुकेश इस दुनिया में नहीं रहे। जब, उनके निधन की खबर सामने आई, तो इसने उनके परिवार के साथ-साथ फैंस को भी मायूस कर दिया था। और, उनकी ऐसी मौत हुई कि जानकर सब सिहर उठे। तब, हर किसी के मुंह से यही शब्द निकल रहे थे कि, ‘उनके जैसी मौत किसी दुश्मन को भी न मिले’।
आखिर, मुकेश रावल की लाश साल 2016 में मुंबई के कांदिवली इलाके में रेल की पटरी पर जो मिली थी। कहा जाता है कि, बेटे के जाने के गम से मुकेश डिप्रेशन में थे..और, तनाव में ही उन्होंने ट्रेन के नीचे आकर खुद अपनी जान दे दी थी। हालांकि, वो ट्रेन ट्रैक पर कैसे पहुंचे..? कैसे उनकी वहां मौत हुई? इसे लेकर कोई भी कंफर्म रिपोर्ट नहीं मिल पाई। तब पुलिस ने इसे एक्सीडेंट नहीं बल्कि सुसाइड का मामला बताया था। उस समय एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें एक शख्स रेल की पटरी पर ट्रेन के सामने कूदता नजर आया। कहा गया कि सीसीटीवी में दिखा शख्स मुकेश रावल थे।
वहीं, मुकेश रावल के परिवार ने बताया था कि वह 15 नवंबर 2016 की सुबह बैंक से पैसे निकालने गए थे। वहीं से वह अपने शो की डबिंग के लिए जाने वाले थे। लेकिन वह न तो वहां पहुंचे और ना ही घर लौटे। तब परिवार ने मुकेश रावल की सुसाइड की आशंकाबात से इनकार किया था।
अब, जाते हुए यहां बात, मुकेश रावल के करियर की करें तो, आज तक लोग उन्हें ‘रामायण’ के ‘विभीषण’ के तौर पर याद करते हैं। यूं तो, जब रामानंद सागर ने उन्हें रामायण में विभीषण का रोल दिया..तो, मुकेश मेघनाद का रोल करना चाहते थे। लेकिन, फिर विभीषण के किरदार के लिए मुकेश रावल को चुना गया। इसके बाद जिसने भी उन्हें विभीषण के रूप में देखा, वही उनका मुरीद हो गया। इस किरदार को मुकेश रावल ने सिर्फ निभाया नहीं था, बल्कि पर्दे पर जीया था। मुकेश रावल की आखिरी हिंदी फिल्म ”हॉन्टेड 3D” थी। अपने जीते-जी मुकेश ने टीवी इंडस्ट्री में एक दर्जन से ज्यादा टीवी सीरियल में काम किया था।



