सीजफायर पर AAP का हमला: POK के लिए जान देने की बात की थी, अब क्यों झुके मोदी?

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आपकी तो जान भी नहीं जा रही थी. भारत में पाकिस्तान का कोई ड्रोन नहीं आ पाया और न ही मिसाइल आ पाई.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सीजफायर समझौते को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर कड़े सवाल खड़े किए हैं। पार्टी का कहना है कि जब भारतीय सेना पीओके यानी पाक अधिकृत कश्मीर वापस ले सकती थी,तो सरकार ने युद्धविराम क्यों किया?

AAP के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह 2024 के चुनाव से पहले कहते थे कि हम POK के लिए जान दे देंगे, लेकिन अब जब मौका आया तो सीजफायर कर दिया गया। यह देश के साथ धोखा है। सौरभ भारद्वाज ने आगे ये भी सवाल किया कि क्या पीएम मोदी ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के आगे झुकते हुए सीजफायर का फैसला किया? AAP का आरोप है कि सरकार ने देश की जनता से किए वादों को नजरअंदाज कर राजनीतिक दबाव में यह फैसला लिया है, जबकि सेना को पूरी छूट मिलनी चाहिए थी ताकि वह पीओके को वापस ले सके।

 सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आपकी तो जान भी नहीं जा रही थी. भारत में पाकिस्तान का कोई ड्रोन नहीं आ पाया और न ही मिसाइल आ पाई. भारद्वाज ने कहा कि हमारी सेना जीत रही थी पाकिस्तान हार रहा था वो घबराया हुआ था फिर आखिर सीजफायर क्यों कर दिया आपकी कौन सी रिश्तेदारी दी.

‘क्या बीजेपी का POK लेने का वादा झूठा था…’
AAP नेता ने कहा कि 78 साल से देश को बेवकूफ बना रहे थे कि POK लेंगे. क्या बीजेपी का POK लेने का वादा झूठा था. उन्होंने सवाल किया कि जब हमने जीतने वाले थे तो पीछे क्यों हट गए. ये सवाल सेना से नहीं बल्कि केंद्र से बनते हैं क्योंकि युद्धविराम उन्होंने किया. वहीं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम ने देश की जनता से कहा था कि तीसरी बार मोदी जी को पीएम बना दो 6 महीने में POK ले लेंगे. लेकिन अब सेना को वापस बुला लिया गया है.

‘अमेरिका ने क्यों की सीजफायर की घोषणा’
वहीं AAP नेता आतिशी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर अपना लोहा मनवाया. सेना के इस अभियान के साथ देश का एक-एक नागरिक मजबूती के साथ खड़ा था लेकिन 10 मई को अचानक से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि सीजफायर हो गया है. इसके बाद भारत सरकार भी कहती है कि सीजफायर हो गया है. अब पूरा देश सवाल पूछ रहा है कि क्या पहलगाम के आतंकी हमारे हाथ आ गए और क्या सिंदूर का बदला मिल गया?.

आतिशी ने कहा कि PM मोदी जवाब दें कि जब भारतीय सशस्त्र बल आतंकियों और उनके समर्थकों को घर में घुसकर मार रहे थे, सेना देश की बहन-बेटियों के सिंदूर का बदला ले रही थी, तब अचानक सीजफायर क्यों हुआ?. उन्होंने कहा कि देश की जनता जानना चाहती है कि अगर पाकिस्तान ने खुद हाथ जोड़कर सीजफायर की मांग की तो इसकी घोषणा भारत के बजाए अमेरिका ने क्यों की.

‘बहन-बेटियों के सिंदूर से भी ज़्यादा है व्यापार’
उन्होंने सवाल किया कि पाकिस्तान ने दुनिया के सामने आकर अपनी हार क्यों नहीं मानी?. क्या पहलगाम हमले के आतंकी भारत को सौंपे गए?. आतिशी ने कहा कि सिर्फ़ ये सामने आया कि ट्रंप ने धमकी दी—युद्ध नहीं रोका तो व्यापार बंद. उन्होंने पीएम से सवाल किया कि ‘मोदी जी क्या अमेरिका के साथ व्यापार, भारत की बहन-बेटियों के सिंदूर से भी ज़्यादा कीमती हो गया है?’.

‘राष्ट्रपति ट्रंप के दबाव में आकर सीजफायर कर दिया’
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी सीजफायर को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि सेना जब पाक अधिकृत कश्मीर को वापस ले सकती थी, आतंकवाद का पूरा तरह से खात्मा कर सकती थी. लेकिन उसी वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दबाव में आकर सीजफायर कर दिया. उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों के मन में ये चिंता है कि भारत की संप्रभुता और सम्मान, मोदी जी ने ट्रंप के व्यापार बंद करने की धमकी के सामने रख दिया.

संजय सिंह के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूछे 5 सवाल
1- जब भारत की सेना पाक अधिकृत कश्मीर पर कब्जा कर सकती थी. 21 आतंकी ठिकानों और आतंकवाद को खत्म कर
सकती थी तो आपने अमेरिका के दवाब में सीज फायर क्यों किया?.

2- जिन बहनों के सिंदूर के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया उन आतंकवादियों को कब ठिकाने लगाया जाएगा?.

3- क्या व्यापार बंद करने की धमकी से आपने सीजफायर किया.

4- ट्रंप ने पाकिस्तान को शक्तिशाली देश कहा आप संसद का सत्र बुलाकर कहें कि पाकिस्तान आतंकवादी देश है.

5- आपने कहा कि पाकिस्तान ने कहा कि वो आगे ऐसा कोई सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाएगा, लेकिन 3 घंटे में ही सीजफायर तोड़
दिया. उनकी सीजफायर तोड़ने की हिम्मत कैसे हुई ?

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