चुनाव से पहले AAP की बढ़ सकती हैं मुश्किलें !

चुनाव से पहले AAP की बढ़ सकती हैं मुश्किलें !

पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा, पंजाब इकाई-बठिंडा के प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान बैठक में लंबे समय से लंबित पुरानी पेंशन बहाली न होने पर विरोध जताया गया। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पंजाब के कर्मचारियों में भारी आक्रोश पाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव अवसर कर्मचारियों ने अपने घरों के सामने पोस्टर लगाकर हर राजनीतिक दल को सीधा संदेश दिया है कि हमारा वोट उसी को जाएगा जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा। यह याद रखना चाहिए कि पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान मजदूर वर्ग ने बड़ी संख्या में मतपत्रों का इस्तेमाल कर वोट डाला था और सरकार बनाई थी। दो साल पहले भगवंत मान सरकार ने भी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया था, जो सफेद हाथी साबित हुआ। पिछली सरकारों के राजनीतिक दल अपने मौखिक वादों से मुकरते रहे हैं, लेकिन भगवंत मान सरकार पंजाब के इतिहास में पहली सरकार है जो अपना लिखित नोटिफिकेशन लागू नहीं कर पाई। इस संबंध में मजदूर वर्ग सड़कों पर रहा और विभिन्न रैलियां कीं, हर बार सरकार ने आदेश वापस न लेने और ढाका न तोड़ने का रवैया अपनाया, जब भी कोई रैली होती थी, तो बैठक का समय अवश्य दिया जाता था। लेकिन बिना तैयारी के मंत्री बैठक में बैठे रहे और व्यस्त रहे. राज्य सरकारों के अपने अधिकार हैं. प्रत्येक राज्य सरकार कर्मचारियों के वेतन, भत्ते और पेंशन खुद तय करती है। लेकिन पंजाब की यह पहली सरकार है जो इतनी कमजोर हो गई है कि अपने फैसले को लागू नहीं कर पाई है. #punjab #aappunjab #amritsar #bathindanews

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button