हिंडनबर्ग अटैक से नहीं उबरा अडानी ग्रुप, 50 हजार करोड़ खाक
नई दिल्ली। आठ कारोबारी दिन पहले हिंडनबर्ग की ओर से जारी रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। सोमवार को भी अरबपति गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में 10 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। अडानी के 10 शेयरों में से छह अपने लोअर सर्किट लिमिट में देखने को मिल रहे हैं। जिसकी वजह से अडानी ग्रुप के मार्केट कैप में 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।
अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है और कंपनी का शेयर 1,261।40 रुपये पर आ गया। अडानी की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 7.5 फीसदी की गिरावट के साथ 1,465 रुपये पर आ गया। अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पॉवर, अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर 5 फीसदी और एनडीटीवी के शेयरों में 4:98 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है।
सोमवार को शेयरों में गिरावट के कारण कुछ ही घंटों के कारोबार में 10 कंपनियों के अडानी ग्रुप के मार्केट कैप को 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। अडानी ग्रुप की कंपनियों का ज्वाइंट मार्केट कैप कम होकर 9।58 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले आठ कारोबारी सत्र में कुल घाटा करीब 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का देखने को मिल चुका है।
बाजार की हार ने अडानी एंटरप्राइजेज को इंटरनेशनल बॉन्ड और 20,000 करोड़ रुपये के एफपीओ के माध्यम से करीब 500 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। अडानी एफपीओ देश का सबसे बड़ा एफपीओ था, जोकि फुली सब्सक्राइब्ड कर लिया गया था, लेकिन अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में लगातार गिरावट आने की वजह से गौतम अडानी ने इसे वापस ले लिया।
अमेरिका बेस्ड वैल्यूएशन गुरु अश्वथ दामोदरन का कहना है कि अगर कोई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को गलत मानता है, तो भी शेयर की कीमत बहुत अधिक है। फाइनेंस प्रोफेसर द्वारा अपने ब्लॉग में शेयर की गई एक विस्तृत गणना से पता चलता है कि शेयर का उचित मूल्य लगभग 945 रुपये प्रति शेयर होना चाहिए, जिसमें धोखाधड़ी और दुर्भावना के किसी भी हिंडनबर्ग के आरोप शामिल नहीं हैं। दामोदरन ने कहा कि 1,531 प्रति शेयर के साथ भी, कंपनी की कीमत बहुत अधिक है।