अडानी पोर्ट्स कांडला बंदरगाह पर विकसित करेगा बर्थ
- वित्त वर्ष 2027 में चालू करने की कोशिश
- बहुउद्देश्यीय कार्गो के लिए गुजरात में मिला काम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदाबाद। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने घोषणा की कि वह गुजरात के कांडला बंदरगाह पर एक बहुउद्देश्यीय बर्थ विकसित करेगा। भारत के सबसे बड़े बंदरगाह डेवलपर-सह-ऑपरेटर ने एक बयान में कहा, कांडला में दीनदयाल बंदरगाह पर बर्थ नंबर 13 बहुउद्देशीय कार्गो को संभालेगा और वित्त वर्ष 2027 में चालू होने की उम्मीद है। एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक और सीईओ अश्वनी गुप्ता ने कहा, बर्थ संख्या 13 दीनदयाल बंदरगाह पर हमारी उपस्थिति में विविधता लाएगी।
हम अब बंदरगाह पर बहुउद्देशीय स्वच्छ कार्गो को संभालेंगे, इसके अलावा ड्राई बल्क कार्गो को भी संभालेंगे, जिसे हम पहले से ही संभालते हैं। बर्थ नंबर 13 300 मीटर लंबा है और सालाना 5.7 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) क्षमता प्रदान करता है। अडानी पोर्ट्स ने एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, डीपीए कंटेनर एंड क्लीन कार्गो टर्मिनल लिमिटेड (डीपीएसीसीसीटीएल) को शामिल किया है, जो बर्थ पर परिचालन करेगी। एपीएसईजेड विश्व स्तर पर विविधीकृत अडानी समूह का एक हिस्सा, पश्चिमी तट पर रणनीतिक रूप से स्थित 7 बंदरगाहों और टर्मिनलों और पूर्वी तट पर 8 बंदरगाहों और टर्मिनलों के साथ भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह डेवलपर और ऑपरेटर है।
अडानी पोर्ट्स को 30 साल के लिए मिला एलओआई
जुलाई में, अडानी पोर्ट्स को 30 साल की रियायती अवधि के लिए बर्थ के विकास, संचालन और रखरखाव के लिए आशय पत्र (एलओआई) प्राप्त हुआ था। कंपनी ने कहा कि वह कंटेनर कार्गो सहित बहुउद्देशीय स्वच्छ कार्गो के लिए डीबीएफओटी (डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण) मॉडल के तहत बर्थ विकसित करेगी।
गुजरात और उत्तर भारत में ग्राहकों को सेवा देने की क्षमता बढ़ेगी : अश्वनी
एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक और सीईओ अश्वनी गुप्ता ने कहा, यह बर्थ पश्चिमी तट पर हमारी स्थिति को और मजबूत करेगी और गुजरात और उत्तर भारत में ग्राहकों को सेवा देने की हमारी क्षमता को बढ़ाएगी। वहीं यह भी जानकारी दी गई कि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन ने अपने शेयर1.89 प्रतिशत बढ़ाकर 1457.25 रुपये कर दिया है। यह शेयर निफ्टी-50 में शामिल हैं।