सूर्य का रहस्य जानने निकल पड़ा आदित्य एल-1

  • चार महीने में पूरा करेगा 15 लाख किमी की दूरी
  • 11 बजकर 50 मिनट पर भारत का पहला सूर्य मिशन लॉन्च
  • सालों तक लगातार भेजेगा तस्वीरें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। इसरो ने ऊर्जा के सबसे बड़े स्त्रोत सूर्य के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए आज 11 बजकर 50 मिनट पर अपना पहला सूर्य मिशन लॉन्च कर दिया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यान अगले पांच सालों तक रोजाना 1440 तस्वीरें भेजेगा जिसकी मदद से सूर्य के अध्ययन में आसानी होगी। वैज्ञानिकों के मुताबिक पहली तस्वीर फरवरी महीने में सामने आ जाएगी। पहला सूर्य मिशन आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया है। चंद्र विजय करने के बाद से चांद की कई खूबसूरत तस्वीरें चंद सेकंड में ही हमारे पास आने लगी थी, ऐसे ही लोगों को इंतजार है कि वो पास से सूर्य की तस्वीरें ले सकें। गौरतलब है कि आदित्य एल-1 का पहला पेलोड विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (वीईएलसी) लक्षित ऑर्बिट में पहुंचकर रोजाना एक हजार से अधिक तस्वीरें भेजेगा, जो अध्ययन में मददगार साबित होंगे। इस खबर में हम आपको बताएंगे आखिर सूर्य की सबसे करीब से ली गई तस्वीर कब सामने आएगी। दरअसल, इस मिशन से सूरज की बाहरी परत कोरोना, कोरोनल मास इजेक्शन (सूर्य में होने वाले शक्तिशाली विस्फोट), प्री-फ्लेयर और फ्लेयर गतिविधियां और उनकी विशेषताएं, सौर तूफान की उत्पत्ति आदि कारकों का अध्ययन किया जाएगा। इसके अलावा, आखिर अंतरिक्ष के मौसम पर सूर्य की गतिविधियों का क्या प्रभाव पड़ेगा इस बात की जानकारी भी इक_ा किया जाएगा। सोलर-अर्थ सिस्टम में कुल पांच लांग्रेज बिंदु है, जहां आदित्य एल1 जा रहा है। यह ऑर्बिट पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर है, जहां पहुंचने के लिए यान को कुल 4 महीने का समय लगेगा। गौरतलब है कि पृथ्वी से एलवी की दूरी, सूर्य से पृथ्वी की दूरी का केवल 1 प्रतिशत हिस्सा है। वैज्ञानिक ने बताया है, तस्वीर चैनल की ओर से हर मिनट एक तस्वीर भेजी जाएगी यानी 24 घंटों में लगभग 1,440 तस्वीर सामने आएंगी।

 

मिशन में 400 करोड़ रुपये हुए खर्च

इसरो के इस मिशन में चंद्रयान-3 मिशन से भी कम खर्च आया है। इस सौर मिशन में 400 करोड़ रुपये खर्च हुए है, जबकि नासा की ओर से लॉन्च किए गए सौर मिशन में लगभग 12, 300 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।

इंडिया बोला- 24 में देश से उखाड़ फे केंगे मोदी सरकार

  • मुंबई में दो दिनी गठबंधन की बैठक संपन्न
  • दिग्गजों की सहमति- लोस चुनाव मिलकर लड़ेंगे
  • सभी बोले- मोदी सरकार सबसे भ्रष्ट और अहंकारी
  • पूरे देश में की जाएंगी रैलियां
  • बीजेपी सरकार की उलटी गिनती शुरू

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। दो दिनों तक मुंबई में चली विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की बैठक मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ खत्म हो गई। इस बैठक में फैसला लिया कि वे अगला लोकसभा जहां तक संभव होगा मिलकर लड़ेंगे तथा सीटों के तालमेल पर तत्काल काम शुरू किया जाएगा। गठबंधन की बैठक में पारित प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि सीट बंटवारे का काम ‘इस हाथ दे, उस हाथ ले’ की सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘हम ‘इंडिया’ के घटक दल आगामी लोकसभा चुनाव जहां तक संभव हो मिलकर लडऩे का संकल्प लेते हैं। विभिन्न राज्यों में सीट-बंटवारे का काम तुरंत शुरू होगा और लेन-देन की सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इस बैठक में कई कमेटियां बनाई गई इसमें सभी दलों के सदस्य शामिल किए गए।

आरएसएस, भाजपा व मोदी डरे हुए हैं : राहुल

कांग्रेस के दो सहयोगी दलों, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने पिछले एक साल में राज्य में विभाजन देखा और उनके कुछ विधायकों ने भाजपा के साथ हाथ मिला लिया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि महाराष्ट्र में भाजपा का सफाया हो जाएगा। महाराष्ट्र  में लोकसभा की कुल 48 सीट हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ राष्टï्रीय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पराजित कर देगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे को तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी दोहराएगी। कांग्रेस ने कर्नाटक में इस साल मई में हुए विधानसभा चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया था। गांधी ने दावा किया कि  राष्ट्रीय  स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी से ‘‘डरे हुए’’ हैं।

हमारे बीच कोई झगड़ा नहीं : केजरीवाल

केजरीवाल ने साफ तौर पर कहा कि कोई संघर्ष नहीं है। और यहां कोई भी किसी पद के लिए नहीं आया है। हम सब यहां देश के 140 करोड़ लोगों के लिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये लोग अपने आप को भगवान से भी बड़ा समझने लगे हैं और जब कोई खुद को भगवान से भी बड़ा समझता है तो उसका पतन निश्चित होता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी गठबंधन इंडिया (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) में शामिल होने वाले दलों के बीच कोई अंदरूनी कलह नहीं है, हालांकि विपक्षी गठबंधन में इस तरह की दरारें पेश करने की बेताब कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं एक बात देख रहा हूं कि इंडिया गठबंधन को तोडऩे के लिए बड़ी ताकतें तैनात की गई हैं।

राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए सशक्त विकल्प प्रदान करेंगेे : पवार

इंडिया ने गठबंधन की सर्वोच्च ईकाई के रूप में 14 सदस्यीय एक महत्वपूर्ण समिति गठित की जिसमें शरद पवार, टी आर बालू, उमर अब्दुल्ला, अभिषेक बनर्जी, तेजस्वी यादव और डी राजा समेत कई दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं। समन्वय समिति ही गठबंधन की सर्वोच्च इकाई के रूप में काम करेगी। अन्य कई समिति भी बनाई गई है। एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा हम सशक्त विकल्पा देेंगे।

अगली बैठक दिल्ली में : सुप्रीया सुले

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की नेता सुप्रिया सुले ने मुंबई में तीसरी बैठक के समापन के बाद कहा कि विपक्षी इंडिया गठबंधन की अगली महत्वपूर्ण बैठक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होगी। उन्होंने कहा, आप (मीडियाकर्मी) इसे कब आयोजित करना चाहेंगे, हम इसे उन तारीखों पर आयोजित करेंगे। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, हमने अगली बैठक (इंडिया गठबंधन) की घोषणा नहीं की है।

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