चुनावी नतीजों के बाद BJP ने RSS को किया किनारे, कांग्रेस नेता का बड़ा बयान

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद ये साफ हो गया कि इंडिया गठबंधन ने NDA को जोरदार टक्कर दी है। जिसकी वजह से बीजेपी की नींव हिल गई है।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद ये साफ हो गया कि इंडिया गठबंधन ने NDA को इस बार जोरदार टक्कर दी है। जिसकी वजह से बीजेपी की नींव हिल गई है। वहीं चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने RSS से दूरी बनाना शुरू कर दी थी। इस चुनाव के नतीजों में सबसे बड़ा कारण यही है कि जिसकी वजह से बीजेपी 240 सीटों पर ही सिमटकर रह गई।  और भाजपा का यूपी में खराब प्रदर्शन रहा है।

ऐसे में सूत्रों का दावा है कि RSS और BJP में अब पहले जैसी बात नहीं रही। दोनों के बीच रिश्ते बिगड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस नेता उदित राज का बड़ा बयान सामने आया है। उदित राज ने शुक्रवार (14 जून) को कहा है कि RSS और बीजेपी के रिश्ते अब खराब हो गए हैं बीजेपी ने RSS को किनारे कर दिया है।

बीजेपी ने RSS को क्यों किया किनारे?

ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि एक इंटरव्यू के दौरान BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि RSS के एक सामाजिक संगठन है, जबकि BJP राजनीतिक दल है अब हम आगे बढ़ चुके हैं पहले से ज्यादा सक्षम हो चुके हैं। ऐसे में अब RSS की उतनी जरुरत नहीं है।

बताया जा रहा है कि भाजपा को मिली करारी हार के बाद आरएसएस के उच्च पदाधिकारी लगातार पार्टी पर तंज कसते हुए रहे हैं। आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि राम की पूजा करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई, इसलिए भले ही वह 2024 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी है। मगर उसे अकेले पूर्ण बहुमत से जो सत्ता मिलनी थी, वो उसे भगवान राम ने अहंकार की वजह से नहीं दी।

भगवान का न्याय बड़ा सत्य और आनंददायक: RSS नेता

बीजेपी के साथ-साथ इंद्रेश कुमार ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि राम का विरोध करने वाले किसी भी दल को सत्ता नहीं मिली है। सभी को मिलाकर भी वो दूसरे नंबर पर ही खड़े रहे हैं। भगवान का न्याय बड़ा सत्य और आनंददायक है। इसके अलावा  RSS नेता ने कहा कि भक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई, उसे 241 पर ही भगवान प्रभु श्रीराम ने रोक दिया। लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और जिनकी राम में आस्था नहीं थी, उन सबको मिलकर भगवान ने 234 पर रोक दिया।

आपको बता दें कि नागपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे संघ प्रमुख ने कहा कि सच्चा सेवक कर्म करता है, लेकिन कर्मों में लिपटा नहीं होता है। उसमें अहंकार नहीं आता है कि मैंने इसे किया है। ऐसे में वही सेवक कहलाने का सच्चा अधिकारी भी होता है।

Related Articles

Back to top button