केंद्रीय बजट के बाद योगी बजट भी किसान-गांव विरोधी: अखिलेश

सदन में दिया गया वादा भी तोड़ा कहा- पांच करोड़ विधायक निधि करने की घोषणा की थी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष व नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने योगी के बजट को निराशा जनक बताया है। पूर्व सीएम ने कहा कहा कि दिल्ली सरकार ने किसानों और गांव को निराश किया और अब राज्य सरकार के बजट में भी किसानों और गांव के लिए कुछ नहीं है। सरकार बताएं क्या किसानों की आय दोगुनी हुई? क्या किसानों को उनकी फसलों की सही कीमत मिल रही है? डीजल की महंगाई से आवागमन ही नहीं महंगा होता बल्कि सडक़, अस्पताल के निर्माण से लेकर खेती किसानी के कार्य भी प्रभावित हो जाते हैं। युवाओं के रोजगार के लिए कुछ नहीं है।
बजट में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी या उद्योग धंधे लगाने के लिए राहत पैकेज नहीं दिया गया। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पांच करोड़ विधायक निधि करने की घोषणा की थी पर सदन में दिया गया वादा भी तोड़ दिया। लखनऊ- कानपुर मेट्रो एक इंच आगे नहीं बढ़ी। गन्ना किसानों के साथ लगातार धोखा किया। मां गंगा की सफाई का वादा भी झूठा निकला। गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण पर संकट घिरता नजर आ रहा है। अभी तक कोई नया स्टेडियम भी नहीं बना है। भाजपा का यह बजट जनविरोधी, विकास विरोधी है।

नौकरशाही का बजट, आंकड़ों की बाजीगरी : शिवपाल

आज का बजट नौकरशाही के नाम है। आंकड़ों की बाजीगरी को सलाम। इस बजट से प्रदेश का भला नहीं होगा। राहत के नाम पर कोई योजना नहीं है। सरकार का ध्यान गरीबों पर न होकर सिर्फ अमीरों को फायदा पहुंचाने पर है। शिक्षित बेरोजगारों के लिए सरकार ने कोई प्रावधान करने की जरूरत नहीं समझा है।

मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाने वाला बजट : सिन्हा

यह बजट प्रदेश की जनता को मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाने जैसा है। भाजपा सरकार पिछले वित्तीय वर्ष के बजट के सापेक्ष आधा भी खर्च नही कर पाई है। इसमें किसानों की ऋ णमाफी, युवाओं के लिए रोजगार, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, प्रेरकों व वित्तविहीन शिक्षकों और प्रशिक्षु अधिवक्ताओं आदि के लिए कुछ भी नहीं दिया है।

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