अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस और यूएई की कंपनी में करार
- ईडीजीई ग्रुप ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षमताओं के लिए प्रसिद्ध संयुक्त अरब अमीरात के ईडीजीई समूह के साथ एक सहयोग समझौता किया है। एक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, यह सहयोग दोनों कंपनियों की रणनीतिक रक्षा और सैन्य विशेषज्ञता को मर्ज करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें मिसाइल, हथियार, मानव रहित प्लेटफॉर्म और साइबर सिस्टम जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
इस साझेदारी की भारत, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य वैश्विक बाजारों में अनुसंधान और विकास सुविधाएं स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना है। रक्षा क्षेत्र में तकनीकी प्रगति लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस और संयुक्त अरब अमीरात के ईडीजीई समूह भारत और संयुक्त अरब अमीरात में अनुसंधान एवं विकास सुविधाएं स्थापित करने पर विचार करेंगी।
यह समझौता भारत के डिफेन्स इंडस्ट्री के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करेगा : अलमरार
ईडीजीई ग्रुप के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हमद अलमरार ने कहा कि अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के साथ हमारा समझौता एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन है, जो भारत के डिफेन्स इंडस्ट्री के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करता है औरयूएई-भारत सैन्य संबंधों को आग बढ़ाने केप्रति हमारी परस्पर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह समझौता हमारे ग्राहकों केलिए सबसे एडवांस और बेहतरीन प्रोडक्ट्स लाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाने के साथ-साथ वैश्विक निर्यातक्षमता का लाभ उठाते हुए महत्वपूर्ण यूएई-निर्मित टेक्नोलॉजी को भी शामिल करता है। हम अडानी डिफेंस और एज के बीच जॉइंट प्लेटफार्म स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं ताकि नईटेक्नोलॉजी का रास्ता साफकिया जा सकेऔरएडवांसमिलिट्री उपकरण तथा डिफेन्स सेक्टर में नए स्टैंडर्ड्स स्थापित किए जा सकें। अडानी डिफेन्स एंड एयरोस्पेस के साथ हुए समझौते से एज की भारत के डिफेन्स इंडस्ट्री के क्षेत्र में और ज्यादा दिलचस्पी बढ़ गईहै। ये क्षेत्र उनके लिए काफी अहम है।
सभी ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करेंगे : सीईओ
अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के सीईओ आशीष राजवंशी और एज ग्रप के प्रबंध निदेशक और सीईओ हमाद अल मरार ने रक्षा क्षमताओं और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उन्होंने भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। यह समझौता दोनों कंपनियों की रक्षा और एयरोस्पेस क्षमताओं का लाभ उठाकर वैश्विक और स्थानीय दोनों ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें ईडीजीई और अडानी के मुख्य उत्पाद डोमेन में सहयोग की खोज शामिल है। इसके अलावा, सहयोग की योजना रक्षा और एयरोस्पेस समाधानों के विकास, उत्पादन और रखरखाव के लिए सुविधाएं स्थापित करने की है। ये सुविधाएं न केवल दो कैप्टिव बाजारों को, बल्कि दक्षिण पूर्व एशियाई और व्यापक वैश्विक बाजारों को भी पूरा करेंगी।