अजित पवार ही एनसीपी के असली ‘दादा’

चुनाव आयोग ने अजित गुट के पक्ष में सुनाया फैसला, निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेगा शरद गुट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं। जो हाल कुछ दिन पहले शिवसेना और उद्धव ठाकरे का हुआ था, अब कुछ वैसा ही झटका एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी लगा है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले शरद पवार को लगा ये झटका काफी बड़ा है। दरअसल, एनसीपी में टूट के बाद असली-नकली एनसीपी की लड़ाई में चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट वाली एनसीपी को ही असली एनसीपी करार दिया है।
यानी जैसे उद्धव ठाकरे के हाथ से असली शिवसेना का तमगा छिन गया, कुछ वैसा ही एनसीपी में शरद पवार के साथ हुआ है। चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है। चुनाव आयोग का कहना है कि अजित पवार गुट को एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने का अधिकार है। हालांकि, आयोग ने शरद पवार को नई पार्टी के गठन के लिए तीन नाम देने को कहा है। ये नाम आज शाम 3 बजे तक देने होंगे।
6 महीने से अधिक समय तक चली 10 से अधिक सुनवाई के बाद चुनाव आयोग ने एनसीपी में विवाद का निपटारा करते हुए अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में फैसला सुनाया है। आयोग ने अपने फैसले में याचिका की रखरखाव के निर्धारित परीक्षणों का पालन किया, जिसमें पार्टी संविधान के लक्ष्यों और उद्देश्यों का परीक्षण, पार्टी संविधान का परीक्षण और संगठनात्मक और विधायी दोनों बहुमत के परीक्षण शामिल थे।
चुनाव आयोग के मुताबिक शरद पवार गुट समय पर बहुमत साबित नहीं कर सका, इसके चलते चीजें उनके पक्ष में नहीं गईं। महाराष्ट्र से राज्यसभा की 6 सीटों के लिए चुनाव की समयसीमा को ध्यान में रखते हुए शरद पवार गुट को चुनाव संचालन नियम 1961 के नियम 39्र्र का पालन करने के लिए विशेष रियायत दी गई हैं। उन्हें 7 फरवरी शाम तक नई पार्टी गठन के लिए तीन नाम देने को कहा गया है। अब एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न घड़ी अजित पवार के पास रहेगा।

एनसीपी के सभी पदाधिकारी हमारे साथ : अजित पवार

अपनी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए अजित पवार ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत को ही प्राथमिकता दी जाती है। तकरीबन 50 विधायक हमारे साथ हैं। यहां तक की ज्यादातर जिला अध्यक्ष और पार्टी प्रकोष्ठों के प्रमुख भी हमारे साथ ही खड़े हैं। अजित पवार ने कहा कि वह चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। शरद पवार द्वारा चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देने वाले बयान पर अजित पवार ने कहा कि हर किसी को ऐसा करने का अधिकार है। मत को ही प्राथमिकता दी जाती है। तकरीबन 50 विधायक हमारे साथ हैं। यहां तक की ज्यादातर जिला अध्यक्ष और पार्टी प्रकोष्ठों के प्रमुख भी हमारे साथ ही खड़े हैं। अजित पवार ने कहा कि वह चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। शरद पवार द्वारा चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देने वाले बयान पर अजित पवार ने कहा कि हर किसी को ऐसा करने का अधिकार है।

जो शिवसेना के साथ हुआ वही हमारे साथ हुआ: सुप्रिया

शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन, अमिताभ बच्चन है और हमारा अमिताभ बच्चन शरद पवार हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जो शिवसेना के साथ हुआ, वही आज हमारे साथ हो रहा है, इसलिए यह कोई नया आदेश नहीं है। बस नाम हैं, बदल दिए गए हैं, लेकिन सामग्री वही है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, एनसीपी ही शरद पवार है।

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