महाराष्ट्र में अपनी साख बचाने की कोशिश में अजित पवार

अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा ने गुरुवार को महाराष्ट्र में आगामी राज्यसभा उपचुनाव के लिए एनसीपी उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया है... देखिए वीडियो...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में लोकसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं… नए सरकार का गठन हो गया है… वहीं इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी का सपना चकनाचूर हो गया है… और बीजेपी को अपने अपेक्षा के अनुरूप रिजल्ट नहीं मिला है… बता दें कि बीजेपी नें देश के कई राज्यों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है… और लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में मोदी का जादू नहीं चला हैं… और बीजेपी महज दो सौ चालीस सीटों पर सिमट कर रह गई है… वहीं उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे सबसे बड़ी लोकसभा सीटों वाले राज्य महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर भी महज सत्रह सीटों पर सिमट कर रह गई है… जिसको लेकर सियासत जोरों पर हैं… और विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर हमलावर है… वहीं इतनी बड़ी हार के बाद से बीजेपी के अंदर कलह मचा हुआ है… और सभी नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहें है… वहीं अगर महाराष्ट्र की बात करें तो महायुति में शामिल अजित पवार की पार्टी एनसीपी चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी… लेकिन चार में से तीन सीटें हार गई… जिसके बाद से सियासत जोरों पर है… और सियासी गलियारों में बीजेपी के द्वारा अजित पवार से किनारा करने की अटकलें लगाई जा रही है… जिससे अजित पवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं…

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी आंतरिक सर्वे करा रही है… और विधानसभा चुनाव में एक सौ सत्तर सीटों पर चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है… जिसको लेकर महाराष्ट्र की महायुति में खलबली मची हुई है… वहीं अगर महाराष्ट्र में ऐसा होता है… तो महायुति में बिखराव होना निश्चित हैं… वहीं पूरे देश में हुई अपनी हार को देखते हुए बीजेपी अपनी कमियों को तलाशने में जुट गई है… वहीं इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत का आंकड़ा भी नहीं छू सकी है… जिसको देखते हुए मोदी और बीजेपी में हलचल मची हुई है… और उनके पार्टी के सहयोगी ही मोदी पर निशाना साध रहें है… और कह रहें कि जनता ने मोदी को नकार दिया है… लगातार दो बार से देश में अकेले बहुमत लाने वाली देश की सबसे बड़ी पार्टी लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में महज दो सौ चालीस सीटों का ला पाना मोदी की बयानवाजी को जाता है… लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद से ही मोदी का मानसिक संतुलन बिगड़ गय़ा था और विपक्ष को लेकर मोदी जनता के बीच में नफरत फैलाने का काम करने में जुट गए थे… जिसको देखते हुए जनता ने मोदी और बीजेपी को नकार दिया… बावजूद इसके मोदी तीसरी बार दो बैसाखी के सहारे प्रधानमंत्री तो बन गए… लेकिन सहयोगियों की मांग न पूरा करने की दशा में कभी भी कुर्सी जाने का डर मोदी के अंदर समा गया हैं…

वहीं अब भी मोदी ने जनता के लिए कोई ठोस तदम नहीं उठाते हैं… और अपने सहयोगियों की बातों का तवज्जों नहीं देते हैं… तो कभी भी किसी भी समय सरकार गिर सकती है… वहीं महाराष्ट्र से इसकी लगभग शुरूआत हो चुकी हैं….  और बीजेपी के सहयोगी दलों के द्वारा मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा जा रहा है… और महायुति के सहयोगी दल कभी भी बीजेपी का साथ छोड़ सकते हैं… वहीं अजित पवार पत्नी सुनेत्रा पवार की बड़ी हार होने के बाद  अब अजित पवार अपनी पत्नी को राज्यसभा उपचुनाव में उतारने की तैयारी कर रहें हैं… जिसको लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उनकी पत्नी को राज्यसभा उपचुनाव में उतारने का फैसला उनकी पार्टी एनसीपी की शीर्ष इकाई ने लिया है…. और उन्होंने उन खबरों का खंडन किया कि वरिष्ठ सहयोगी छगन भुजबल इस कदम से नाराज हैं…. अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा ने गुरुवार को महाराष्ट्र में आगामी राज्यसभा उपचुनाव के लिए एनसीपी उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया है….

वहीं कुछ दिन पहले ही वह बारामती से लोकसभा चुनाव हार गई थीं… एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के फरवरी में छह साल के पूर्ण कार्यकाल के लिए संसद के उच्च सदन के लिए निर्वाचित होने… और अपनी सीट खाली करने के बाद यह उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था…. सुनेत्रा पवार के नामांकन के बाद कैबिनेट मंत्री भुजबल के नाराज होने की मीडिया रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर एनसीपी अध्यक्ष ने कहा कि उनके पार्टी सहयोगी ने खुद उनसे कहा था कि वह नाराज नहीं हैं… और उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोगों समेत कुछ लोग और हमारे करीबी दोस्त ऐसी खबरें फैला रहे हैं…. लेकिन उनमें कोई सच्चाई नहीं है… वहीं अजीत पवार ने कहा कि नामांकन के बारे में निर्णय संसदीय बोर्ड (राकांपा की शीर्ष इकाई) द्वारा लिया गया था…. जिसके बाद सुनेत्रा पवार ने नामांकन पत्र दाखिल किए….

आपको बता दें कि अजित पवार कहा कि मुंबई क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अमोल काले की दुखद मृत्यु के कारण उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नामांकन दाखिल करने में शामिल नहीं हो सके…. मैंने एक दिन पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी बताया था कि वे नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे हैं…. और उन्होंने कहा कि फिर भी ऐसी खबरें हैं कि नामांकन दाखिल करने के समय राकांपा के सहयोगी भाजपा… और शिवसेना के नेता मौजूद नहीं थे…. जिसको लेकर अजीत पवार ने पूछा कि अगर मैंने उन्हें आमंत्रित नहीं किया होता, तो वे वहां क्यों होते… उन्होंने बताया कि जब सुनेत्रा पवार ने दक्षिण मुंबई में विधान भवन में नामांकन पत्र दाखिल किया…. तो पटेल और भुजबल सहित राकांपा के प्रमुख नेता मौजूद थे…

बता दें कि इससे पहले, छगन भुजबल ने पुणे में कहा कि वह सांसद बनना चाहते हैं…. और इसीलिए वह नासिक से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं…और उन्होंने कहा कि वह राज्यसभा नामांकन के लिए भी उत्सुक हैं… भुजबल उन खबरों पर जवाब दे रहे थे… जिसमें दावा किया गया था कि सुनेत्रा पवार को राज्यसभा का टिकट दिए जाने के बाद वे नाराज हैं… वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या लोकसभा… और राज्यसभा के टिकटों को लेकर उनके साथ अन्याय हुआ है…. तो प्रमुख ओबीसी नेता ने कहा कि यह सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए….

आपको बता दें कि भुजबल ने कहा कि मेरी सांसद बनने की इच्छा है… इसलिए मैं नासिक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार था…. मुझे बताया गया था कि दिल्ली में मेरा टिकट फाइनल हो गया है…. जिसके बाद मैंने काम करना शुरू कर दिया था…. लेकिन जब (नाम की घोषणा करने का) फैसला एक महीने तक लटका रहा, तो मैंने काम करना बंद कर दिया…. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता की अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार राज्यसभा उपचुनाव में पार्टी की उम्मीदवार होंगी…. लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता सुनेत्रा को उनकी ननद सुप्रिया सुले से हार का सामना करना पड़ा था…. लोकसभा चुनाव में उनकी हार के बाद अब अजित ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला किया है…. महाराष्ट्र में राज्यसभा सांसद की सीट प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे के बाद खाली हुई है…. प्रफुल्ल पटेल का चार साल का कार्यकाल बचा था… लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया…. क्योंकि उन्हें दूसरी बार राज्यसभा सांसद के लिए चुना गया… और वह अब दो हजार तीस तक राज्यसभा सांसद बने रहेंगे….

बता दें कि राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन के बाद सुनेत्रा पवार ने कहा कि अट्ठारह तारीख तक अभी और इंतजार करना होगा… और उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार और नेता समेत महायुति का आभार जताया… वहीं उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनके उपर जो भरोसा जताया उसके लिए काम करना है… बता दें कि छगन भुजबल को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी नाराज नहीं है…. सभी ने मिलकर फैसला लिया और खुद छगन भुजबल भी मौजूद थे… और जब उनसे पूछा गया कि क्या इसके लिए अजित पवार तैयार नहीं थे… तो उन्होंने कहा कि यह जनता की मांग थी…. पवार ने खुद कहा कि आपको ही राज्यसभा में जाना चाहिए….

आपको बता दें कि प्रफुल्ल पटेल राष्ट्रवादी कांग्रेस के बड़े नेता हैं… और शरद पवार के करीबी माने जाते थे…. हालांकि, एनसीपी के दो गुट में बंटने के बाद वह अजित पवार के साथ आ गए… वह जुलाई दो हजार बाइस में एनसीपी के समर्थन से राज्यसभा सांसद बने थे…. इस समय पार्टी एकजुट थी…. ऐसे में पार्टी के दो हिस्सों में बंटने के बाद उन्हें दोबारा राज्यसभा सांसद का उम्मीदवार बनाया गया…. और अजित के गुट के विधायकों के समर्थन से वह एक बार फिर राज्यसभा सांसद चुने गए…. ऐसे में उन्होंने पुराने पद से इस्तीफा दे दिया…. उनके पुराने कार्यकाल में चार साल का समय बचा था…. वह दो हजार अट्ठाइस तक राज्यसभा सांसद रहते…. हालांकि, अब वह दो हजार तीस तक इस पद पर रहेंगे…. और उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर इस बारे में जानकारी दी थी… वहीं सुनेत्रा पवार को राज्यसभा का टिकट देने के बाद अजित विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं…. वह बारामती से अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं… वहीं, शरद पवार के गुट वाली एनसीपी इस सीट से योगेंद्र पवार को टिकट दे सकती है… वहीं इन सभी अटकलों और दावों का क्या परिणाम निकलकर सामने आता है… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा… कि अजीत पवार को सफलता मिलती है… या फिर लोकसभा चुनाव की तरह ही जनता इस बार भी नकार देती है… य़ह तो आने वाला वक्त तय करेगा…

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