कानूनी प्रक्रिया की हो रही अनदेखी: अखिलेश
- ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा पर सपा प्रमुख की प्रतिक्रिया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वाराणसी जिला अदालत ने बुधवार को ज्ञानवापी मामले में को अहम फैसला सुनाया है। जिस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर तंज करते हुए इसे नियत प्रक्र्रिया से परे गतिविधि करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर बृहस्पतिवार को कहा कि किसी भी अदालती आदेश का पालन करते समय उचित प्रक्रिया को बनाए रखना होगा। वाराणसी की अदालत ने इसके लिए सात दिन की अवधि तय की थी। अब हम जो देख रहे हैं वह नियत प्रक्रिया से परे जाने और किसी भी कानूनी सहारे को रोकने का एक ठोस प्रयास है।
ज्ञात हो कि वाराणसी जिला अदालत ने ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा का अधिकार दिया है। कोर्ट के आदेश के कुछ घंटे बाद ही देर रात तहखाने को खोलकर उसमें पूजा आराधना की गई। काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे 31 साल बाद व्यास जी का तहखाना पूजा-पाठ के लिये खोला गया और उसकी साफ-सफाई करायी गयी। पांडेय ने कहा कि जैसा कि न्यायालय का आदेश था, उसका पालन करना भी जरूरी था तो जिला प्रशासन ने बड़ी मुस्तैदी के साथ सारी व्यवस्था कर दी है। मुझे लगता है कि और जो भी कमी रह गई है उसे धीरे-धीरे पूरा कर लिया जाएगा। इस सवाल पर कि आज तहखाने के अंदर क्या हुआ, जिलाधिकारी एस. राजालिंगम ने कहा, ‘मैंने अदालत का जो आदेश है उसका अनुपालन किया है’। कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि साफ सफाई के बाद तहखाने में लक्ष्मी-गणेश की आरती की गयी। जिला प्रशासन के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले रात करीब साढ़े नौ बजे काशी-विश्वनाथ ट्रस्ट के सदस्यों को बुलाकर नंदी महाराज के सामने लगी बैरिकेडिंग को हटाकर रास्ता खोला गया। यह तहखाना ज्ञानवापी परिसर के अंदर स्थित है।
आयातित प्रत्याशियों से पार्टी में असंतोष
सपा ने पहली सूची में कई ऐसे प्रत्याशियों को उतारा है, जो मूल रूप से समाजवादी नहीं हैं। वे बसपा, कांग्रेस या संघ की पृष्ठभूमि से हैं। इन आयातित प्रत्याशियों से पार्टी में अंदरखाने असंतोष है। ऐसे में भितरघात पर काबू पाने के लिए सपा को अभी से रणनीति बनाकर अमल करना होगा। अंबेडकरनगर से बसपा काडर के नेता रहे लालजी वर्मा को टिकट दिया गया है। वह 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में शामिल हुए और कटेहरी से विधायक बने। यहां से पुराने समाजवादी शंखलाल माझी और राममूर्ति वर्मा को टिकट न मिलने से उनके समर्थकों में नाराजगी बताई जा रही है। हालांकि, सपा नेताओं का तर्क है कि 2022 में अंबेडकरनगर की पांचों विधानसभा सीटें सपा के खाते में आई थीं, जिनमें से चार विधायक बसपा मूल के हैं। इसलिए पार्टी ने लालजी वर्मा पर दांव लगाना बेहतर समझा। एटा से प्रत्याशी देवेश शाक्य 2012 का विधानसभा चुनाव बसपा से लड़े थे। वह जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव मात्र एक मत से हार गए थे। यहां से पिछला लोकसभा चुनाव सपा से लड़े देवेंद्र सिंह यादव फिर टिकट मांग रहे थे। एटा के एक समाजवादी नेता स्वीकार करते हैं कि टिकट कटने से देवेंद्र सिंह के समर्थकों में असंतोष है, पर मुस्लिम व यादव वोटों में शाक्य वोट प्लस होने की उम्मीद में देवेश को उतारा गया है।
सीटों के बारे में सवाल वही उठा रहे जो कमेटी में नहीं : सपा
लखनऊ। सपा ने कहा है कि कांग्रेस को जो भी सीटें दी गई हैं उसकी जानकारी उनके नेताओं को दे दी गई है। सपा के अधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उसकी जानकारी मुकुल वासनिक की अगुवाई में बनी उनकी कमेटी को दे दी गई है। इस पर सवाल वे ही नेता उठा रहे हैं जो न तो कमेटी में है और न ही उन्हें कमेटी ने कोई जानकारी दी है। ज्ञात हो कि कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस के बीच अभी सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन उससे पहले ही सपा ने अपने प्रत्याशी घोषित करने प्रारंभ कर दिए हैं। इससे जहां कांग्रेस के नेता असहज हैं, वहीं सपा सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश की घटना से सबक लेकर उनकी पार्टी आगे बढ़ रही है। मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जिस तरह से सपा के साथ व्यवहार किया, वह सबके सामने है। कई राउंड की बातचीत के बाद गठबंधन के तहत सपा को कोई सीट नहीं दी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने सभी लोकसभा सीटों पर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार को प्रदेश प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष ने अलग अलग बैठकों में एक- एक सीट की समीक्षा की। वहां जीतने-हारने की संभावनाओं को टटोला। बैठक के बाद जिला व सीट स्तर पर सोशल मीडिया समन्वयक तैनात करने की बात हुई। इसी के तहत छह फरवरी को 2019 के लोकसभा, 2022 के विधान सभा प्रत्याशियों और पदाधिकारियों का संवाद कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में उनसे फीडबैक लिया जाएगा।