बीजेपी में जाकर नीतीश को कुछ नहीं मिलेगा: अखिलेश
- बोले- इंडिया गठबंधन में रहते तो पीएम बन सकते थे
- हालात संभालने की जिम्मेदारी कांग्रेस की थी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बार फिर से एनडीए के पाले में जाने की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है। इस बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ नहीं पकडऩा चाहिए। वहां उन्हें क्या मिलेगा? अखिलेश यादव ने कहा कि यदि नीतीश इंडिया गठबंधन में होते तो वह पीएम भी बन सकते थे। हम सभी में से कोई एक पीएम का उम्मीदवार तो है ही। यहां किसी का भी नंबर लग सकता है।
आखिर वहां उन्हें क्या मिलेगा? कोई पार्टी ऐसी नहीं है कि जो उनका सम्मान ना करती हो। इंडिया गठबंधन के अमल में आने में नीतीश कुमार की भूमिका बड़ी मानी जाती रही है। जब एक समय कांग्रेस के साथ ममता, अखिलेश सहित बाकी क्षेत्रीय पार्टियों ने बात करनी बात की थी उस समय नीतीश कुमार ही संयोजक बनकर सभी दलों से मिले थे। पटना में इंडिया गठबंधन की बड़ी मीटिंग भी आयोजित हुई थी। अखिलेश ने कहा कि यह कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि वह नीतीश को इंडिया गठबंधन में बनाए रखे। उनकी नाराजगी समझनी चाहिए थी। कांग्रेस को जिस तत्परता के साथ हालात संभालने चाहिए थे उसने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दल उनका सम्मान करते हैं।
बसपा को गठबंधन में करें शामिल : मुस्लिम धर्मगुरु
- खरगे, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मांगा समय
लखनऊ। इंडिया गठबंधन में दरारें पडऩे के साथ ही कांग्रेस पर दबाव बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के मुस्लिम धर्मगुरुओं के प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात की। गठबंधन में हर हाल में बसपा को शामिल करने की वकालत की। इस प्रतिनिधिमंडल ने राहुल व प्रियंका गांधी से भी मिलने के लिए वक्त मांगा है। कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर दो दौर की बातचीत हो गई है। दोनों दल सीटवार उम्मीदवारों के नाम तय कर रहे हैं। अगले सप्ताह होने वाली बैठक में सीटवार उम्मीदवारों के नाम पर विचार किया जाएगा। कांग्रेस के सीट तय करने वाली कमेटी में पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद भी शामिल हैं। ऐसे में मुस्लिम तंजीमों से जुड़े दो दर्जन मौलानाओं ने बुधवार को सलमान खुर्शीद से मुलाकात की। इंडिया गठबंधन में हर हाल में बसपा को शामिल करने की मांग की। हापुड़ के मौलाना इंतखाब आलम ने बताया कि कांग्रेस नेता को बता दिया गया कि बिना हर दल को एकजुट किए लोकसभा की लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है। सपा और बसपा गठबंधन ने पश्चिमी यूपी में जो सीटें जीती थीं, उसकी वजह मुसलमानों और दलितों का गठजोड़ था। प्रतिनिधिमंडल में शामिल कारी महमूद ने बताया कि सलमान खुर्शीद से यह भी कहा कि राहुल गांधी की यह जिम्मेदारी है कि वह सपा और बसपा को एक मंच पर लाए। यह भी मांग की गई कि प्रतिनिधिमंडल की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कराई जाए ताकि उन्हें यूपी की सियासी हालात से वाकिफ कराया जाए।