समान विचारधारा वालों को एक साथ लाएंगे: अखिलेश
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- पीलीभीत के टिकट के लिए भाजपा के कदम का इंतजार
- स्वामी प्रसाद मौर्य और वरुण गांधी को टिकट देने के दिये संकेत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्र्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी की 80 सीटों पर बीजेपी को पटखनी देने की तैयारी में लग गए हैं। उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार से जनता त्रस्त है वह इसबार बदलना चाहती है। उन्होंने कहा कि सपा उस हर व्यक्ति को अपने साथ जोडऩा चाहती है जो अन्याय के खिलाफ लंडऩे की सोच रहा है। इसी के तहत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में पार्टी से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा से टिकट देने के संकेत दिए हैं। अखिलेश वरुण गांधी को भी टिकट दे सकते हैं।
अखिलेश ने स्वामी प्रसाद को टिकट देने के सवाल पर कहा कि क्या स्वामी प्रसाद कभी सपा छोडक़र गए थे? वहीं, जब उनसे पूछा गया कि आपने स्वामी प्रसाद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया तो वो बोले, हमारी कमेटी विचार कर रही होगी। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश को लेकर नर्म रुख अपनाते हुए कहा था कि उन्हें अखिलेश से कुछ भी शिकायत नहीं है। माना जा रहा है कि इस बार भाजपा पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी या सुल्तानपुर से सांसद उनकी मां मेनका गांधी में से किसी एक को ही टिकट दे सकती है। इन्हीं समीकरणों को ध्यान में रखते हुए सपा ने अभी तक पीलीभीत में किसी को टिकट नहीं दिया है। गांधी परिवार और सपा नेतृत्व के बीच रिश्ते अच्छे बताए जाते हैं।
सपा बदलेगी रामपुर और मुरादाबाद के प्रत्याशी!
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन बुधवार से शुरू होंगे, पर अभी तक सपा ने रामपुर, मुरादाबाद और पीलीभीत के टिकट फाइनल नहीं किए हैं। बताया जा रहा है कि रामपुर और मुरादाबाद का टिकट जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां की सहमति के बाद घोषित किए जाएंगे। 2019 में मुरादाबाद से एसटी हसन और रामपुर से आजम खां जीते। पर, कुछ समय बाद आजम खां को एक मामले में कोर्ट ने तीन साल की सजा सुना दी। इससे आजम की सदस्यता चली गई। वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने यह सीट सपा से छीन ली। वर्तमान में रामपुर से भाजपा के घनश्याम लोधी सांसद हैं। पहले चरण के चुनाव में आठ सीटें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत शामिल हैं। इनमें से एकमात्र सहारनपुर सीट इंडी गठबंधन के तहत कांग्रेस के खाते में है। सपा अभी तक कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर व नगीना में अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। मुरादाबाद से एसटी हसन के अलावा दो-तीन विधायक भी टिकट मांग रहे हैं। पिछली बार भी एसटी हसन को टिकट आजम खां के कहने पर ही दिया गया था। सपा सूत्रों का कहना है कि रामपुर और मुरादाबाद में हमेशा की तरह इस बार भी आजम खां की राय को ही अहमियत मिलेगी। शीर्ष नेतृत्व उनसे संपर्क के बाद दोनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित करेगा।
मेरठ में बदलेगा उम्मीदवार
सपा मेरठ में अपना प्रत्याशी बदल सकती है। यहां से भानु प्रताप सिंह को टिकट दिया गया है। सपा सूत्रों के मुताबिक, मेरठ से भानु प्रताप के स्थान पर किसी स्थानीय दलित नेता को टिकट दिया जा सकता है। कयास बिजनौर का टिकट बदलने के भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन बिजनौर के सपा प्रत्याशी यशवीर सिंह ने इसे अपने विरोधियों की साजिश बताया है। उनका कहना है कि वह पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ेंगे।