Akhilesh Yadav ने Dhirendra shastri को दिया Azamgarh आने का न्योता!
बाबा बागेश्वर के जन्मदिन से पहले अखिलेश यादव ने धीरेंद्र शास्त्री को बड़ा न्योता दे दिया... अखिलेश यादव के इस आमंत्रण को सुनकर...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश की राजनीति और धार्मिक मंचों पर हाल के दिनों में एक नया मोड़ देखने को मिला है……. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आजमगढ़ में एक कथा चौपाल के लिए आमंत्रित किया है……. यह न्योता धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन से ठीक पहले दिया गया है…….. जिसने न केवल राजनीतिक गलियारों में बल्कि धार्मिक….. और सामाजिक हलकों में भी चर्चा का माहौल बना दिया है……. आपको बता दें कि यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है……. क्योंकि हाल ही में अखिलेश यादव और धीरेंद्र शास्त्री के बीच इटावा कथावाचक विवाद को लेकर तीखी बयानबाजी हुई थी
वहीं इस न्योते को समझने के लिए आपको हाल ही हुए घटनाओं पर नजर डालनी होगी…… आपको बता दें कि जून 2025 में इटावा के दांदरपुर गांव में दो यादव समुदाय के कथावाचकों…….. मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ कथित तौर पर बदसलूकी की घटना सामने आई थी…….. आरोप था कि कुछ लोगों ने उनकी जाति के आधार पर उनका अपमान किया……. उनके बाल कटवाए और उनसे जबरन एक महिला के पैर छुआए गए……. वहीं इस घटना ने उत्तर प्रदेश में जातिगत तनाव को बढ़ा दिया…… और राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया……
अखिलेश यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा की….. और इसे भारतीय जनता पार्टी की साजिश करार दिया……. और उन्होंने कहा कि बीजेपी समाज को जातियों में बांटना चाहती है…… और पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ भेदभाव को बढ़ावा दे रही है…….. इस दौरान अखिलेश ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पर भी निशाना साधा……. और उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कई कथावाचक 50 लाख रुपये तक की फीस लेते हैं…….. क्या हर किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को अपने घर कथा के लिए बुला ले……. वो बाबा अंडर टेबल पैसे लेते हैं……. आप पता कर लीजिए, क्या धीरेंद्र शास्त्री मुफ्त में कथा करते हैं……
वहीं इस बयान ने धार्मिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी……. धीरेंद्र शास्त्री ने इसका जवाब देते हुए कहा कि हमारे ऊपर टिप्पणी करने वालों की रोटी पच रही है…….. भगवान करें उनकी रोटी पचती रहे…… और उन्होंने इटावा की घटना को निंदनीय बताया……. और कहा कि जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाषावाद से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना चाहिए……. साथ ही धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि उनकी कथाएं निशुल्क होती हैं…….
आपको बता दें कि इन तनावपूर्ण हालातों के बीच अखिलेश यादव ने 1 जुलाई 2025 को अपने 52वें जन्मदिन के अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में धीरेंद्र शास्त्री को आजमगढ़ में कथा की चौपाल आयोजित करने का न्योता दिया……. यह न्योता उनके जन्मदिन से ठीक पहले 4 जुलाई को होने वाले धीरेंद्र शास्त्री के जन्मोत्सव के संदर्भ में दिया गया…….. अखिलेश ने कहा कि मैं बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री को आजमगढ़ में कथा की चौपाल आयोजित करने के लिए आमंत्रित करता हूं…….. हम चाहते हैं कि समाज में एकता और समरसता का संदेश जाए…….. यह कथा सभी वर्गों के लिए होगी……. और हम इसका आयोजन निशुल्क करेंगे…….
वहीं इस न्योते ने सभी को चौंका दिया……… क्योंकि कुछ दिन पहले ही अखिलेश ने धीरेंद्र शास्त्री पर तंज कसा था…….. वहीं इस आमांत्रण को लेकर रानीतिक पंडितों का मानना है कि यह न्योता एक रणनीतिक कदम हो सकता है…….. जिसका मकसद धार्मिक और सामाजिक मंचों पर अपनी पकड़ मजबूत करना है……. आजमगढ़ सपा का गढ़ माना जाता है……. वहां पर इस तरह का आयोजन सपा के वोट बैंक को एकजुट करने में मदद कर सकता है…….
धीरेंद्र शास्त्री को बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है……. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं…….. वे अपनी चमत्कारी शक्तियों और हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए प्रसिद्ध हैं……… उनके दरबार में लाखों लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए आते हैं……. 4 जुलाई को उनका जन्मदिन बागेश्वर धाम में धूमधाम से मनाया जाता है…….. इस साल उन्होंने अपने जन्मदिन पर एक विशेष अपील की थी……. और उन्होंने कहा था कि 4 जुलाई को मेरा जन्मदिन है……. मैं सभी से अपील करता हूं कि मुझे उपहार में एक-एक ईंट दान करें……… ताकि बुंदेलखंड में कैंसर अस्पताल बनाया जा सके……..
आपको बता दें कि अखिलेश के इस न्योते के कई सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव हो सकते हैं…… सबसे पहले यह सामाजिक समरसता का संदेश दे सकता है…….. इटावा की घटना के बाद जातिगत तनाव बढ़ा था……. और अखिलेश का यह कदम उस तनाव को कम करने में मदद कर सकता है…… यह सपा को धार्मिक मंचों पर मजबूत करने का अवसर दे सकता है…….. और धीरेंद्र शास्त्री जैसे प्रभावशाली धार्मिक नेता के साथ जुड़ाव सपा के लिए सनातनी वोटरों को आकर्षित करने में मददगार हो सकता है……..
बता दें कि आजमगढ़ उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है……… यह सपा का गढ़ माना जाता है…….. और अखिलेश यादव यहां से सांसद रह चुके हैं…….. इस क्षेत्र में यादव और मुस्लिम समुदायों की बड़ी आबादी है……… लेकिन अन्य जातियां भी प्रभावशाली हैं…….. कथा की चौपाल जैसे आयोजन के जरिए सपा विभिन्न समुदायों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर सकती है…..