आज़म खान के जेल जाने पर अखिलेश यादव का फूटा गुस्सा! कर दिया बड़ा ऐलान,लखनऊ से दिल्ली तक मचा हड़कंप

दोस्तों सूबे की सियासत में एक नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है और वो नाम है सपा के कद्दावर नेता आजम खान का। आजम खान जो की लम्बे समय से जेल में रहने के बाद जेल से बहार आए 55 दिनों तक जेल से बाहर रहे, लेकिन अब फिर उन्हें जेल भेज दिया गया है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: दोस्तों सूबे की सियासत में एक नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है और वो नाम है सपा के कद्दावर नेता आजम खान का। आजम खान जो की लम्बे समय से जेल में रहने के बाद जेल से बहार आए 55 दिनों तक जेल से बाहर रहे, लेकिन अब फिर उन्हें जेल भेज दिया गया है।

बता दें कि उनके जेल से बाहर आने के बाद सूबे की सियासत में भूंचाल आ गया था उन्हें लेकर कयास लगाई जाने लगी कि वो बसपा में शामिल हो सकते हैं। भाजपा ने भी इसे लेकर खूब ढिंढोरा पीटा भाजपा और अन्य विरोधियों के लिए ये बड़े ही अफ़सोस की बात रही की ऐसा हो न सका और आजम खान ने जेल से बाहर आने के बाद सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। पहले अखिलेश यादव उनसे मिलने गए फिर उसके बाद आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ आये। और ये ऐलान कर दिया कि वो जबतक रहेंगे सपा में ही रहेंगे। सपा खेमे में चीजें सही जा रही थी और आगामी विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियां तेज हो चुकी थी कि इसी बीच कोर्ट ने आजम खान और उनके बेटे व पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को दो पैनकार्ड रखने के मामले में दोषी ठहराते हुए सात वर्ष कैद की सजा सुनाई। फिर क्या 55 दिन खुली हवा में सांस लेने के बाद सपा नेता आजम खां को रामपुर जेल भेज दिया गया। व

ऐसे में अब इस मामले के सामने आने के बाद सूबे की सियासत गर्म है और नेताओं की लगातार प्रतिक्रिया सामने आने लगी और विपक्ष के नेताओं ने भाजपा सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया। इसी सन्दर्भ में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की कड़ी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “सत्ता के गुरूर में जो नाइंसाफी और जुल्म की हदें पार कर देते हैं, वो खुद एक दिन कुदरत के फैसले की गिरफ्त में आकर एक बेहद बुरे अंत की ओर जाते हैं.सब देख रहे हैं.” अखिलेश यादव ने अपने इस बयान प्रदेश की योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए निशाना साधा है. उन्होंने अपनी पोस्ट में आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की फोटो लगाई हुई है. आपको बता दें कि कोर्ट का यह फैसला समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इस पूरे मामले को लेकर ही सपा प्रमुख ने सोशल मीडिया के सहारे योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं।

हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला हो बल्कि इससे पहले भी वो भाजपा पर कई बार हमला बोल चुके हैं। वहीं इससे पहले बीते रोज ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार, बेइमानी और लूट चरम का आरोप लगाते हुए निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी और उसकी सरकार हर तरह के भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. संविधान और कानून का शासन खत्म हो गया. बीजेपी की नीयत में खोट है. वह लोकतंत्र को बंधक बनाकर शासन करना चाहती है. बीजेपी सत्ता और शासन तंत्र का दुरुपयोग कर रही है. बीजेपी सरकार में फर्जी मुठभेड़ के साथ खुलेआम सांप्रदायिकता को बढ़ाने वाली भाषणबाजी की जा रही है.

अखिलेश यादव के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की और भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। इसी कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने दो पैन कार्ड मामले में आज़म ख़ान और उनके बेटे को कोर्ट द्वारा 7 साल की सजा सुनाए जाने पर कहा, “भारतीय जनता पार्टी और उनका पूरा इकोसिस्टम, उनका शासन, उनका प्रशासन, आजम खां साहब को परेशान करने में, प्रताड़ित करने में तुला हुआ है, लेकिन सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।

वहीं आपको जानकारी के लिए आपको बता दें कि पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम इसी साल 25 फरवरी को हरदोई जेल तो आजम खां 23 सितंबर को सीतापुर जेल से छूटे थे। सपा नेता आजम खां रामपुर विधानसभा सीट से दस बार विधायक रहे चुके हैं। वह प्रदेश में चार बार कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। इसके अलावा को 2019 में रामपुर संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव जीते थे और एक बार वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं। वहीं बात की जाए उनके बेटे अब्दुल्ला की तो वो साल 2017 में विधायक तो बन गए लेकिन उम्र के विवाद में हाईकोर्ट ने उनकी विधायकी निरस्त कर दी। अब्दुल्ला 2022 में फिर से स्वार सीट से विधायक बने थे।

बात की जाए इस पूरे मामले की तो शहर विधायक आकाश सक्सेना की तरफ से 16 दिसंबर 2019 को सिविल लाइंस कोतवाली में अब्दुल्ला आजम और उनके पिता आजम खां के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। उनका कहना था कि आयकर विभाग की ओर से अब्दुल्ला को जारी पैन कार्ड संख्या -डीएफओपीके 6164 के है, जिसमें अब्दुल्ला की जन्म तिथि एक जनवरी 1993 है। यह शैक्षिक प्रमाणपत्र हाईस्कूल के आधार पर सही है। इसी पैनकार्ड के सहारे अब्दुल्ला आजम खां का भारतीय स्टेट बैंक के खाता चल रहा है। दर्ज की गई FIR में कहा गया था कि अब्दुल्ला आजम खां ने सभी आयकर रिटर्न नामांकन से पूर्व इसी पैन कार्ड एकाउंट द्वारा भरे। उनका कहना था कि अब्दुल्ला आजम ने स्वार विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए 24 जनवरी 17 को जिला निर्वाचन अधिकारी रामपुर के समक्ष नामांकन पत्र पेश किया था। जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ी।

ऐसे में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेता और वर्तमान में शहर विधायक आकाश सक्सेना ने जहां दो जन्म प्रमाणपत्र का मामला दर्ज कराया वहीं दूसरी ओर सिविल लाइंस थाने में 2019 में ही दो पैन कार्ड होने का भी मामला दर्ज कराया था। जिस मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आजम और अब्दुल्ला आजम को कड़ी सुरक्षा के बीच रामपुर जेल ले जाया गया। सामने आई जानकारी के मुताबिक आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला को बैरक नंबर एक में रखा गया है। जो की सीसीटीवी से पूरी तरह लैस है। ऐसे में अब इस मामले के सामने आने के बाद सूबे सियासत गर्म है। विपक्ष लगातार सत्ताधारी दल भाजपा पर हमलावर है।

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