अमृतपाल की पत्नी किरणदीप गिरफ्तार

अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका गया, लंदन भागने की फिराक में थी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। अमृतपाल सिंह की पत्नी को अमृतसर में गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि अमृतपाल अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इधर उसकी पत्नी किरणदीप कौर फरार होने की फिराक में थी। उसे एयरपोर्ट में रोका गया है और हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि किरणदीप कौर अमृतसर एयरपोर्ट से लंदन रवाना होने वाली थी। उसे एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया है। पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के खिलाफ 18 मार्च को कार्रवाई शुरू की थी। पुलिस उसे पकड़ती लेकिन वह टीम को चकमा देकर फरार हो गया था। उसके बाद से पूरे पंजाब समेत हरियाणा, यूपी, दिल्ली और सभी आसपास के राज्यों में पुलिस अलर्ट है।

18 मार्च से लगातार पुलिस को दे रहा चकमा
पंजाब में अलगाववाद को बढ़ावा देने की कथित कोशिशों में लगा कट्टरपंथी अमृतपाल के फरार होने के रूट के बारे में छानबीन की जा रही है। अमृतपाल पुलिस को किस तरह और कितना चकमा देने में सफल हुआ, इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वह कुरुक्षेत्र के निकट शाहबाद में 18 और 19 मार्च को था। लेकिन पुलिस उसे शरण देने वाली बलजीत कौर के यहां 22 मार्च को पहुंच पाई।

इंटरनेट के जरिए अमृतपाल से मिली थी किरणदीप
पुलिस ने अमृतपाल सिंह की मां और पत्नी से भी पूछताछ की थी। उसकी पत्नी किरणदीप कौर भी पंजाब पुलिस के बड़े शक के घेरे में है। अमृतपाल ने किरणदीप के साथ इसी साल 10 फरवरी को शादी की थी। किरण का परिवार ब्रिटेन में रहता है। वह इंटरनेट के जरिए अमृतपाल के संपर्क में आई और विवाह कर लिया। अमृतपाल अपने रिश्तेदारों तक को भी किरण से नहीं मिलने देता था? इसकी वजह की छानबीन की जा रही है।

दुनिया के कई हिस्सों में दिखा सूर्य ग्रहण

सुबह 7 बजकर 4 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहा असर

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आज साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह एक कंकणाकृति सूर्य ग्रहण है जिसे मिश्रित सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की अमावस्या तिथि पर लगने वाला सूर्य ग्रहण आज सुबह 7 बजकर 04 मिनट से शुरू हो गया है और इसका समापन दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।
भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा, जिसके कारण इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। सूर्य ग्रहण अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। भारतीय समय के अनुसार आज दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर ग्रहण खत्म हो जाएगा। देश में इस सूर्य ग्रहण का वैसे तो कोई प्रभाव नहीं है लेकिन सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभावों को खत्म करने के लिए पूरे घर में गंगाजल का छिडक़ाव जरूर कर लें।

राजनाथ सिंह कोरोना पॉजिटिव, हुए आइसोलेट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कोरोना वायरस से सक्रमित हो गए हैं, अधिकारियों की ओर से ये जानकारी दी गई है, राजनाथ सिंह को हल्के लक्षण हैं जिसके बाद उन्होंने खुद को क्वारंटीन कर लिया है। वहीं, रक्षा मंत्रालय ने बताया कि डॉक्टर्स ने राजनाथ सिंह को आराम करने की सलाही दी है।
मंत्रालय ने कहा कि राजनाथ आज (20 अप्रैल) दिल्ली में भारतीय वायुसेना के कमांडरों के सम्मेलन में शरीक होने वाले थे लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण ऐसा नहीं कर पाएंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (19 अप्रैल) को कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद से टेलीफोन पर बातचीत की और दोनों देशों की रक्षा साझेदारी को उच्च स्तर तक ले जाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया। इस बातचीत के दौरान अनीता आनंद ने सिंह को कनाडा की हिंद-प्रशांत रणनीति और भारत के साथ अपने संबंधों को बढ़ाने से जुड़े महत्व की जानकारी दी।

साईबाबा को लगा ’सुप्रीम‘ झटका

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा की पत्नी एएस वसंता कुमारी ने न्यायपालिका पर भरोसा जताया और कहा कि उनके पति जल्द जेल से बाहर आएंगे, क्योंकि उनका मामला मजबूत है।
कुमारी ने साईबाबा की खराब सेहत का हवाला देते हुए कहा कि वह व्हीलचेयर पर हैं और उन्हें लगातार देखभाल की जरूरत है, उन्होंने कहा साईबाबा 90 प्रतिशत दिव्यांग हैं। उन्होंने कहा कि वे अनेक गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, किसी दिव्यांग व्यक्ति के लिए जेल में एक साल भी 10 साल के बराबर है। कुमारी का बयान उस दिन आया है जब उच्चतम न्यायालय ने माओवादियों से संबंध के मामले में साईबाबा को बरी करने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश को बुधवार को रद्द कर दिया। शीर्ष अदालत ने बंबई उच्च न्यायालय को चार महीने के भीतर मामले पर गुण-दोष के आधार पर नए सिरे से विचार करने का निर्देश भी दिया।

समलैंगिक विवाह पर सुप्रीम कोर्ट में तीसरे दिन भी सुनवाई जारी

याचिकाकर्ता बोले-समलैंगिक विवाह के लिए कानून बने

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में आज समलैंगिक विवाह पर सुनवाई का तीसरा दिन है। बुधवार को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ताओं ने समानता के अधिकार के तहत समलैंगिक विवाह के लिए कानून बनाने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते समय भारत सरकार को भी एक पक्ष बनाया और इस संबंध में सवाल पूछा। केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग वाली याचिकाओं को लेकर असहजता जताई।
केंद्र सरकार ने कहा, समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से भारतीय समाज में एक प्राकृतिक संतुलन और सामाजिक मूल्यों का पूरी तरह से नुकसान होगा क्योंकि भारत में परिवार से तात्पर्य एक महिला-पुरुष संबंध से है, न कि महिला-महिला और पुरुष-पुरुष के संबंध से। लगभग पांच महीने पहले, दो समलैंगिक जोड़ों ने विशेष विवाह अधिनियम के तहत समलैंगिक विवाह को मान्यता देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। इसके बाद कोर्ट ने इससे जुड़े सभी पक्षों को नोटिस जारी किया और जनवरी 2023 में अलग-अलग हाईकोर्ट्स में लंबित सभी मामलों को जोड़ करके इसको संविधान पीठ के सामने पेश करने का आदेश दिया।

क्या होता है समलैंगिक विवाह?

समान लिंग के दो व्यक्तियों के आपस में होने वाले विवाह को ही समलैंगिक विवाह कहते हैं। यानी दो पुरुषों, या दो महिलाओं के बीच में होने वाले सामाजिक गठबंधन यानी शादी को ही समलैंगिक विवाह का दर्जा दिया गया है, हालांकि भारत में समलैंगिक विवाह को कानून मंजूरी नहीं दी गई है। इसलिए इसी के संबंध में कानून बनाने और समान लिंग के दो दंपत्तियों को सामाजिक सुरक्षा दिए जाने को लेकर भारत की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

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