प्रयागराज महाकुंभ में अनिरुद्धाचार्य महाराज ने श्रद्धालुओं से की मुलाकात
4PM न्यूज़ नेटवर्क: अनिरुद्धाचार्य जी महाराज (Aniruddhacharya Ji Maharaj) ने संगम घाट पर आयोजित प्रयागराज महाकुंभ में वृंदावन से आए अनिरुद्धाचार्य महाराज से गाड़ी पर बैठकर श्रद्धालुओं से भेंट की। इस दौरान उन्होंने खुलकर सनातन धर्म पर बात की। उन्होने समाज को प्रभावित करने वाले सभी मुख्य प्रश्नों का मुखर होकर उत्तर दिया। बटोगे तो काटोगे को लेकर जब उनसे प्रश्न किया गया तो उन्होने तुलसीदास की एक चौपाई से इसका उत्तर दिया। उन्होने कहा कि जहां सुमति तहं संपति नाना, जहां कुमति तहं विपति निदाना। यानि जहां सुमति यानि संगठन है वहां सभी प्रकार की सुख-समृद्धि है। अंग्रेजों ने बांटा है। लोगों को संगठित रहना होगा। तभी प्रेम रहेगा, बटेगे तो प्रेम नहीं होगा।