अपनी मांगों पर अड़े अन्नदाता
- शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों पर दागे गए आंसू गैस के गोले
- सरकार के खिलाफ किसानों का संघर्ष जारी
- केंद्र सरकार ने पांचवे दौर की वार्ता का दिया प्रस्ताव
- किसान नेताओं ने कहा- शांतिभंग करना हमारा इरादा नहीं
- सरकार एमएसपी पर कानून बना देती, तो ये सब नहीं होता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार और किसानों के बीच अभी तक एमएसपी समेत कई अन्य मुद्दों को सुलझाने के लिए फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पाई है। किसानों का दिल्ली चलो मार्च एक बार फिर से शुरू हो गया है। इस दौरान पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के शंभू बॉर्डर पर बवाल देखने को मिला है। प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए किसानों पर आंसू गैस के गोले दाग गए है। साथ ही पुलिस द्वारा किसानों को पीछे ढकेलने के लिए बल का प्रयोग भी किया गया। बैरिकेडिंग और गश्त को बढ़ा दिया है।
शंभू बॉर्डर पर करीब 10 हजार लोगों की भीड़ जमा है। इनके पास करीब 1200 ट्रैक्टर और ट्रॉली हैं। प्रदर्शनकारियों के पास पुलिस बैरिकेड तोडऩे के लिए 2 प्रो क्लेम मशीन और जेसीबी मशीन है। इन प्रदर्शनकारियों के पास डंडे, पत्थर, आयरन शील्ड और फेस मास्क भी है। वहीं अब सरकार की ओर से पांचवे दौर की वार्ता का भी प्रस्ताव रखा गया है। हालांकि, एक ओर सरकार बातचीत का प्रस्ताव दे रही है, तो वहीं दूसरी ओर किसानों पर आंसू गैस के गोले भी दागे जा रहे हैं। वहीं सरकार के प्रस्ताव पर किसान संगठन भी अपनी मीटिंग पर मीटिंग कर रहे हैं।
हम चर्चा के लिए किसानों को फिर से आमंत्रित करते हैं : कृषि मंत्री
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक बार फिर किसानों को पांचवें दौर की बातचीत का न्योता दिया है। मुंडा ने कहा कि सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे की एमएसपी की मांग, क्रॉप डायवर्सिफिकेशन, पराली का विषय, एफआईआर पर बातचीत के लिए तैयार है। मैं दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। हमें शांति बनाए रखना जरूरी है। कृषि मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की ओर से चर्चा की कोशिशें की गई, कई प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। हमें बाद में पता चला कि किसान प्रस्ताव से खुश नहीं है। किसान संगठनों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हमें समाधान के लिए चर्चा जारी रखनी होगी क्योंकि शांतिपूर्वक तरीके से हमें समाधान निकालना होगा।
लखनऊ में डीएम ऑफिस का किया घेराव
दिल्ली में जारी किसानों के प्रदर्शन का असर आज प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी देखने को मिला। ट्रैक्टर मार्च के जरिये किसानों ने लखनऊ में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। ये प्रदर्शन दिल्ली बॉर्डर पर किसानो पर अत्याचार को लेकर किया गया। भारतीय किसान यूनियन के लोग ट्रैक्टर मार्च कर डीएम ऑफिस के बाहर पहुंच गए, जहां उन्होंने घेराव किया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अलोक वर्मा ने किया।
शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर बढ़ेंगे : डल्लेवाल
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे। किसानों के राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढऩे की योजना के बीच डल्लेवाल ने कहा कि हमारा इरादा शांति भंग करने का नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों की मांगों के संबंध में देरी की नीति अपनाने का आरोप लगाया और सरकार से किसानों के पक्ष में फैसला लेने की अपील की।
कोई युवा किसान नहीं बढ़ेगा आगे : पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने किसानों से अपील की है कि वे आगे नहीं बढ़ें। शंभू बॉर्डर पर अभी हंगामा हुआ है। पंढेर ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार एमएसपी की कानूनी गारंटी देती है, तो प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को कहा कि केंद्र सरकार के नुमाएंदे आए थे और उन्होंने फिर से बातचीत की बात कही है। पंढेर ने कहा है कि हमने फैसला किया है कि कोई भी युवा और किसान आगे नहीं चलेगा। सिर्फ किसान नेता ही आगे चलेंगे। हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ेंगे। ये सब कुछ खत्म हो जाता, अगर सरकार एमएसपी पर कानून बना देती।
सपा-कांग्रेस के बीच बन गई बात
- अखिलेश बोले- अंत भला तो सब भला
- जल्द हो सकता है गठबंधन का औपचारिक ऐलान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लोकसभा चुनावों में अब काफी कम वक्त बचा है, लेकिन अभी तक विपक्षी गठबंधन इंडिया में काफी हद तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है और कई राज्यों में सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर बात नहीं बन पा रही है। उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग पर बात बनते-बनते रह जा रही है। जिसके बाद कल ये खबरें आ गई थीं कि अब यूपी में गठबंधन नहीं होगा। लेकिन आज एक बार फिर सपा-कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बड़ी खबर सामने आई। खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ये साफ किया कि यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन होगा। अखिलेश ने कहा सब कुछ तय हो गया है और जल्द ही औपचारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा। इस दौरान सपा मुखिया ने साफ कहा कि अंत भला तो सब भला।
कोई विवाद नहीं : अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है। जल्द ही सारी चीजें साफ हो जाएंगी। बाकी चीजें तो पुरानी हो गई हैं। अंत भला तो सब भला। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की कोशिश रहेगी कि लोगों को जोड़ा जाए। समय आने पर लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम को ही सीट बंटवारे का ऐलान हो सकता है। बता दें कि समाजवादी पार्टी अब तक 31 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। जानकारी के मुताबिक सपा कांग्रेस को 17 से 19 सीटें दे सकती है।
उन्नाव में राहुल के स्वागत में उमड़ा जनसैलाब
- लखनऊ से आगे बढ़ी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
- आज शाम कानपुर की सीमा में करेगी प्रवेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
उन्नाव। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आज 39वां दिन है। यात्रा आजकल उत्तर प्रदेश में है। आज राहुल अपनी यात्रा लेकर उन्नाव पहुंचे। इस दौरान यात्रा का 12 स्थानों पर स्वागत किया गया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष आरती बाजपेयी ने बताया कि पार्टी के नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने आज सुबह लखनऊ के बनी से उन्नाव जिले की सीमा में प्रवेश किया। यहां से यात्रा का सोहरामऊ, नवाबगंज टोल टैक्स, दही चौकी व उन्नाव बाईपास पर स्वागत किया गया।
यात्रा बाईपास से शहर के अंदर होते हुए सुबह शास्त्री प्रतिमा पहुंची। यहां पर राहुल गांधी ने शास्त्री प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। खुली जीप में सवार होकर बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा होते हुए गांधी तिराहा पहुंचे। फिर आगे की यात्रा बस में करते हुए शेखपुर नहर चौराहा, सिंगरोसी तिराहा, मरहला चौराहा व गंगाघाट कोतवाली के पास पहुंचे। इसके बाद यात्रा आज कानपुर की सीमा में प्रवेश कर जाएगी।