मध्य प्रदेश में संगठन विस्तार करने में जुटीं अनुप्रिया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में आशातीत सफलता प्राप्त करने के बाद अपना दल (एस) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्ïदेनजर जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए अपना दल (एस) मध्य प्रदेश संगठन के सभी सदस्यों व कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में पार्टी प्रचारक के रूप में अधिक से अधिक सदस्यों को जोड़ने का प्रयन्त करें तथा प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व एक करोड़ 10 लाख नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य प्राप्त करने में महत्वपूर्व भूमिका निभाएं। पार्टी ने राज्य स्तर पर टीमों का गठन करना भी शुरू कर दिया है। वहीं ग्वालियर, चम्बल, सतना, रीवा और बुंदेलखंड जैसे जिलों में, जहां पार्टी का अच्छा प्रभुत्व देखने को मिलता है, वहां कार्यकर्ताओं को धरातल पर उतर कर, जन संपर्क साधने के लिए कहा गया है। पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के अनुसार अपना दल के संघर्षों ने ओबीसी के लिए आरक्षण को और मजबूत किया है। शिक्षक भर्ती से लेकर छोटे कामगारों के लिए पार्टी की कोशिशें रंग लाईं हैं। हम मध्य प्रदेश के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने और प्रत्येक कमजोर वर्ग की सशक्त आवाज बनने में विश्वास रखते हैं।

पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और जन समर्थन से अपना दल (एस) मध्य प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने की दिशा में काम कर रही है। अपना दल (एस) के प्रदेशाध्यक्ष अमृतलाल पटेल ने कहा कि अपना दल (एस) राष्टï्रीय कार्यकारिणी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अंदरूनी सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। हमारा ध्येय पिछड़े, वंचितों, शोषितों के प्रति पार्टी के समर्पण को जन-जन तक पहुंचना है। हम जिला-संभाग-तहसील स्तर पर समितियों का गठन कर के, ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से युवा साथियों को साथ लाने के लिए प्रयासरत हैं।

विधानसभा में बत्ती गुल की मिली सजा, तीन सस्पेंड

  •  राज्यपाल के अभिभाषण के बीच गुल हुई थी बिजली

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अचानक खराब हुए मौसम की मार आम लोगों के साथ बिजली विभाग के अधिकारियों पर भी पड़ी है। कल शुरू हुए यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान अचानक बिजली चली गई। बताया जा रहा है कि उस वक्त राज्यपाल के अभिभाषण चल रहा था। इसका खामियाजा बिजली विभाग के तीन अधिकारियों और एक कर्मचारी को भुगतना पड़ा है। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सोमवार को विधान भवन की बत्ती गुल होने को गंभीरता से लेते हुए शासन ने लखनऊ के विद्युत पारेषण खंड-प्रथम के अधिशासी अभियंता संजय पासवान, उपखंड अधिकारी पुष्पेश गिरी और अवर अभियंता अमर राज को निलंबित कर दिया है, जबकि उपकेंद्र परिचालक (संविदाकर्मी) दीपक शर्मा की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। बजट सत्र के पहले दिन विधान सभा मंडप में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान कुछ समय के लिए बत्ती गुल हो गई थी। तमाम इंतजाम के बावजूद सदन की कार्यवाही के दौरान यूं बिजली गुल होने पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा देर शाम शक्ति भवन मुख्यालय पहुंचे।

उन्होंने प्रमुख सचिव ऊर्जा और उप्र पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम.देवराज और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सदन में बिजली गुल होने के कारणों के बारे में जानकारी ली। मामले की पड़ताल करने पर पता चला कि तेज आंधी को देखते हुए ट्रांसमिशन उपखंड मार्टिनपुरवा से आपूर्ति ठप कर दी गई थी, जिससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई। प्रबंधन ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए अधिशासी अभियंता सहित अन्य पर कार्रवाई की है। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने बताया कि संबंधित पारेषण और वितरण खंड के अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि सदन की कार्यवाही के दौरान सभी सतर्क रहें ताकि निर्बाध बिजली आपूर्ति बनी रहे। बता दें कि आंधी व बारिश के कारण पहले सरोजनी नगर लाइन ट्रिप हुई, फिर चिनहट से चलाया गया, वह भी ट्रिप हो गई। विधानसभा सत्र के पहले दिन बिजली की आवाजाही अभियंताओं पर भारी पड़ी। हालांकि मिनटों में गोमती नगर ट्रांसमिशन से बिजली विधान भवन की सामान्य कर दी गई, लेकिन देर शाम तक चली जांच में तीन अभियंताओं को प्रारंभिक जांच में दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया गया।

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