शाखा विस्तार में कायम रहे संघ का अनुशासन : भागवत

लखनऊ। गोरक्ष प्रांत की बैठक के लिए तीन दिन के प्रवास पर गोरखपुर आए राष्टï्रीय सरसंघचालक मोहन भागवत ने बैठकों के क्रम में दूसरे दिन प्रांत के प्रचारकों की बैठक ली। दो सत्र में चली बैठक में संघ प्रमुख ने सभी प्रांत प्रचारकों से कहा कि वह शाखा विस्तार पर विशेष ध्यान दें और इसके लिए स्वयंसेवकों को लोगों से संपर्क के लिए प्रेरित करें। संपर्क अभियान जितना सफल होगा, संगठना का दायरा उतना ही बड़ा होगा। शाखा विस्तार के दौरान संघ के अनुशासन को बनाए रखने पर भी संघ प्रमुख का विशेष जोर रहा। इसके लिए उन्होंने संगठन में प्रवेश से पहले प्रशिक्षण पर बल दिया। उनका मानना था कि प्रशिक्षित स्वयंसेवक ही संगठन के मानक को पूरा करते हुए शाखा विस्तार में अपना योगदान सुनिश्चित कर सकेगा। संघ प्रमुख ने समय-समय पर संघ की ओर से सामाजिक सरोकार से जुड़े अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने की बात भी कही।

उन्होंने कहा कि सामाजिक सरोकार के लिए कार्य करना संगठन का पवित्र उद्ïदेश्य और लक्ष्य दोनों है। प्रचारकों को इस पर ध्यान देने को कहा कि संगठन को मजबूती देने का कार्य प्रभावित न होने पाए। मोहन भागवत ने प्रचारकों से कहा कि पदाधिकारियों को प्रेरित करें कि वह क्षेत्र में अपना प्रवास बढ़ाएं। ऐसा करके कि वह अधिक से अधिक लोगों को संगठन से जोड़ सकेंगे। शाखाओं में होने वाले कार्यक्रमों की निरंतरता बनाए रखने और संगठन की बैठक के नियमित आयोजन की अपील संघ प्रमुख ने लगातार दूसरे दिन की। बैठक में प्रांत के जिला, विभाग और प्रांत प्रचारकों के अलावा अनुषांगिक संगठनों के करीब 50 प्रचारकों की मौजूदगी रही। संघ के प्रमुख की दो सत्रों हुई बैठक के अलावा भी दो बैठकें हुईं, जिसमें प्रचारकों को क्षेत्र प्रचारक अनिल ने लिया। उन्होंने संगठन की मजबूती के लिए प्रचारकों द्वारा किए जा रहे कार्य की समीक्षा की। इस दौरान प्रांत प्रचारक सुभाष भी मौजूद रहे।

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