महाराष्ट्र में बीजेपी को तगड़ा झटका, धैर्यशील पाटिल ने दिया इस्तीफा

लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र मे सियासी हलचल बढ़ गई है.... बता दें कि लोकसभा चुनवा में 400 पार के लक्ष्य को लेकर चल रही बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है.... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है…. सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई है… वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र मे सियासी हलचल बढ़ गई है…. बता दें कि लोकसभा चुनवा में 400 पार के लक्ष्य को लेकर चल रही बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है…. और बीजेपी नेता धैर्यशील मोहिते पाटिल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है… जिससे बीजेपी को बड़ा झटका लगा है… वहीं महाराष्ट्र में बीजेपी को एक के बाद एक बड़ा झटका लग रहा है… जिसको देखते हुए बीजेपी को अपना लक्ष्य आसान नहीं दिखाई पड़ रहा है…  आपको बता दें कि 84 साल के हो चुके शरद पवार महाराष्ट्र में ऐसे-ऐसे राजनीतिक दांव पेंच खेल रहे हैं… कि उन्हें खत्म करने का ख्वाब देख रहे उनके राजनीतिक दुश्मनों के पसीने छूट रहे हैं…. वहीं महाराष्ट्र की विपक्षी महा विकास आघाडी में सीटों के बंटवारे में शरद पवार को भले ही सबसे कम सीटें मिली हैं…. लेकिन चुनावी नतीजों के बाद हो सकता है कि शरद पवार के उम्मीदवारों का स्ट्राइक रेट सबसे बेहतर हो…. बता दें कि गुरुवार को शरद पवार ने माढा लोकसभा सीट पर बीजेपी में सेंध लगा दी…. और बीजेपी के नेता धैर्यशील मोहिते पाटील को बीजेपी से तोड़कर शरद पवार न सिर्फ अपने साथ ले आए हैं…. बल्कि उन्हें बीजेपी के अधिकृत उम्मीदवार रणजीत सिंह नाइक निंबालकर के खिलाफ लोकसभा की उम्मीदवारी भी देने जा रहे हैं…. वहीं इस दांव का असर बारामती, सातारा, सोलापुर सीट पर भी पड़ेगा….

जिसको देखते हुए महाराष्ट्र में बीजेपी पर लोकसभा चुनाव से पहले मुसीबत टूटती दिख रही है…. बता दें कि धैर्यशील पाटील ने बीजेपी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है…. जिसको लेकर बताया जा रहा है… कि बीते दिनों धैर्यशील पाटील शरद पवार से भी मिले थे…. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही एनसीपी शरद पवार में शामिल हो सकते हैं…. इतना ही नहीं शरद पवार पाटील को बीजेपी उम्मीदवार के सामने चुनाव मैदान में भी उतारने वाले है… जिसको देखकर ऐसा लगता है कि पवार का पावर बीजेपी को बहुत महंगा पड़ता दिखाई दे रहा है… वहीं पवार सियासत के सबसे बड़े खिलाड़ी है…. और उन्होंने राजनीति में अपने जीवन के 84 साल बिता दिए है…. और उन्हें राजनीति के सारे सियासी पैंतरे पता है… कि कब किसको कहां पर पटखनी देनी है…. भले ही शरद पवार शांत दिखाई दे रहे हो… लेकिन उनकी चाल और सियासी दांप पेच कभी खाली नहीं जाती है…. वहीं पवार के सियासी दांव पेच का सामना करना इतना आसान नहीं है…. बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी की सारी गणित फेल होती दिख रही है… और बीजेपी को 400 का लक्ष्य भेद पाने में विपक्ष कड़ी टक्कर दे रहा है… और बीजेपी की सभी जुमलेबाजी का नतीजा 4 जून को सामने आ जाएगा….

मराठी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक…. जब बीजेपी ने महाराष्ट्र लोकसभा की पहली कैंडिडेट लिस्ट जारी की थी…. तो माढा सीट से रणजीत सिंह नाइक निंबालकर को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया गया था…. जिसके चलते चर्चा है कि मोहिते पाटील बीजेपी के इस निर्णय से खासा नाराज हैं…. जिसको लेकर ऐसा माना जा रहा है कि वह एनसीपी (शरद पवार) में शामिल हो सकते हैं… और उन्हें शरद पवार पसंद की सीट से टिकट दे सकते हैं…. इतना ही नहीं अगर शरद पवार ऐसा करते है… तो बीजेपी के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती होगी… और बीजेपी का महाराष्ट्र में सफाया हो जाएगा… जिसका मुख्य कारण बीजेपी की सबसे बड़ी तानाशाही का नतीजा है… बीजेपी में इस तरह की तानाशाही व्याप्त है… कि बिना तानाशाह के परमिशन के कोई भी निर्णय नहीं ले सकता है…. और तानाशाह के अंदर इतनी तानाशाही भरी पड़ी है… जिसके कई उदाहरण जनता के सामने आ चुके है…. जिसको जनता ने कई बार देखा है…. चाहे वह भारत रत्न वितरण कार्यक्रम हो… या फिर कोई अन्य कार्यक्रम जहां पर तानाशाह महोदय कुर्सी छोड़ने का जहमत नहीं उठाते है…. और देश की महामहिम बगल में खड़ी रहती है… वहीं जो भी वादे देश की जनता से करते है…. वो कोई भी वादे धरातल पर दिखाई तक नहीं देते है… सब सिर्फ हवा हवाई हो जाते है….

आपको बता दें कि इस्तीफा देने के बाद धैर्यशील पाटील ने कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी, सोलापुर जिला संगठन के महासचिव का पद संभाला है…. साथ ही, उनके पास मालशिरस विधानसभा चुनाव प्रमुख की भी जिम्मेदारी रही है… और उन्होंने जिला, मंडल कार्यकारिणी समिति, मोर्चा, प्रकोष्ठ आदि संगठनों का गठन…. और कार्यान्वयन भी किया है…. साथ ही शक्ति केंद्र, महायोद्धा, बूथ संरचनाओं को भी एक्टिव किया…. और बीजेपी में रहते हुए हमने महाराष्ट्र में संगठन को मजबूत करने का काम किया है…. लेकिन बीजेपी ने मेरे कार्यों को नजरअंदाज कर दिया है… बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की बीजेपी ने अपने तानाशाही रवैये के चलते तमाम पदाधिकारियों से किनारा किया… जिसके परिणाम स्वारूप बीजेपी को उन नेताओं से बगावत ही देखने को मिला है…

वहीं धैर्यशील पाटील ने कहा कि पार्टी और जनता द्वारा उन पर जताए गए विश्वास के लिए वह हमेशा आभारी रहेंगे….. इसी के साथ उन्होंने जानकारी दी कि वह निजी कारणों से बीजेपी के सभी पदों के साथ-साथ पार्टी से भी इस्तीफा दे रहे हें….. और धैर्यशील पाटील ने पार्टी आलाकमान से इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध किया…. बता दें कि इस्तीफा स्वीकार होते ही धैर्यशील पाटील शरद पवार का दामन थाम लेंगे और बीजेपी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरगें… जिसका लाभ पाटील को आगामी चुनाव में मिलेगा… क्योंकि पाटिल जनीन से जुड़े हुए नेता है… और महाराष्ट्र में उनको जनता का अच्छा समर्तन प्राप्त है… जिसका फायदा पाटील सहित पवार को भी मिलेगा और महाराष्ट्र में बीजेपी का सफाया करने में भी मददगार साबित होगा… बता दें कि महाराष्ट्र फतह करने की बात करने वाली बीजेपी अभी तक शीट शेयरिंग के मामले को नहीं सुलझा पाई है… जिसको लेकर भी महाराष्ट्र बीजेपी में अंतर्कलह जारी है…. और जिन सांसदों को टिकट कटने का अंदेशा है… वे सभी सांसद मुंबई में आकर सीएम शिंदे से मुलाकात कर रहे है… वहीं अगर बीजेपी सीटिंग सांसदों का टिकट काट देती है तो महाराष्ट्र में बीजेपी को और झटके लगेंगे… और बीजेपी के सभी दांव फेल हो जांएगे…

आपको बता दें कि धैर्यशील मोहिते पाटिल माढा से एनसीपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री विजयसिंह मोहिते पाटिल के भतीजे हैं…. औऱ उन्होंने 2019 में बीजेपी ज्वाइन की थी…. जानकारी के मुताबिक धैर्यशील माढा से टिकट मांग रहे थे… लेकिन बीजेपी ने मौजूदा सांसद रणजीतसिंह नाइक निम्बालकर को दोबारा टिकट दे दिया… इससे वह नाराज थे… वहीं इसी नाराजगी के चलते पाटिल ने बीजेपी को अलविदा कह दिया…. जिसका खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ेगा… शरद पवार धैर्यशील को माढा से चुनावी मैदान में उतारने की फिराक में हैं…. जिसका फायदा शरद पवार को मिलेगा और बीजेपी को जबरदस्त पटखनी मिलेगी…

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मोहिते पाटील परिवार के सदस्य बीजेपी विधायक रणजीत मोहिते पाटील के मार्फत मध्यस्थता की कोशिश की…. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ…. इसी बीच बीजेपी उम्मीदवार रणजीत सिंह नाइक निंबालकर की उम्मीदवारी के खिलाफ एनसीपी नेता….. और विधान परिषद के पूर्व सभापति रामराजे नाइक निंबालकर का सपोर्ट भी मोहिते पाटील परिवार को मिल गया….. इसके बावजूद बीजेपी उम्मीदवार बदलने को राजी नहीं हुई…. जिसके बाद धैर्यशील का गुस्सा फूटा और उन्होंने बीजेरी से अपना इस्तीफा दे दिया… जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है… वहीं बीजेपी का महाराष्ट्र फतेह का सपना चकनाचूर होता दिख रहा है…

बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर चाहे एनडीए हो या फिर इंडिया गठबंधन सभी दलों में मतभेद उभरकर सामने आए हैं…. कई नेता टिकट की उम्मीद में थे लेकिन उम्मीदों पर पानी फिर गया… इसकी वजह से कोई दलबदल कर रहा है… तो कोई निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटा है…

 

 

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