समन्वय से किए जा सकते हैं बड़े से बड़े कार्य : सीएम योगी
- गोरखपुर में कुलपतियों संग रखे अपने विचार
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी भी बड़े कार्य को सकुशल और सफलतम रूप में सम्पन्न करने के लिए समन्वय की जरूरत होती है। जब तक समन्वय नहीं होगा तब तक कोई उपलब्धि पूर्ण कार्य संभव नहीं हो सकता। मैंने व्यक्तिगत जीवन में इसे आजमाया है, तभी इंसेफेलाइटिस के उन्मूलन जैसे कार्य संभव हो सके हैं। मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर में गोरखपुर के सभी चार विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से बातचीत में बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, नैक का ए ग्रेड हासिल करने की उपलब्धि को लेकर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि विभागीय समन्वय का ताजा उदाहरण है। अन्य कुलपतियों से उन्होंने कहा कि वह प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की कार्यशैली का अनुसरण करें। नैक मूल्यांकन के लिए वहां से मार्गदर्शन और सहयोग लें। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े कार्य के लिए छोटी टीम बनाए, जिससे नेतृत्व को उसके साथ समन्वय बनाने में आसानी हो। छोटी टीम के साथ लक्ष्य पर फोकस करना भी आसान हो जाता है। विश्वविद्यालयों में शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कार्य करें। उन्होंने कुलपतियों से कहा कि वह अपने-अपने विश्वविद्यालय में शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कार्य करें। अध्ययन-अध्यापन के लिए लक्ष्य आधारित योजना बनाएं और उनका क्रियान्वयन करें।
खाते में नहीं पहुंचा यूनीफॉर्म का पैसा, सीएम से शिकायत
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर पर बड़ी संख्या में अभिभावकों ने शिकायत की है कि हमें हमारे बच्चों के यूनीफार्म, स्कूल बैग, स्वेटर व जूता-मोजे के लिए धन बैंक खाते में नहीं मिला। प्रदेश सरकार पिछले शैक्षिक सत्र से प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को यूनीफार्म, स्कूल बैग, स्वेटर व जूता-मोजे खरीदने के लिए अभिभावकों के बैंक खाते में 1100 रुपये प्रति छात्र-छात्रा भेज रही है। डीबीटी योजना के तहत करीब डेढ़ करोड़ छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को धन भेजने का दावा किया जा रहा है। पहली जून तक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर को जिलेवार एक लाख 86 हजार 301 अभिभावकों का फीडबैक मिला, सभी ने सवालों के बेबाकी से जवाब दिए। उनमें से एक लाख पांच हजार 201 अभिभावकों ने बताया कि बैंक खाते में पैसा मिल गया है। ऐसे में करीब 22689 अभिभावक ऐसे हैं जिन्हें धन नहीं मिला है, वहीं, 43 हजार अभिभावकों ने बैंक खाता ही चेक नहीं किया है।
आजमगढ़ का नाम अब होगा आर्यमगढ़!
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के पहले कार्यकाल में इलाहाबाद तथा फैजाबाद का नाम बदलने के बाद अब बारी आजमगढ़ की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका संकेत भी दे दिया है। आजमगढ़ में उन्होंने दो जनसभा को भी संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में आजमगढ़ लोकसभा उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के पक्ष में दो चुनाव सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजमगढ़ को आर्यमगढ़ बनाने की प्रक्रिया के साथ जुड़ने का अवसर आपके पास आया है, चूकिएगा मत। आजमगढ़ को आतंकगढ़ मन बनने दीजिएगा। ईश्वर ने आपको अवसर दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तो आजमगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की रीढ़ बनने वाला है। यह केवल आवागमन का माध्यम नहीं है, बल्कि यहां के विकास की धुरी बनने वाला है। आजमगढ़ में एयरपोर्ट नहीं था, हम लोगों ने एयरपोर्ट दिया है। यहां महाराजा सुहेलदेव जी के नाम पर विश्वविद्यालय का निर्माण हो रहा है, जिसका शिलान्यास गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। विश्वविद्यालय बनने से विकास की ढेर सारी संभावनाएं सृजित होंगी।