भुनी अदरक से बनीं गोलियां खांसी में देंगी राहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अदरक आपकी खांसी का इलाज करती है। इसलिए अगली बार जब आपको एलर्जी हो या लगातार खांसी परेशान करे तो गोली खाने या कफ सिरप पीने की बजाय यह झटपट और आसानी से तैयार होनेवाला घरेलू नुस्खा ट्राई कीजिए। अदरक श्वसन अंगों को सिकुडऩे से रोकता है। यह बलगम के निर्माण को आसान बनाता है जिससे खांसी सूखी नहीं रहती। अदरक में एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते हैं जो गले और श्वसन नली से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है, और आपको खांसी से आराम मिलता है। इसी तरह अदरक में मौजूद जिंजरोल्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व भी आपकी समस्या को दूर करने में सहायता करते हैं। यही नहीं अदरक अपने एन्टीहिस्टमीन तत्वों के कारण नाक और श्वसन नली में होनेवाली एलर्जी को भी रोकता है और अस्थमा-ब्रोंकाइटिस जैसे बीमारियों से आपको बचाता है। इसमें नमक मिलाने से एक दवा के तौर पर इसकी क्षमता बढ़ जाती है। नमक बलगम बनाने वाले अंगों पर असर करता है और बैक्टिरीया पनपने नहीं देता।

सामग्री

50 ग्राम अदरक, 50 ग्राम गुड़, 50ग्राम शहद, 1/2 चम्मच काली मिर्च पाउडर, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, थोड़ा सा नींबू का रस।

विधि

अदरक को धोकर छील लें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।धीमी आंच पर तवे या पैन में अदरक के टुकड़ों को हल्का भूरा होने तक भून लें। अदरक की खुशबू आने लगेगी और यह थोड़ी सूखी हो जाएगी। भुनी हुई अदरक को ठंडा होने के बाद मिक्सर या सिलबट्टे पर पीसकर पेस्ट बना लें। एक पैन में गुड़ को धीमी आंच पर पिघलाएं जब तक वह गाढ़ा सिरप न बन जाए ध्यान रखें कि गुड़ जलने न पाए, इसे बीच-बीच में हिलाते रहें।पिघले हुए गुड़ में शहद, अदरक का पेस्ट, काली मिर्च पाउडर और इलायची पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाकर थोड़ी देर पकाएं, जब तक यह एक समान न हो जाए। आप चाहें तो थोड़ा नींबू का रस भी मिला सकते है। मिश्रण को हल्का ठंडा होने दें ताकि इसे हाथों से छू सकें। अपने हाथों में थोड़ा घी लगाएं और मिश्रण से छोटी-छोटी गोलियां बना लें।इन्हें एक प्लेट में रखें और ठंडा होने दें ताकि ये सख्त हो जाएं। गोलियों को एयरटाइट डिब्बे में रखें। इन्हें 2-3 हफ्ते तक इस्तेमाल किया जा सकता है।खांसी और गले की खराश के लिए दिन में 2-3 बार इन गोलियों का सेवन करें।

बिना धूप के ऐसे तैयार करें अचार

बाजार में तरह-तरह की हर मौसम में सब्जियां आ जाती हैं, जो रंग-बिरंगी होने के साथ ही स्वाद और सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं। इस मौसम में पालक-बथुआ के पराठे, आलू-प्याज के पराठे और मूली और गोभी के पराठे खाना लोग काफी पसंद करते हैं। इस तरह के खाद्य सामग्रियों का स्वाद अचार बढ़ा देता है। सर्दियों के मौसम में ताजा और लजीज अचार फटाफट बनाया जा सकता है। इस मौसम में खासतौर पर मूली गाजर का अचार बनाया जाता है, हालांकि सर्दियों में तेज धूप न निकलने के कारण अचार को सुखाने या गलाने की समस्या रहती है लेकिन गाजर और मूली का इंस्टेंट अचार बिना धूप में सुखाए भी आसानी से बन जाता है। इसे बनाने में न तो अधिक वक्त लगता है और ना ही धूप की जरूरत होती है।

सामग्री

दो गाजर कद्दूकस किए हुए, एक मूली कद्दूकस की हुई, (चाहे तो पतले और छोटे टुकड़ों में भी काट सकते हैं) एक चम्मच अदरक कद्दूकस किया हुआ नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, आधा चम्मच सौंफ, चुटकीभर मेथी दाना, दो चम्मच सरसों का तेल, एक-दो चम्मच सिरका।

विधि

सबसे पहले गाजर और मूली को अच्छी तरह से धोकर छील लें। अब इसे कद्दूकस कर लें। एक बड़े बर्तन में कद्दूकस किया हुआ गाजर और मूली एकत्र करके उसमें स्वादानुसार नमक, चुटकी भर हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, सौंफ, मेथी दाना और अदरक डालकर अच्छे से मिला लें। एक कढ़ाई में सरसों का तेल गर्म करें। इसमें थोड़ा सा मेथी दाना डालकर भूनें। जब तेल गर्म हो जाए और मेथी दाना हल्का सुनहरा हो जाए तो इसमें मूली और गाजर का मिश्रण मिलाएं। ऊपर से सिरका डालकर अच्छी तरह से मिला लें। तेल और सिरका अचार को जल्दी पका देंगे और इसमें ताजगी भी बनी रहेगी। जब सभी सामग्री अच्छे से मिल जाए और मसाले व तेल गाजर-मूली के टुकड़ों में अच्छे से समा जाए तो समझिए अचार तैयार है। इसे आप तुरंत खाने के साथ सर्व कर सकते हैं। आप चाहें तो इसे कुछ घंटों के लिए रख भी सकते हैं। बिना फ्रिज में स्टोर किए ये अचार एक हफ्ते तक ठीक रहता है। लेकिन अगर लंबे समय तक स्टोर करना हो, तो इसे एयरटाइट कंटेनर में रखकर फ्रिज में रख सकते हैं।

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