भाजपा ने की दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था खराब: केजरीवाल

- शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र भी प्राइवेट कंपनियों को दिए जा रहे
- आप संयोजक बोले- भाजपा पूरे देश में गुजरात मॉडल को लागू करना चाहती है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए शिक्षा व्यवस्था को खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा पूरे देश में गुजरात मॉडल को लागू करना चाहती है। यह डबल इंजन मॉडल है। भाजपा एक राज्य बताएं जहां उनकी सरकार है और उन्होंने वहां शिक्षा को खराब नहीं किया है।
इससे पहले केजरीवाल ने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों में फीस वृद्धि के बाद दिल्ली में शिक्षा प्रणाली पूरी तरह से भाजपा सरकार के तहत माफियाओं के चंगुल में फंस गई है। अभिभावक निजी स्कूलों के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और भाजपा के मंत्री सरकारी स्कूल-सरकारी स्कूल का खेल खेलने में व्यस्त हैं। उन्हें समस्या के समाधान के लिए वहां जाना चाहिए। लेकिन वे निजी स्कूल मालिकों से डरते हैं। सरकारें माफियाओं के साथ काम कर रही हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र भी प्राइवेट कंपनियों को दिए जा रहे हैं। यह कंपनियां माफियाओं की तरह काम कर रही हैं। आप देखेंगे कि जहां पर भी स्कूल बंद हुए हैं वहां पर कुछ समय के बाद स्थानीय पार्षद ने स्कूल बना लिया है। हर जगह यही हो रहा है। इसी तरह अस्पतालों में भी नेताओं की पार्टनरशिप है। सरकारें जनता को बेहतर स्कूल और अस्पताल भी नहीं दे सकतीं तो क्या करेंगी। दिल्ली में भाजपा की सरकार आते ही प्राइवेट स्कूलों की फीस 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। हमने प्राइवेट स्कूलों पर सख्ती की ताकि माता पिता पर फीस का बोझ न आए। हम विपक्ष में हर गलत निर्णय का पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे। विधानसभा से सडक़ तक हर मोर्चे पर जनता की लड़ाई लड़ेंगे।
शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को नजरअंदाज करना भारी पड़ेगा : सिसोदिया
आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि पार्टी की दिल्ली में हार से हमारा राजनीतिक सफर रुक नहीं गया। पार्टी का पूरा फोकस अभी पंजाब पर है। पंजाब में हमें सकारात्मक परिणाम लाकर दिखाना हैं। भारत की जनता जागरूक हो रही है और भविष्य में वह पूरी तरह से शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर वोट देगी। वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा और आप में यह अंतर बहुत कम रहा। हमें सिर्फ दो प्रतिशत वोट कम मिले हैं। हमने दिल्ली में देश के सबसे बेहतर सरकारी स्कूल बनाकर दिए। जनता अब जागरूक हो रही है। किसी भी हार से कोई सफर रुक नहीं जाता। भविष्य में जनता जागरूक होगी और शिक्षा और स्वास्थ्य में बेहतर परिणाम देने वाले नेताओं को ही चुनेगी।