सबसे ज्यादा गुंडों को भाजपा ने दिया टिकट, पहले भी सबसे अधिक अपराधी विधायक थे भाजपा में

पहले चरण के चुनाव में भाजपा के 57 प्रत्याशियों में 29 पर आपराधिक मामले दर्ज

  • मेरठ के सिवाल खास से भाजपा उम्मीदवार मनिंदर पाल पर दर्ज हैं डेढ़ दर्जन मुकदमे
  • एडीआर की रिपोर्ट से खुलासा, कांग्रेस समेत अन्य दलों ने भी दिए दागियों को टिकट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। प्रदेश को अपराध मुक्त करने का दावा करने वाली भाजपा की पोल एक बार फिर खुल गयी है। सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा ने फिर तमाम दागियों को विधान सभा के चुनाव मैदान में उतारा है। पहले चरण में सबसे अधिक आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार भाजपा के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं। भाजपा के 57 प्रत्याशियों में 29 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। दागियों को टिकट देने में सपा और कांग्रेस दूसरे नंबर पर है। बसपा तीसरे और रालोद चौथे स्थान पर है। यह खुलासा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक

रिफाम्र्स इलेक्शन वॉच (एडीआर) ने उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण करने के बाद किया है।
यूपी विधान सभा के पहले चरण का चुनाव दस फरवरी को होना है। सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने पहले चरण के चुनाव में सबसे अधिक दागी प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। एडीआर के कोआर्डिनेटर अनिल शर्मा के मुताबिक पहले चरण की 58 सीटों पर 623 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 615 प्रत्याशियों के हलफनामे का विश्लेषण किया गया है। इसमें एक चौथाई यानी 156 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें 121 पर गंभीर अपराधिक मामले हैं। इस चरण के लिए प्रत्याशियों द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे के मुताबिक भाजपा के 57 प्रत्याशियों में से 29 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि सपा के 28 में से 21 और रालोद के 29 में से 17 प्रत्याशियों पर आपराधिक केस हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के 58 में 21 प्रत्याशी, बसपा के 56 में 19 उम्मीदवार और आम आदमी पार्टी के 52 में से 8 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गौरतलब है कि पिछली विधान सभा चुनाव में भी भाजपा के सौ से अधिक दागी प्रत्याशी विधायक बने थे।

मुख्य बिंदु

  • सबसे अधिक 32 मुकदमे मेरठ की हस्तिनापुर सीट से सपा उम्मीदवार योगेश वर्मा पर हैं। इसमें 71 धाराएं गंभीर अपराध की हैं।
  • इसमें हत्या के प्रयास की धाराएं भी शामिल हैं।
  • दूसरे नंबर पर भाजपा के मेरठ की सिवालखास सीट से उम्मीदवार मनिंदर पाल हैं। उनके खिलाफ कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं इसमें 36 धाराएं गंभीर अपराध की हैं।
  • सरधना से सपा उम्मीदवार अतुल प्रधान के खिलाफ 38 मामले दर्ज हैं।
  • 12 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनपर महिला संबंधी अपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें बुलंदशहर से रालोद प्रत्याशी मोहम्मद युनुस पर दुष्कर्म का मामला शामिल है।

भाजपा के 55 प्रत्याशी हैं करोड़पति

रिपोर्ट के मुताबिक पहले चरण में 280 प्रत्याशी करोड़पति हैं। सबसे अधिक करोड़पति उम्मीदवार भाजपा में हैं। भाजपा के 57 में 55 प्रत्याशियों ने अपनी संपत्ति एक करोड़ या इससे अधिक बतायी है। बसपा के 56 में 50 और कांग्रेस के 32 उम्मीदवार करोड़पति हैं। सपा के 23 उम्मीदवार और राष्टï्रीय लोकदल के 28 उम्मीदवार करोड़पति हैं। आम आदमी पार्टी के भी 52 में से 22 उम्मीदवार करोड़पति हैं। मेरठ कैंट सीट से भाजपा के उम्मीदवार अमित अग्रवाल की कुल चल और अचल संपत्ति 148 करोड़ की है। अमित पर 13 करोड़ की देनदारी भी है। बसपा के मथुरा सीट से उम्मीदवार एसके शर्मा की कुल संपत्ति 112 करोड़ से अधिक है। सपा के बुलंदशहर की सिकंदराबाद सीट से उम्मीदवार राहुल यादव की संपत्ति 100 करोड़ है।

सुरेश राणा से लेकर संगीत सोम तक पर केस

एडीआर ने पिछले साल उत्तर प्रदेश की 403 विधान सभा के 396 विधायकों के वित्तीय, आपराधिक व अन्य विवरणों का विश्लेषण किया था। तब विधान सभा में 7 सीटें खाली थीं। एडीआर ने 2017 में चुनाव के दौरान उम्मीदवारी पेश करते वक्त दाखिल किए गए शपथ पत्र का विश्लेषण कर रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में 140 यानी 35 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन 140 विधायकों में 106 विधायक ऐसे हैं जिनपर हत्या, लूट, डकैती और दंगे जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के 304 विधायकों में से 106 पर, सपा के 49 में से 18 पर, बसपा के 18 में से 2 पर और कांग्रेस के एक विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

 

इधर सीएम गिना रहे थे सरकार की उपलब्धियां उधर सो रहे थे मंत्री कौशल किशोर

  • मोदी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री हैं कौशल किशोर, अनुराग ठाकुर ने जगाया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। विधान सभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे तब वहां मौजूद केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर सो रहे थे। मीडिया ने जैसे ही मंत्री की ओर कैमरा किया तो प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनको जगाया। इसके बाद भी कौशल किशोर एक बार फिर सोते नजर आए। यह पहली घटना नहीं है। सीएम योगी के भाषणों के दौरान भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब विधायक और मंत्री सोते दिखे हैं।

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