भाजपा ने जदयू को तोडऩे की रची थी साजिश, अब नहीं करेंगे समझौता: नीतीश
आरसीपी सिंह को एकनाथ शिंदे बनाने की थी कोशिश
पार्टी की राष्ट्रीय परिषद में पास हुआ राजनीति प्रस्ताव
4 पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा ने जदयू को तोडऩे की साजिश रची थी। अब वे जीवन में भाजपा के साथ समझौता नहीं करेंगे। जब तक वह हैं, तब तक जदयू किसी भी कीमत पर भाजपा के साथ नहीं जाएगा।
जदयू राष्ट्रीय परिषद में नीतीश कुमार ने कहा कि एक साजिश के तहत जदयू को कमजोर करने का फार्मूला तैयार किया गया। भाजपा ने अपने संगठन प्रभारी रहे राजेंद्र सिंह को विधान सभा चुनाव में लोजपा के टिकट पर लड़ा दिया। ऐसा पहली बार हुआ जब भाजपा ने अपने संगठन प्रभारी को दूसरे दल के टिकट पर मैदान में उतार दिया। चुनाव के बाद जदयू की कम संख्या पर भाजपा के लोग टिप्पणी करते रहे। आरसीपी सिंह को एकनाथ शिंदे बनाए जाने की कोशिश हो रही थी पर बिहार में यह सफल नहीं हो सका। जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में रविवार को देश के स्तर की चर्चा में रहे कई मसलों पर विमर्श हुआ। बैठक में कहा गया कि केंद्र सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को पूंजीपतियों के हाथों बेचकर अपने चहेते उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है। कंपनियों की आमदनी बढऩे के बावजूद उनके कॉरपोरेट टैक्स को ३० प्रतिशत से घटाकर १८ प्रतिशत कर दिया गया। इससे पिछले तीन सालों में सरकारी खजाने में तीन लाख करोड़ का नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं पिछले पांच साल में सरकारी बैंकों ने १० लाख करोड़ रुपए कर्ज की रकम को बट्टे खाते में डाल दिया। अग्निवीर भर्ती योजना देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है। राजनीतिक प्रस्ताव के तहत इस पर बात पर जदयू राष्ट्रीय परिषद में सहमति बनी कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने से राज्य में चारो तरफ खुशी का माहौल है। महागठबंधन की सरकार समाज के सभी वर्गों के व्यापक हित में काम करने को संकल्पित है।