राहुल गांधी की नयी छवि से भाजपा भयभीत!
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की पूछताछ करीब चालीस घंटे से ज्यादा चली। राहुल से अकेले में पूछताछ की गई, इस दौरान उनके वकील को भी साथ रहने की अनुमति नहीं दी गई। आशंका जताई जा रही है कि राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जा सकता है। ऐसे में सवाल उठता हैं क्या राहुल को जेल भेजना चाहती है भाजपा? इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार सुशील दुबे, राजेश बादल, केपी मलिक, डॉ. अनिल यादव, प्रो.रविकांत, कांग्रेस प्रवक्ता शुचि विश्वास और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
सुशील दुबे ने कहा, राहुल गांधी के बाद सोनिया को भी ईडी के सामने पेश होना पड़ेगा। ईडी शिंदे को क्यों नहीं बुला रही? ये चूहा-बिल्ली का खेल खेलेंगे। गिरफ्तार नहीं करेंगे, परेशान करेंगे। ये राजनीतिक प्रताडऩा है। प्रो. रविकांत ने कहा, बीते दो-तीन सालों में इकोनामी, कोरोना और चीन मुद्ïदे पर कई सवालों को राहुल गांधी ने जनता के सामने रखा है, उससे भाजपा डरी हुई है। राहुल की छवि निखरने लगी हैं, इससे भाजपा परेशान है इसलिए भाजपा डैमेज करने में जुटी हुई हैं।
शुचि विश्वास ने कहा कांग्रेस ही एक मात्र दल है जो लोकतंत्र बचाने के लिए मुखर होकर भाजपा से लड़ रही है। भाजपा की कोशिश है लगातार दबाने की, झुकाने की, मगर राहुल गांधी डरने वाले नहीं है। राहुल ही नहीं, देश समझ रहा है कि सरकार की मंशा क्या है।
राजेश बादल ने कहा इस मामले में इतनी पूछताछ, इतनी खबरें, इतना प्रचार हो चुका है तो ये साफ है कि ये सियासी मामला है। पार्टी में कुछ गलतियां हुई हैं इसी का खामियाजा आज कांग्रेस भुगत रही है। डॉ. अनिल यादव ने कहा, मोदीजी तीसरी बार पीएम बनना चाहते हैं। हिंदू-मुसलमान करते आ रहे है, भारत-पाक करते आ रहे है। 63 फीसदी आज भी बीजेपी को पसंद नहीं करते हैं, 37 फीसदी से ही सरकार बनीं तो भाजपा चाहती है कि विपक्षी एकता एक न हो। केपी मलिक ने कहा, ईडी का प्रयोग सत्ताधारी दल करते रहे, इसमें कोई नई बात नहीं। जनता राहुल गांधी को सीरियस ले रही तो ये भाजपा के लिए चिंता का विषय है।