राजस्थान में बीजेपी का OBC कार्ड, नए नारे के साथ चुनावी मैदान में भाजपा
लोकसभा चुनाव में राजस्थान में बीजेपी ने लगभग आधी सीटें गवां दीं.... बीजेपी को 25 सीटों में से 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था.... जबकि 2019 में भाजपा ने प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत का परचम लहराया था... देखिए खास रिपोर्ट...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव में राजस्थान में बीजेपी ने लगभग आधी सीटें गवां दीं…. बीजेपी को 25 सीटों में से 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था…. जबकि 2019 में भाजपा ने प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत का परचम लहराया था….. राजनीति के जानकार भाजपा की इस हार के कारणों में से एक कारण उस नैरेटिव को मानते हैं….. जिसमें कहा गया था कि अगर भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो वो संविधान बदल कर आरक्षण खत्म कर देंगे…. अब एक बार फिर राजस्थान में भाजपा सरकार के सामने ऐसी ही स्थिति आ गई…. वहीं आने वाले दिनों में राजस्थान में उपचुनाव होने हैं… जिसको लेकर बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है… और लोकसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेकर ओबीसी वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रोज नए-नए पैंतरे आजमा रही है… आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने अपनी पद की मर्यादा को ताक पर रख दिया था… और अपनी पद की गरिमा को भुला दिया था… वहीं बीजेपी के प्रत्याशी लगातार संविधान बदलने की बात कर रहे थे.. इसका मुख्य कारण दो हजार चौदह से और दो हजार उन्नीस के चुनाव में बीजेपी को अपने दम पर पूर्ण बहुमत मिला था… जिससे बीजेपी और मोदी बौखला गए थे… और चुनावी जनसभा के दौरान जनता को तोड़ने की बात कर रही थी… जिसका परिणाम मोदी को चार जून को देखने को मिला और जनता ने मोदी का सारा घमंड धूल में मिला दिया… जिसके बाद से मोदी चुप हो गए और 56 इंची, एक अकेला सबपर भारी, चार सौ पार सब इतिहास बन गए… और अब राज्यों में होने वाले उपचुनाव और विधानसभा चुनाव में बड़ी हार का डर सता रहा है…
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी दो सौ चालीस के आंकड़े पर आकर सिमट गई… जिसके बाद से मोदी की बोलती बंद हो गई… जनता झूठ बोलकर दो बार सत्ता में आए मोदी इस बार बैसाखी के सहारे आ गए… वहीं अब कब बैसाखी साथ छोड़ दे इसके बारे में भी कुछ कहा नहीं जा सकता है… जिसके कारण मोदी परेशान और हैरान दिखाई दे रहें है… और कुछ भी बोलने से बचते हैं… उधर लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के हौसले बुलंद है… मोदी को राहुल गांधी ने सवाल कर- करके परेशान कर दिया है… सड़के से लोकर सदन तक मोदी कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे है… जिससे बीजेपी अपने आप को कमजोर महसूस कर रही है… मोदी ने सत्ता में आने के बाद से सिर्फ अपने पद का दुरूपयोग किया है… जनता और देश हिक के लिए कुछ भी नहीं किया है… जिसके चलते जनता ने मोदी को इग्नोर कर दिया है… दो हजार चौदह से मोदी जनता को इग्नोर करते आ रहे थे… लेकिन अब समय बदल गया है.,… जनता भी समझदार हो चुकी है… जिसके चलते 2024 लोकसभा चुनाव में जनता ने पूरी तरह से मोदी और बीजेपी का वहिष्कार किया है.. जो थोड़ी सी कसर बची थी… वह आने वाले समय में पूरी हो जाएगी…
वहीं अब राजस्थान में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में अपनी साख को बचाने के लिए बीजेपी ने ओबीसी वोटरों को लुभाने का काम शुरू कर दिया है… और वोटरों को लुभाने के लिए नई-नई तरकीब का प्रयोगा किया जा रहा है…. बता दें कि राजस्थान में छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले बीजेपी ओबीसी वोटरों को रिझाने के लिए अब नया नारा लाई है….. इसका अब घर-घर जाकर प्रचार किया जाएगा….. बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृष्णा गौर ने कहा कि पार्टी ओबीसी मोर्चा सदस्यता अभियान में प्रदेश के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में बढ़ चढ़ कर योगदान देगी…. आपको बता दें कि ओबीसी मोर्चा प्रदेश भर में घर-घर जाकर बीजेपी सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के साथ पार्टी की रीति और नीति से अवगत कराते हुए लोगों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाएगा….. कृष्णा गौर ने कहा कि ‘चलो चले ओबीसी के साथ ओबीसी चले बीजेपी के साथ’ का नारा देते हुए कहा कि ओबीसी समाज बीजेपी के साथ और बीजेपी ओबीसी समाज के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रही है….
आपको बता दें कि उन्होंने कहा कि दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने ओबीसी समाज के साथ छलावा किया…. और आजादी के बाद से दशकों तक साजिश के तहत ओबीसी समाज को मुख्यधारा से अलग करने का काम किया….. काका कालेलकर की रिपोर्ट या मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दबाने का मामला हो या फिर आयोग को संवैधानिक मान्यता देने का मामला, कांग्रेस पार्टी ने सदैव ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय किया….. कृष्णा गौर ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों के चलते ओबीसी समाज की स्थिति दयनीय हुई…. लेकिन आज देश में ओबीसी समाज बीजेपी की विचारधारा के साथ जुड़ रही है…. भारतीय जनता पार्टी ही ऐसी पार्टी है जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया से काम करती है…. जबकि अन्य पार्टियां या तो परिवारवादी या जातिवादी पार्टियां या फिर व्यक्ति विशेष आधारित पार्टी है….
बता दें कि बीजेपी में हर वर्ग के साथ हर समाज का समावेश मिलेगा….. विचारधारा आधारित पार्टी बीजेपी में सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी नीति पर काम किया जा रहा है…. बीजेपी का सदस्यता अभियान भी इसी नीति पर चलाया जा रहा है…. जहां समाज के सभी वर्गों से संपर्क किया जा रहा है…. और सभी समाजों के लोगों को बीजेपी परिवार में शामिल किया जा रहा है….. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष और सदस्यता अभियान के सह संयोजक मोतीलाल मीणा, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चंपालाल गेदर, मोर्चा में प्रदेश सह प्रभारी संजीव सोनी, मोर्चा के महामंत्री महेंद्र सिंह पंवार ने इस अभियान को यहां पर बढ़ाएंगे…. वहीं अब देखना होगा कि बीजेपी के इस नए अभियान से विधानसभा उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन करती है… या फिर लोकसभा चुनाव की तरह ही सूफड़ा साफ हो जाता है… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…