राजस्थान में भितरघात, बीजेपी की बढ़ी टेंशन!
राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में पूरा हो चुका है... लेकिन सियासी सरगर्मी लगातार जारी है... और लोकसभा चुनाव में हुए भितरघात ने बीजेपी की चिंता को और बढ़ा दिया है... देखिए खास रिपोर्ट...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में पूरा हो चुका है… लेकिन सियासी सरगर्मी लगातार जारी है… राज्य में उन्नीस अप्रैल को बारह और छब्बीस अप्रैल को तेरह सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है… फिर भी राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है… वहीं लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद सत्ता धारी बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं… औऱ बीजेपी के अंदर अनंर्तकलह जारी है… और चुनाव के बाद राजस्थान में कई बड़े नेता बीजेपी से किनारा करने के फिराक में हैं… बीजेपी के इन बडे नेताओं ने लोकसभा चुनाव में भी अधिक सक्रियता नहीं दिखाई थी… जिसके चलते अब कयास लगाया जा रहा है कि ये बड़े नेता बीजेपी को कभी भी छोड़ सकते हैं… बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में चार सौ पार का लक्ष्य लेकर चुनावी मैदान में उतरी बीजेपी की मुश्लिलें कम होने का नाम नहीं ले रही है… पार्टी के अंदर आपसी कलह से पीएम मोदी समेत तमाम दिग्गजों की रातों की नींदे उड़ गई है… पीएम मोदी पहले से ही अपनी हार की डर से घबराए हुए है… और चुनाव प्रचार के दौरान अनर्गल बाते कर जाते है… जिससे साफ जाहिर होता है कि पीएम मोदी समेत बीजेपी के सभी दिग्गजों में चुनाव हारने का डर किस तरह से हावी है…
वहीं अब पार्टी के बड़े नेताओं की नाराजगी के चलते पीएम मोदी बहुत परेशान नजर आ रहे हैं… और कितने परेशान और चिंतित है… वह उनके फेस से साफ जाहिर है… लगातार दस साल से सत्ता में काबिज रहने के बाद भी जनता के लिए कुछ नहीं किया और लगातार दस सालों तक खूब मलाई खाई… वहीं दो हजार चौबीस के लोकसभा चुनाव में कम वोट प्रतिशत को देखते हुए… और पार्टी के उम्मीदवारों को जनता के द्वारा नकारे जाने के बाद बीजेपी समेत पीएम मोदी की टेंशन बढ़ गई है… और चुनाव मोड में और एक्टिव हो गए है… पीएम मोदी शायद भूल गए थे कि यह दो हजार उन्नीस का दौर नहीं है… जब जनता आंख बंद करके पीएम मोदी पर भरोसा करके अपना वोट पीएम मोदी के नाम पर दे देगी… पिछले दस सालों में पीएम मोदी के द्वारा जनता के हितों में कितने काम किए गए है… उसको जनता देख रही है… और दो चरण के मतदान होने के बाद बीजेपी अपना चार सौ पार का नारा दोहराना भूल गई है… पीएम मोदी अनर्गल बयानबाजी से साफ जाहिर है कि पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के बदले समीकरण को देखकर कितना बौखलाए हुए है… इसका अंदाजा लगाना अब ज्यादा मुश्किल नहीं हो रहा है… चिंता और हार का भय उनके चेहरे साफ पता चल रहा है… लेकिन खुद को जनता के बीच जा रहे है… और जनता को साधने की पूरी कोशिश करने में जुटे है… लेकिन इससे कोई खास फायदा नहीं होने वाला है…
इसी बीच राजस्तान से आई खबर ने सभी को हिला कर रख दिया है… वहीं राजस्थान में भीतरघात की सूचना दिल्ली में बैठी सत्ताधारी पार्टी के आलाकमान को भेजी जा चुकी है…और बीजेपी आलाकमान को अवगत करा दिया गया है कि राजस्थान में बीजेपी के बड़े नेता भीतरघात करने में जुटे हुए है… वहीं लोकसभा चुनाव के दो चरण के मतदान होने के बाद से टेंशन रही बीजेपी की और अधिक टेंशन बढ़ गई है… और बीजेपी आलाकमान अपने भीतर के डैमेज को कंट्रोल करने में जुटी हुई है… बता दें कि पिछले दो चुनाओं में मोदी की जबरदस्त लहर होने के बाद बीजेपी को एकतरफा जीत हुई थी… और पीएम मोदी पिछले चुनावों के भूल में थे और सत्ता के नशे में इतने मदमस्त हो गए कि पीएम मोदी जनता को भूल गए और उन्हें सिर्फ वोट के लिए इस्तेमाल करने के लिए ही समझने लगे…
आपको बता दें कि अब राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद…. लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के दिग्गज उम्मीदवारों के साथ भितरघात की सुगबुगाहट है…. सूत्रों की मानें तो कई उम्मीदवार इसकी रिपोर्ट पार्टी को भेज चुके हैं…. इसके साथ ही दिल्ली को भी इसकी फीडिंग की जा चुकी हैं….. दरअसल, राजस्थान में जब विधानसभा चुनाव में सतीश पूनियां, राजेंद्र राठौड़ और विजय बैंसला की हार हुई थी… तभी पार्टी ने एक इंटरनल रिपोर्ट बनवाया था…. उसमें उन सीटों को शामिल किया गया… जहां पर दस हजार से कम वोटों से दिग्गज चुनाव हारे थे…. जिनमें पैंतीस के आसपास सीटों की रिपोर्ट बनी थी… अब वैसी ही स्थिति लोकसभा चुनाव में दिख रही है…. और कई सीटों पर दिग्गजों को हार का डर सता रहा है…. वहीं अब इसकी भी रिपोर्ट बनने लगी है…. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में राजस्थान की कई ऐसी सीटें हैं जहा पर बीजेपी के बडे-बडे सूरमा चुनावी मैदान में थे…
लेकिन दोनों चरणों मे मतदान पूरा होने के बाद तमाम सीटों पर उन सूरमाओं को चुनाव हारने का डर सताने लगा है… यहीं हाल राजस्थान की तमाम विधानसभा सीटों पर हुआ था… जिसको लेकर बीजेपी के आलाकमान के निर्देश पर उन सीटों की लिस्ट तैयार की गई थी… और उन सीटों पर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की गई थी… कहां पर क्या कमी रह गई…
बता दें कि विधान सभा चुनाव के जैसा ठीक इस लोक सभा चुनाव में भी हुआ है… और कई सीटों पर बीजेपी के सूरमा को मतदान के बाद ही हार का डर सताने लगा है… और उन्होंने दिल्ली आलाकमान को अपनी हार के बारे में अवगत करा दिया है… और अपनी खामियों की लिस्ट तैयार करने में लग गए है… और सर्वे करके यह पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि कहां पर और किस तरह की कमी रह गई है… जिसके चलते जनता ने बीजेपी को मतदान नहीं किया है… और बीजेपी से दूरी बना लिया है…
राजस्थान में भाजपा का गढ़ कही जाने वाली जयपुर शहर लोकसभा सीट भी भितरघात में शामिल हो गई है…. इसमें आने वाली एक विधान सभा पर भाजपा के लिए मतदान हुआ है…. और वहां के विधायक पार्टी से नाराज बताये जा रहे हैं… और उन्होंने अपने क्षेत्र में उत्साह नहीं दिखाया… और उन्होंने साइलेंट खेल खेल दिया है…. जिससे बीजेपी की मुश्किल बढ़ गई है… और यहीं से बीजेपी का बुरा दौर शुरू हो चुका है… जो अब पूरे देश में दिखाई देने लगा है… महिला सुरक्षा की बात करने वाले पीएम मोदी की सहयोगी पार्टिय़ों के सासंद ही महिलाओं की अस्मिता के साथ खेल रहे है… और पीएम मोदी इस सभी मुद्दों पर चुप्पी साध लेते हैं… अभी मणिपुर का मुद्दा शांत नहीं हुआ है… और दूसरा मुद्दा कर्नाटक से सामने आ गया है… वहीं जनता बीजेपी की मानसिकता को समझ चुकी है… और सहयोगी ही सत्ता की आड़ में महिलाओं की अस्मिता के साथ खेल रहे है… और उनको लगातार पीएम मोदी जैसे इमानदार नेता का समर्थन मिल जाता है… और करप्ट होनें के बाद भी… उनको पार्टी के द्वारा उम्मीदवार बनाकर जनता के विकास के लिए जनता के बीच में उतारा जाता है…
वहीं कई नेताओं ने अब इसकी शिकायत भी की है…. वहीं, कोटा में भी विधायक तो नहीं कुछ जातिगत नेताओं को मैनेज करने की चर्चा तेज है…. जहां पर भाजपा मजबूत स्थिति में थी और अचानक से वहां पर मत प्रतिशत कम होने की चर्चा है…. इसके साथ ही जोधपुर में भी भितरघात का खेला खेला गया है…. चित्तौड़गढ़ में भी भितरघात का दांव चला गया है…. जहां पर अब रिपोर्ट बन रही है… इसी तरह राजस्थान की कई ऐसी सीटे हैं जहां पर बीजेपी बड़े अंतर से हार रही है… जिसकी रिपोर्ट तैयार करने में पार्टी के पदाधिकारी जुटे हुए है…. और रिपोर्ट तैयार करने के बाद आलाकमान को अवगत कराने का काम कर रहे हैं…
वहीं धौलपुर-करौली, भरतपुर में भी भितरघात की बात सामने आ रही है…. जयपुर ग्रामीण में भी इसकी चर्चा है…. इसके पीछे सिर्फ एक दिग्गज नेता का नाम सामने आ रहा है…. हालांकि, उस नाम पर अभी पार्टी में सहमति बन नहीं पा रही है…. मगर, उस दिग्गज नेता ने अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर खेल खेला है…. और बीजेपी का राजस्थान से सफाया करने के लिए लोकसभा चुनाव में एक्टिव नही हुआ… जिसके चलते बीजेपी को यहां पर भी हार का सामना करना पड़ रहा है…
दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव दो हजार उन्नीस से बीजेपी यहां पर नए चेहरों को सामने ला रही है…. इसलिए कुछ पुराने दिग्गजों को परेशानी हो रही है…. इसलिए विधानसभा चुनाव में भी नए दिग्गजों की सीट को फोकस किया गया…. अब लोकसभा चुनाव में भी दिग्गजों को निपटाने का पूरा खेल तैयार किया गया है…. जिसका बड़ा असर बीजेपी को भुगतना पड़ रहा है… वहीं राजस्थान में कितनी सीटों को बचा पाने में बीजेपी सफल होती है… यह आने वाला वक्त तय करेगा…