आरटीयू के प्रोफेसर की काली करतूतें आ रहीं सामने

जयपुर। कोटा में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के निलंबित एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार से पुलिस की पूछताछ में हर दिन उसकी काली करतूतें सामने आ रही है। छात्रों के परीक्षा में नंबर बढ़ाने के एवज में अस्मत मांगने और संबंध बनाने का दबाव बनाने वाले एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार पूछताछ में हैरान कर देने वाले खुलासे कर रहा है। अब पुलिस को पता चला है कि परमार जिन स्टूडेंट्स पर मेहरबान रहता था उन्हें परीक्षा में बिना कुछ लिखे भी पास कर देता था। वहीं कई छात्रों की खाली कॉपियों में भी परमार ने नंबर दे रखे हैं। फिलहाल प्रोफेसर गिरीश परमार और बिचौलिया छात्र अर्पित अग्रवाल पुलिस रिमांड पर है। वहीं इस मामले में आरटीयू के डर्टी प्रोफेसर के खिलाफ अब तक चार एफआईआर दर्ज हो चुकी है जिसमें तीन दादाबाड़ी थाने में और एक एफआईआर आरकेपुरम थाने में दर्ज करवाई गई है।
वहीं इससे पहले पुलिस को पता चला था कि परमार मौज मस्ती के लिए मुंबई और बैंकॉक जाता था और वह कॉल गल्र्स को भी कोटा बुलाता था। वहीं प्रोफेसर के मोबाइल में कई कॉल गल्र्स के नंबर भी मिले हैं। इसके अलावा परमार और उसके बिचौलिए छात्र अर्पित अग्रवाल के बीच बातचीत के 50 से अधिक ऑडियो पुलिस ने बरामद किए हैं।
मामले की जांच कर रहे पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ का कहना है कि गिरीश परमार के घर पर तलाशी ली गई जहां से फाइनल ईयर के सातवें सेमेस्टर की मिड टर्म एग्जाम की 32 कॉपियां मिली हैं जिनमें से कई कॉपियां खाली है और उनमें स्टूडेंट्स ने कुछ नहीं लिखा था लेकिन कॉपी पर स्टूडेंट्स को नंबर दिए हुए मिले।
पुलिस का कहना है कि गिरीश परमार अपने कुछ चहेते स्टूडेंट्स से पेपर सेट करवाता और कॉपियां भी चेक करवाता था। वहीं इनमें से ही कुछ छात्राओं को पहले फेल कर दोबारा पास करने की एवज में अस्मत की मांग करता था।
वहीं बताया जा रहा है कि छात्राओं की परीक्षा कॉपियों की अब एफएसएल जांच होगी और इसके बाद कानूनी कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल डर्टी प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमे में राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम की धाराएं 3,4,5,6 भी जोड़ी गई हैं।
वहीं मामले की जांच पुलिस की ओर से बनाई गई एसआईटी की टीम कर रही है जो हर दिन नए खुलासे करने के साथ ही प्रोफेसर के खिलाफ शिकंजा कस रही है। पुलिस को यह भी पता चला है कि परमार कॉलेज कैंपस में मिले हुए चैंबर में भी नहीं बैठता था, उसके कमरे को देखकर ऐसा लगता है कि कमरे का ताला ही कई महीनों से नहीं खुला हो।
हालांकि, पुलिस अब जांच के लिए कमरे को भी खुलवा सकती है। गौरतलब है कि आरटीयू कोटा के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार पर छात्राओं ने संगीन आरोप लगाए हैं जहां प्रोफेसर छात्राओं पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी दबाव बनाता था और इसके साथ छात्राओं को क्लास में बैडटच भी करता था।

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