विधानसभा का बजट सत्र मई के तीसरे हफ्ते में प्रस्तावित

लखनऊ। यूपी विधानसभा में अब विधायक जब खड़े होकर सवाल पूछेंगे तो उनके सामने कागज नहीं टैबलेट होगा। उसी में दर्ज पूरा ब्यौरा जरूरत के हिसाब से वे सदन में अध्यक्ष व सदस्यों के सामने रखेंगे। यह सारा नया नजारा अब नई विधानसभा के पहले सत्र से ही दिखेगा। विधानसभा का पहला सत्र (बजट सत्र) मई के तीसरे हफ्ते से प्रस्तावित है। इस सत्र की तैयारियों में राज्य सरकार अभी से जुट गई है, ताकि विपक्ष को तगड़ा जवाब दिया जा सके। विधानसभा सचिवालय ने डिजिटलीकरण का यह अभियान नेशनल ई-विधान प्रोजेक्ट के तहत शुरू करवाया है। हर विधायक की सीट पर टैबलेट लगाए जाएंगे। यह टैबलेट स्थाई रूप से फिक्स होंगे। सदस्य के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक के आधार पर इन टैबलेट में सारा कंटेंट उपलब्ध होगा। इसमें सदन का एजेंडा पहले से ही लोड हो जाएगा। सदन के पटल पर रखी जाने वाली विभिन्न प्रकार की सूचनाएं, प्रश्नकाल में होने वाले सवाल व उनके लिखित जवाब भी इसमें पहले से लोड होंगे। खास बात यह कि कोई सदस्य अगर अपनी सीट छोड़ कर दूसरी जगह बैठेगा तो वह वहां लगा टैबलेट का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। इसलिए हर सदस्य वहीं बैठेगा, जहां उसके लिए सीट आरक्षित होगी। मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष व संसदीय कार्यमंत्री के लिए भी विशेष टैबलेट लगेंगे। वैसे विधायकों को सत्र से पहले ऑनलाइन सिस्टम तथा लैपटॉप- टैबलेट पर कार्य करने के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

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