दिल्ली चुनावों में प्रचार अब गाली-गलौज तक पहुंचा

  • फिर फिसली बिधूड़ी की जुबान, दिल्ली में मचा घमासान
  • प्रियंका गांधी के बाद दिल्ली की सीएम आतिशी पर की आपत्तिजनक टिप्पणी
  • आप ने भाजपा पर साधा निशाना, कांग्रेस पर भी बरसी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली में जैसे-जैसे विधान सभा चुनावों की तरीखों की घोषणा का समय नजदीक आता जा रहा है वहा सियासी पारा कड़कड़ती ठंड में गरम होता जा रहा है। भाजपा के नेता रमेश बिधूड़ी ने राज्य की सीएम आतिशी पर प्रियंका गांधी के बाद दूसरा आपत्तिजनक बयान दिया। सीएम आतिशी के सरनेम पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आतिशी पहले मार्लेना थीं, अब सिंह हो गईं। उन्होंने अपना पिता ही बदल लिया। ये इनका चरित्र है। इसके साथ उन्होंने अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह पर भी टिप्पणी की। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। हालांकि इससे पहले विधूड़ी प्रियंका गांधी पर दिये गए बयान पर माफी मांगी। उनके बयान पर विपक्षी दलों के निशाने पर पूरी बीजेपी आ गई है। विपक्ष ने कहा है भाजपा ऐसे ही महिलाओं का अपमान करती है। इस पर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बीजेपी के नेता दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी जी को गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं। एक महिला मुख्यमंत्री का अपमान दिल्ली की जनता सहन नहीं करेगी। दिल्ली की सभी महिलाएं इसका बदला लेंगी।

आप को गाली दें, लेकिन दिल्ली के विकास की बात भी करें पीएम मोदी : केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम ने 38 मिनट के भाषण में 29 मिनट दिल्ली की चुनी हुई सरकार को गाली दी है। केजरीवाल के मुताबिक, पीएम के भाषण से देश के लोग एक विजन की उम्मीद करते हैं, लेकिन उनको इस बार भी निराशा हाथ लगी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली आधा राज्य है। प्रधानमंत्री हर चुनाव में आते हैं और हर चुनाव के अंदर झूठे वादे करके जाते हैं। दिल्ली में प्रधानमंत्री अगली बार आकर भाषण दें तो बेशक आप को 25 मिनट गाली दे दें, लेकिन अगले चार मिनट दिल्ली के विकास पर बात करें। इससे दिल्लीवालों का भला होगा। केजरीवाल ने पीएम से पुराने वायदे पूरे करने की अपील की है। केजरीवाल ने कहा कि 20 सूत्रीय कार्यक्रम में और धारा 74(4) के तहत दिल्ली के कई किसानों को दिल्ली देहात के अंदर जमीनें दी गई थीं। उन्हें उन जमीनों का मालिकाना हक आज तक नहीं दिया गया। जितने किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाता है, उन्हें कानूनन वैकल्पिक प्लॉट्स दिए जाने होते हैं। डीडीए ने पिछले 50 सालों में किसी को वैकल्पिक प्लॉट्स नहीं दिए।

रमेश बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी से मांगी माफी

इससे पहले भाजपा नेता व पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी कांग्रेस महासचिव व सांसद प्रियंका गांधी पर आपत्तिजनक बयान दिया। बिधूड़ी का बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्ष ने चौतरफा हमला किया। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने बिधूड़ी और भाजपा को महिला विरोधी सोच करार दिया। चौतरफा घिरने के बाद बिधूड़ी बैकफुट पर चले गए और बयान के लिए माफी मांगी। वीडियो में रमेश बिधूड़ी कहते दिख रहे हैं, लालू ने वादा किया था कि बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जैसा बना दूंगा, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। मैं सारी सड़कें प्रियंका गांधी के गाल जैसी बना दूंगा।

‘बिधूड़ी के बयान पर माकन व संदीप चुप क्यों’

आप नेताओं ने कहा कि कांग्रेस नेता अजय माकन और संदीप दीक्षित की चुप्पी हैरान करती है। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि रमेश बिधूड़ी ने गलत बयान दिया है। आप इसकी कड़ी निंदा और विरोध कर रही है, लेकिन कांग्रेस चुप है। ये चुप्पी भाजपा से गहरा रिश्ता बताती है। इस वजह से अजय माकन व संदीप दीक्षित प्रियंका के अपमान पर खामोश हैं। कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज के मुताबिक, संदीप दीक्षित की हिम्मत नहीं है कि वे बिधूड़ी के खिलाफ एक शब्द भी बोलें। राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने एक्स पर कहा कि संदीप दीक्षित और भाजपा के गहरे संबंध हैं। यह हैरान करने वाली बात है कि संदीप अपनी ही पार्टी की एक वरिष्ठ नेता के खिलाफ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणियों पर चुप हैं।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया एक और पत्रकार

  • छत्तीसगढ़ में मुकेश चन्द्राकर की दर्दनाक हत्या
  • पूरे देश में कोहराम पत्रकारों के लिए सुरक्षित नहीं रहा भारत
  • 120 करोड़ के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना पड़ा महंगा सेप्टिक टैंक में मिली लाश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। राजनीतिक, अपराध, और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों के लिए यह आपातकाल जैसा समय चल रहा है। सच्ची रिपोर्टिंग करने के एवज में एक और पत्रकार को अपनी जान कुर्बान करनी पड़ी। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से पूरा देश सदमे में है। यह वही मुकेश चन्द्राकर है जो बीजापुर में मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों द्वारा अपहृत सीआरपीएफ जवान को नक्सलियों से छुड़कार अपनी बाइक पर बिठा कर लाये थे। मुकेश एक जनवरी से लापता थे। उनका शव बीजापुर के चट्टान पारा इलाके में सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के फार्म हाउस के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया है। मुकेश ने बस्तर में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में कथित भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। उनकी हत्या को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

पिछले पांच वर्षों में भारत में 20 पत्रकारों की हुई हत्या

भारतीय प्रेस फाउंडेशन (आईपीएफ) और रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच वर्षों में भारत में लगभग 20 पत्रकारों की हत्या हुई है। इसके अलावा, 30 से अधिक पत्रकारों को गंभीर रूप से चोटें आई हैं, और सैकड़ों अन्य पत्रकारों को उत्पीडऩ और धमकियों का सामना करना पड़ा है।

आरोपी सुरेश एक ठेकेदार

पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेश को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। एसआईटी ने उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे लेकर छत्तीसगढ़ आ रही है। आरोपी सुरेस चन्द्राकर एक ठेकेदार है। उससे पूछताछ के बाद ही हत्या की वजहों का खुलासा होगा। वहीं, मुकेश चन्द्राकर के परिजनों का कहना है कि पत्रकार ने ठेकेदार के भ्रष्टाचार को उजागर किया था।

बहादुर थे चन्द्राकर, जवान को बचाया था

यह हत्याएं ऐसे समय में हो रही है जब देश में एक स्थिर और मजबूत सरकार है। सरकार चाहे यूपी की हो या फिर गुजरात की। दिल्ली हो या फिर पंजाब सभी जगह भष्टाचार वह चाहे जैसा हो पर आवाज उठाने या लिखने वाले पत्रकारों को मौत मिलती है। मुकेश चन्द्राकर की वीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब सीआरपीएफ के जवान को रिहा कराने के सारे सरकारी जुगत फेल हो गयी तब उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए वीर सैनिक को नक्सलियों से आजाद कराया। उनको उनके घरों तक पहुंचाया था।

ओयो ने लगाई लवबर्ड की गुटरगूं पर पाबंदियां

  • सिर्फ पवित्र रिश्तों को मिलेंगे ओयो रूम
  • ओयो ने होटल इंडस्ट्री को दी नई पहचान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मेरठ। ओयो ने मेरठ से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एक नई शुरूआत की है। ओयो मेरठ में किसी भी अविवाहित जोड़े को रूम मुहैया नहीं करायेगा। उसकी यह पहल सामजिक दबाव में कोर्ट में याचिका या फिर उसका बिजनेस प्लान है यह वह जाने लेकिन ओयो जल्द ही इस पायलट प्रोजेक्ट को पूरे देश में लागू कर देगा। जिसमें किसी भी असंवैधानिक जोड़े को ओयो रूम नहीं मिलेगा। ट्रैवल बुकिंग करने वाली प्रमुख कंपनी ओयो ने अपने चेक इन नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिसके अनुसार अविवाहित जोड़े अब कंपनी के पार्टनर होटलों में कमरा बुक नहीं कर पाएंगे।

होटलों को बुकिंग रद्द करने का अधिकार

कंपनी ने कहा कि ने अपने पार्टनर होटलों को स्थानीय सामाजिक संवेदनशीलता के साथ तालमेल बिठाते हुए अपने विवेक के आधार पर जोड़ों की बुकिंग को अस्वीकार करने का अधिकार दिया है। ने मेरठ में अपने पार्टनर होटलों को तत्काल प्रभाव से यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। नीति परिवर्तन से परिचित लोगों ने एजेंसी को बताया कि जमीनी स्तर पर मिली प्रतिक्रिया के आधार पर कंपनी इसे और शहरों में भी लागू कर सकती है।

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