अपने ही जाल में फंसी भाजपा, कांग्रेस ने मोदी को जमकर धोया!
नई दिल्ली। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है। सभी दल एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां भाजपा और पीएम मोदी इस बार के चुनाव के लिए 400 पार का नारा देते फिर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन भाजपा को इस बार कड़ी टक्कर देने के दावे कर रहा है ऐसे में अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि इस बार का चुनाव हर बार से अलग होगा। क्योंकि यह पहली बार है जब विपक्षी नेताओं की एकजुटता इस कदर देखने को मिल रही है। खैर चुनाव को देखते हुए आरोप प्रत्यारोप भी जमकर लग रहे हैं। अब चुनावी मौसम है तो रैलियां और जनसभाएं होना स्वाभाविक है ऐसे में नेताओं द्वारा कहे गए बयान कब चर्चा में आ जाए ये किसी को नहीं पता होता। अभी हाल ही में कांग्रेस ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का सफलता पूर्वक समापन किया। जिससे कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को अधिक मजबूती मिली। देश के कोने-कोने से लोगों ने इस यात्रा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
अब न्याय यात्रा को मिले इस अपार जनसमर्थन से एक तरफ जहां कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में जीतने की उम्मीद जागी वहीं केंद्र में बैठी मोदी सरकार को इससे कहीं न कहीं नुक्सान होता दिखाई दिया। लेकिन भाजपा को तिल का ताड़ बनाने में जैसे महारत हासिल हो। जी हाँ हमेशा की तरह इस बार भी ऐसा ही हुआ। दरअसल भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा एक बयान दिया गया जो की अब जमकर वायरल हो रहा है और इसे लेकर सियासी गलियारों में बयानबाजी जारी है। इतना ही नहीं उस बयान को लेकर खुद पीएम मोदी ने भी पलटवार किया। अब ऐसा हो भी क्यों न चुनाव के दौरान भाजपा ऐसे ही बयानों को तोड़ मरोड़ कर जनता के बीच पेश करती है जिससे की लोगों को आसानी से गुमराह किया जा सके। राहुल गांधी ने ‘शक्ति’ को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “ईवीएम, ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स” के बिना लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे। मोदी के खिलाफ हमारी लड़ाई व्यक्तिगत स्तर पर नहीं है। मोदी एक ‘मुखौटा’ हैं जो ‘शक्ति’ के लिए काम करते हैं। हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं।
अब राहुल गांधी के इस बयान के सामने आते ही भाजपा के खेमे में खलबली मच गई मानों राहुल गांधी ने जैसे उनकी पोल खोल दी हो। अब इसी छटपटाहट में पीएम मोदी ने तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया। पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई में शिवाजी मैदान में I।N।D।I।A अलायंस की तरफ से एक खुला ऐलान किया गया है। वे लोग हिंदू धर्म में समाहित शक्ति को समाप्त करना चाहते हैं। हिंदू समाज जिन्हें शक्ति मानता है, उस शक्ति के विनाश का उन्होंने ऐलान कर दिया है। हिंदू शक्ति को समाप्त करने का उन्होंने बीड़ा उठाया है। अगर शक्ति विनाश का उनका ऐलान है, तो शक्ति उपासना का मेरा भी ऐलान है।
पीएम मोदी का ये बयान सामने आया उसके बाद सियासी पारा और हाई हो गया अब राहुल गांधी समेत अन्य विरोधी दलों के नेताओं ने सभी को घेरना शुरू किया। इसी मामले पर पटलवार करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा कि- मोदी जी को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं, किसी न किसी तरह उन्हें घुमाकर वह उनका अर्थ हमेशा बदलने की कोशिश करते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि मैंने एक गहरी सच्चाई बोली है। जिस शक्ति का मैंने उल्लेख किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा मोदी जी हैं। राहुल गांधी ने कहा कि वह एक ऐसी शक्ति है जिसने आज, भारत की आवाज़ को, भारत की संस्थाओं को, CBI, IT, ED को, चुनाव आयोग को, मीडिया को, भारत के उद्योग जगत को, और भारत के समूचे संवैधानिक ढांचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है।
उसी शक्ति के लिए नरेंद्र मोदी जी भारत के बैंकों से हजारों करोड़ के कर्ज माफ कराते हैं जबकि भारत का किसान कुछ हज़ार रुपयों का कर्ज न चुका पाने पर आत्महत्या करता है। उसी शक्ति को भारत के बंदरगाह, भारत के हवाई अड्डे दिये जाते हैं जबकि भारत के युवा को अग्निवीर का तोहफा दिया जाता है जिससे उसकी हिम्मत टूट जाती है। उसी शक्ति को दिन रात सलामी ठोकते हुए देश की मीडिया सच्चाई को दबा देती है। साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि उसी शक्ति के गुलाम नरेंद्र मोदी जी देश के गरीब पर GST थोपते हैं, महंगाई पर लगाम न लगाते हुए, उस शक्ति को बढ़ाने के लिए देश की संपत्ति को नीलाम करते हैं। उस शक्ति को मैं पहचानता हूं, उस शक्ति को नरेंद्र मोदी जी भी पहचानते हैं, वह किसी प्रकार की कोई धार्मिक शक्ति नहीं है, वह अधर्म, भ्रष्टाचार और असत्य की शक्ति है। इसलिए जब जब मैं उसके खिलाफ आवाज उठाता हूं, मोदी जी और उनकी झूठों की मशीन बौखलाती है, भड़क जाती है।
अब राहुल गांधी के पलटवार के बाद भी बयानबाजी जारी है वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के शक्ति वाले बयान पर भाजपा नेता नलिन कोहली ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि, “राहुल गांधी के बयान से साफ है कि उन्हें मतदाताओं पर भरोसा नहीं है। वह अनादर के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने पीएम मोदी को दो बार वोट दिया, क्योंकि उन्होंने उन्हें प्रधान सेवक के तौर पर देखा है, जिन्होंने पूरे देश को अपना परिवार है।” जिसपर कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी भाजपा और पीएम मोदी को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि, ”जब से राहुल गांधी ने आसुरी शक्ति के खिलाफ खुलकर हमला बोला है तब से प्रधानमंत्री और भाजपा बिलबिलाए हुए हैं।
अब यह देश आसुरी शक्ति से नहीं, दैवी शक्ति से चलेगा।वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी भाजपा पर प्रहार किया। इस मामले पर प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी को घेरा। उन्होंने राहुल गांधी का ट्वीट शेयर करते हुए X पर लिखा कि, ”प्रधानमंत्री जी सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने के मास्टर हैं। देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक संकट से जूझ रही है। नौजवान निराश हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। महंगाई से लोग अपना घर नहीं चला पा रहे हैं। नोटबंदी-जीएसटी ने लाखों उद्योग चौपट कर दिए। लेकिन प्रधानमंत्री की प्राथमिकता है- विपक्षी नेताओं के बयानों को घुमा-फिराकर जनता का ध्यान भटकाना।
खैर बता दें कि इस मामले को लेकर देश का सियासी पारा हाई है। पीएम मोदी और भाजपा के अन्य नेता इस बयान को तोड़ मरोड़ कर जनता के सामने पेश कर रहे हैं। जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अब जनता सब जान चुकी है देश की जनता को पता है कि कौन किसका कितना फायदा उठा रहा है। इस लिए जनता पर पीएम मोदी द्वारा दिए जा रहे भाषण का कुछ खास प्रभाव पड़ता दिख नहीं रहा है। लेकिन भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बना लिया है और मानों इसी के सहारे चुनाव लड़ने का इरादा बना लिया है लेकिन इस मामले से भाजपा की दाल कितनी गलती है ये तो आने वाला समय ही तय करेगा। लेकिन अभी मौजूदा समय में चुनाव साधने के लिए, जनता को बेवक़ूफ़ बनाया जा रहा है। देश में फैली महंगाई, बेरोजगार और भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाने के बजाय ऐसे मुद्दों को उठा कर जनता को गुमराह किया जा रहा है। अब जनता इन सभी नेताओं के बयानों को किस तरीके से लेती है ये तो आने वाला समय ही तय करेगा।