फर्जी ‘आधार कार्ड’ स्कैम की जांच कर रही सीबीआई, तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

राजस्थान के पाकिस्तान से सटे जिलों में अवैध आधार कार्ड बनने का सिलसिला धड़ल्ले से चल रहा था... और सीमावर्ती जिलों में जानवरों के आंख का स्कैन करके आधार कार्ड बनाया जा रहा था...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजस्थान के पाकिस्तान से सटे जिलों में अवैध आधार कार्ड बनने का सिलसिला धड़ल्ले से चल रहा था… और सीमावर्ती जिलों में जानवरों के आंख का स्कैन करके आधार कार्ड बनाया जा रहा था… जिसका मामला विधानसभा में जोरों से उठाया गया… जिसके बाद राजस्थान की भजनलाल सरकार हरकत में आई और जांच के आदेश दिए… बता दें कि आधार माफिया जोरों से अपना फर्जी आधार बनाने का कारोबार चला रहे थे… और मनुष्य की आंख की जगह जानवरों के आंख का स्कैन और पैर की उंगलियों का स्कैन करके लगा देते थे… जिससे कोई भी व्यक्ति फर्जी तरीके से कोई भी काम कर सकता था… वहीं ये सभी काम बड़े जोरों के साथ हो रहा था… लेकिन सरकार से लेकर प्रशासन तक को इसकी भनक तक नहीं थी… बता दें कि सुरक्षा व्यवस्था का दावा करने वाली सरकार की ऐसी खबरें पोल खोलती है… जिससे सरकार के उदासीनता का पता चलता है… वहीं सरकार के उदासीनता के चलते आए दिन तमाम घटनाएं घटित होती है… और आरोपी आसानी से घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं… और जांच में अपराधी का पता भी नहीं चलता है… और प्रदेश में फर्जी घटनाएं लगातार बढ़ रही है… और सरकार फर्जी प्रमाणपत्रों के बनने पर लगाम लगा पाने में नाकाम साबित होती है…

आपको बता दें कि राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर से सटे सांचौर जिले में फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में अब सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है…. सीबीआई ने तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है…. दरअसल, पिछले एक साल से फर्जी आधार कार्ड बनाने की शिकायतें सामने आ रही थीं…. इस केस को राजस्थान सरकार ने 9 जुलाई को सीबीआई को सौंप दिया था…. इसके बाद सीबीआई ने फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में सांचौर जिले के डूंगरी निवासी गणपत सिंह जाट तोगाराम जाट…. और कन्हैयालाल प्रजापत के खिलाफ केस दर्ज किया…. फर्जी आधार कार्ड मामले में सात बच्चों के फुटप्रिंट, फिंगरप्रिंट और रेटिना स्कैन करने के मामले में एक आरोपी को पुलिस ने 21 जून को गिरफ्तार भी किया था…. पूछताछ में आरोपी द्वारा फर्जी आधार कार्ड के जरिए जीएसटी घोटाला, फर्जी तरीके से बैंक लोन, फाइनेंस, समेत कई प्रकार के फ्रॉड करने की बात कबूली थी… इसके बाद प्रशासन हरकत में आया….

बता दें कि सांचौर के सरवाना थाने में सूचना प्रोग्रामर मनोहर लाल द्वारा पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी…. इस मामले को लेकर अब राजस्थान सरकार भी काफी सख्त है…. मामला विधानसभा में उठने के बाद सरकार ने पिछले एक साल में बने फर्जी आधार कार्ड की जांच करवाने का फैसला किया…. जिसमें सभी कलेक्टर को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए…. सांचौर के रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने पाकिस्तान सीमा से सटे जिलों में फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने से सुरक्षा में खतरे का मुद्दा सदन में उठाया था…. इस पर विधानसभा संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि कुछ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं… और कुछ की तलाश जारी है…. विधायक रतन देवासी ने कहा कि फर्जी आधार कार्ड से राष्ट्रीय सुरक्षा को भारी खतरा है…. जानकारी के मुताबिक 12 से 13 साल के बच्चों को 200 रुपये देकर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं…. जानवरों की आंखों की पुतलियों की स्कैन लिया जा रहा है…. हाथों की जगह पैरों के फिंगरप्रिंट लिए जा रहे हैं…. इस पर मंत्री जोगाराम पटेल ने सभी तथ्य सही बताते हुए मामले में सरकार की ओर से गंभीरता से जांच करने की सिफारिश की थी….

आपको बता दें कि सबसे पहले फर्जी आधार कार्ड का मामला विधानसभा में सबसे पहले जुलाई में विधानसभा सत्र के दौरान उठा…. बता दें कि ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने ये मुद्दा उठाया…. इसके जवाब में सरकार ने कहा कि मामले की जांच के लिए CBI को पत्र लिख दिया गया है…. इसके साथ ही प्रदेश सरकार सभी आधार केंद्रों की सघन जांच अभियान चलाएगी…. वहीं सदन में भाजपा विधायक केसाराम चौधरी ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का मुद्दा भी उठाया…. बता दें कि विधानसभा की कार्यवाही ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के साथ शुरू हुई… जिसमें कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने पाकिस्तान के सीमावर्ती जिलों में संचालित आधार केंद्रों द्वारा फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने की बात कही…. और उन्होंने इस खतरे की गंभीरता को पहचानते हुए उत्पन्न खतरे के संबंध में गृह मंत्री का ध्यान आकर्षित किया…. जिसको लेकर देवासी ने कहा कि आधार कार्ड फर्जी तरीके से सांचौर सहित सीमावर्ती जिलों में बनाए गए…. और उन्होंने कहा कि व्यक्ति कहीं का नाम, कहीं की फोटो, इस तरह के आधार कार्ड बनाए गए…. यह गंभीर मसला है… स्कूली बच्चों को 200- 200 रुपए का प्रलोभन देकर उनके फिंगर प्रिंट लिए गए…. और धड़ल्ले से फर्जी आधार कार्ड बनाए गए…

बता दें कि देवासी के प्रस्ताव पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाब दिया कि अभी तक इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है…. लेकिन बाद में एक खबर छपी… जिसके बाद वहां पर कार्रवाई की गई… जिसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया…. जिन पर अनुसंधान जारी है…. सांचौर में ईमित्र पर प्रभावी निगरानी रखी जा रही है…. वहीं एक मामले में सीबीआई को भी प्रार्थना पत्र लिखा गया है….. मशीनों को भी बंद किया गया…. सरकार इस तरह के मामलों को लेकर गंभीर है…. राजस्थान में सघन अभियान चलाया जाएगा…. पिछले 1 साल के अंदर जो आधार कार्ड बनाए गए…. सभी मशीनों की जांच की जाएगी…. वहीं ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में भाजपा विधायक केसाराम चौधरी ने राजस्व विभाग में नक्शे से संबंधित विषय पर ध्यान आकर्षित किया…. चौधरी ने कहा कि जोजावर के नक्शों के खसरों में परिवर्तन कर भूमि पर अवैध रूप से भूखंडों का आवंटन कर दिया गया…. भू माफियाओं और भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए…. सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया जाए…. जोजावर में बड़े स्तर पर अतिक्रमण किया जा रहा है… और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है…. इसके साथ जोजावर में अतिक्रमण को लेकर जांच करवाई जाए…. इसके बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा का जवाब देते हुए कहा कि गलती हुई है… इसकी जांच होगी… पाली कलेक्टर को पत्र लिखा गया है… जांच होने पर जो भी दोषी अधिकारी कर्मचारी होंगे… उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी…

 

 

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