सीबीआई से हो पुलिस हिरासत में हुईं मौतों की जांच : संजय सिंह
पुलिस हिरासत में मौत के मामले में यूपी नंबर वन
लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) के यूपी प्रभारी व सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि पुलिस हिरासत में मौत के मामले यूपी अब नंबर वन हो गया है। इस सरकार में अब तक कुल 1318 लोगों की पुलिस हिरासत में मौत हो चुकी है, जिसमें अधिकांश पिछड़े, दलित और हिंदू परिवार के युवा शामिल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस प्रकार की मौतों पर जवाब मांगते हुए कहा कि अगर प्रदेश में आप की सरकार बनी तो पुलिस हिरासत में हुई मौतों की जांच सीबीआई से कराई जाएगी।
संजय सिंह ने पुलिस हिरासत में हुईं मौतों की जांच सीबीआई से कराने की भी मांग की। संजय सिंह ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कानपुर में पुलिस की पिटाई से जितेंद्र की मौत के अलावा ललितपुर, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, कन्नौज, उन्नाव, मऊ, फिरोजाबाद, सीतापुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, श्रावस्ती और गाजियाबाद की घटनाओं का भी जिक्र किया। कानपुर की घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि कासगंज की घटना समेत अन्य मामलों की भी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
पूर्वांचल एक्स्प्रेस-वे के उद्ïघाटन के मौके पर प्रधानमंत्री की गाड़ी के पीछे मुख्यमंत्री के पैदल चलने से संबंधित वीडियो पर तंज कसते हुए आप सांसद ने कहा कि राजनीतिक तौर पर मुख्यमंत्री से मेरे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वह देश के सबसे बड़े राज्य के मुखिया है। इसलिए उनको ऐसे हाल में देखना मुझे अच्छा नहीं लगा। प्रधानमंत्री ने उन्हें सड़क पर पैदल छोड़ अपने गाड़ी से चल रहे थे। अब चुनाव बाद क्या होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
योगी की ठोको नीति से हर वर्ग परेशान
यूपी प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था पर आरोप लगाते हुए कहा कि योगी राज में न कानून है न ही संविधान। आए दिन पुलिस की पिटाई से मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की पुलिस कासगंज में अल्ताफ, प्रभात मिश्रा, इंद्रकांत त्रिपाठी, मनीष गुप्ता और अरुण की जान ले चुकी है। योगी की ठोंको नीति उत्तर प्रदेश में कानून की धज्जियां उड़ा रही है।
संजय सिंह ने कहा सबका साथ सबका विकास की बात करने वाली योगी सरकार दरअसल सबका विनाश करने में जुटी है। सांसद संजय सिंह ने कहा कि मैं हैरान हूं कि जिस अजय मिश्रा मंत्री की गाड़ी से पांच किसानों को कुचल कर मार दिया गया। आज तक उससे कोई पूछताछ नहीं हुई। मंत्री की गाड़ी का बीमा भी नवीनीकृत नहीं था।
लखनऊ में बदला मौसम, ठंड बढ़ने के आसार
लखनऊ। मौसम बदलने के साथ ही साथ लखनऊ में वायु गुणवत्ता का भी बुरा हाल चल रहा है। आज राजधानी का एंबिएंट वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वॉलिटी इंडेक्स) 237 रहा। यह इंडेक्स मंगलवार के एक्यूआई से 10 अधिक है। मंगलवार को लखनऊ का एक्यूआई 227 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार स्थिति काफी खराब है। बढ़े हुए प्रदूषण के कारण सांस के रोगियों को परेशानी हो सकती है। साथ ही संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आने वाले दो दिनों के मौसम साफ रहेगा।
मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार गुरुवार को मौसम प्रदेश में मुख्यता साफ रहेगा लेकिन मध्य यूपी में लखनऊ और आसपास के जिलों में बादल बने रहेंगे। इसके बाद आने वाले दो दिनों में प्रदेश के उत्तरी हिस्से में मौसम साफ रहेगा। इसके अलावा दक्षिणी हिस्से में झांसी, महोबा, चित्रकूट और मध्य प्रदेश से सटे जिलों में थोड़ी बहुत बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान की बात की जाए तो गुरुवार को शहर का न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री तक रहेगा।