CCTV बंद… वोटचोरी रंगेहाथ, RJD ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
बिहार में स्ट्रांग रूम के बाहर संदिग्ध हलचल ने चुनावी माहौल गरमा दिया है... बताया जा रहा है कि CCTV कैमरे बंद थे... और उसी दौरान एक पिकअप गाड़ी...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया.. लाखों मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.. लेकिन वोटिंग के ठीक दो दिन बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया.. राष्ट्रीय जनता दल ने वैशाली जिले के हाजीपुर स्थित स्ट्रांग रूम पर गंभीर आरोप लगाए हैं.. पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि.. स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी कैमरे बारी-बारी से बंद किए जा रहे हैं.. और आधी रात में एक पिकअप वैन अंदर-बाहर हो रही है.. यह आरोप चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रहा है.. वैशाली की डीएम वर्षा सिंह ने मामले की जांच शुरू कर दी है… और कहा है कि लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होगी..
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव का शुभारंभ 6 नवंबर को हुआ.. चुनाव आयोग ने कुल 243 सीटों पर 2 चरणों में मतदान का ऐलान किया था.. पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग हुई.. जिसमें वैशाली जिले के कई इलाके शामिल थे.. हाजीपुर समेत महुआ, राजापाकर, पाटलिपुत्रा और दानापुर जैसे क्षेत्रों में मतदाताओं की भारी भीड़ देखी गई.. सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चले मतदान में करीब 64 फीसदी वोट पड़े… आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पटना में परिवार के साथ वोट डाला.. जबकि एनडीए के नेता सम्राट चौधरी ने भी उत्साह दिखाया..
मतदान के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में सील कर रखा जाता है.. यह एक सुरक्षित जगह होती है.. जहां वोटों की गोपनीयता बरकरार रहती है.. चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक.. स्ट्रांग रूम में 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी.. पुलिस पहरा और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी जरूरी है.. लेकिन हाजीपुर में जो हुआ.. वह नियमों की अनदेखी का मामला लग रहा है..
आपको बता दें कि 8 नवंबर की सुबह आरजेडी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया.. वीडियो में स्ट्रांग रूम के अंदर की स्थिति कैद है.. यह वीडियो कथित तौर पर स्ट्रांग रूम में तैनात उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों ने ही बनाया है.. वीडियो की शुरुआत एक टीवी स्क्रीन से होती है… जहां अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी फुटेज चल रहे हैं.. लेकिन अचानक ही हाजीपुर और आसपास के क्षेत्रों के कैमरे एक-एक करके बंद हो जाते हैं… स्क्रीन पर ‘नो सिग्नल’ का मैसेज आता है..
वीडियो में एक आवाज सुनाई देती है… जो कह रही है सीसीटीवी बंद हो गया… अब क्या होगा.. इसके बाद रात के करीब 12 बजे का समय दिखाया जाता है.. अंधेरे में स्ट्रांग रूम के गेट पर एक सफेद पिकअप वैन आती है.. गेट खुलता है, वैन अंदर जाती है.. और कुछ मिनट बाद बाहर निकलती है.. कोई स्पष्ट पहचान नहीं दिखाई देती.. लेकिन वैन पर कोई नंबर प्लेट या लोगो नहीं है.. वीडियो की कुल लंबाई करीब 1 मिनट 30 सेकंड है.. आरजेडी ने कैप्शन में लिखा कि हाजीपुर स्थित स्ट्रांग रूम में बारी-बारी से विभिन्न विधानसभाओं का सीसीटीवी बंद कर दिया जाता है.. मध्य रात्रि पिकअप वैन वहां घुसती है और निकलती है.. देश का सबसे बड़ा वोट ठग बिहार में डेरा डाले हुए है.. ताकि असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके.. पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग पर निशाना साधा..
वहीं यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.. कई विपक्षी नेता जैसे कांग्रेस की हरमीत कौर ने इसे रीपोस्ट किया.. माकतूब मीडिया ने भी इसे शेयर करते हुए लिखा कि यह लोकतंत्र पर हमला है… पंजाब केसरी और बिहार तक जैसे चैनलों ने भी अपनी रिपोर्ट में इस वीडियो को दिखाया.. आरजेडी के हाजीपुर प्रत्याशी देव कुमार चौरसिया ने बताया कि उनके प्रतिनिधि स्ट्रांग रूम में 24 घंटे ड्यूटी पर रहते हैं.. और उन्होंने कहा कि हमने खुद देखा कि कैमरे बंद हो रहे थे.. यह वोट चोरी की साजिश है.. हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे.. चौरसिया 2020 के चुनाव में भी आरजेडी से लड़े थे.. और उनका आपराधिक रिकॉर्ड साफ है..
वीडियो वायरल होते ही वैशाली प्रशासन हरकत में आ गया.. रात करीब 1 बजे डीएम वर्षा सिंह, एसपी और अन्य अधिकारी स्ट्रांग रूम पहुंचे… वहां आरजेडी प्रत्याशी, अन्य दलों के प्रतिनिधि और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे.. डीएम ने मौके पर जांच की और सीसीटीवी फुटेज चेक किया.. डीएम वर्षा सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि शुरुआती जांच में कुछ लापरवाही सामने आई है.. संबंधित कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.. आगे से स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी.. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईवीएम स्ट्रांग रूम की सुरक्षा तीन लेयर की है.. पहली परत पुलिस की, दूसरी सीसीटीवी की और तीसरी दलों के प्रतिनिधियों की.. किसी भी तरह की छेड़छाड़ की संभावना न के बराबर है.. हम पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगे.. सिंह 2016 बैच की आईएएस अधिकारी हैं.. और वैशाली में मतदान को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने बाज्जिका बोली में गाना भी गाया था..
प्रशासन ने पुष्टि की कि पिकअप वैन में स्ट्रांग रूम के रखरखाव के लिए सामान लाया गया था.. जैसे पीने का पानी और खाने की चीजें.. लेकिन कैमरे बंद होने का कारण तकनीकी खराबी बताया गया.. एसपी ने कहा कि पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है.. और रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी.. हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक डीएम ने जांच जारी रखने का आश्वासन दिया.. स्ट्रांग रूम चुनाव का सबसे संवेदनशील हिस्सा होता है.. मतदान के बाद ईवीएम को यहां सील किया जाता है.. और काउंटिंग डेट कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती है..
बता दें कि चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार सीसीटीवी निगरानी.. 24×7 रिकॉर्डिंग.. बैकअप के साथ की जाती है.. किसी भी कैमरे के बंद होने पर तुरंत अलर्ट जारी किया जाता है… वहीं सुरक्षा में बाहर पुलिस, अंदर दलों के एजेंट, बीच में बैरियर होता है.. हर दल के 2-3 प्रतिनिधि हमेशा मौजूद रहते हैं.. और हर आने-जाने की लॉग बुक में एंट्री होती है… हाजीपुर स्ट्रांग रूम वैशाली जिले के कई क्षेत्रों के ईवीएम रखता है.. अगर यहां गड़बड़ी साबित हुई.. तो पूरे फेज वन के नतीजों पर असर पड़ सकता है.. लेकिन प्रशासन का कहना है कि ईवीएम सुरक्षित हैं..
आरजेडी ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दिया.. पार्टी ने कहा कि यह ‘वोट चोरी’ की साजिश है.. जिसमें बीजेपी और चुनाव आयोग शामिल हैं.. तेज प्रताप यादव ने कहा कि जनता काम करने वाले उम्मीदवार को चुनेगी.. लेकिन वोट चोरों को बख्शा नहीं जाएगा.. इंस्टाग्राम पर एक रील में आरजेडी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की मिलीभगत से वोटों के साथ छेड़छाड़ हो रही है..
आपको बता दें कि विपक्ष ने इसे ‘जंगल राज’ का उल्टा बताया.. इंडिया टुडे की रिपोर्ट में कहा गया कि पीएम मोदी ने महागठबंधन पर हमला बोला.. लेकिन इस वीडियो पर चुप्पी साधी.. प्रभात खबर ने चार वीडियो शेयर किए, जिनमें घटना की डिटेल दिखाई.. वैशाली के स्थानीय लोगों से बात की तो कई ने चिंता जताई..
वहीं यह पहली बार नहीं है जब बिहार में स्ट्रांग रूम पर सवाल उठे है.. 2020 के चुनाव में भी आरजेडी ने ईवीएम हैकिंग का आरोप लगाया था.. 2015 में एनडीए ने विपक्ष पर धांधली का इल्जाम लगाया.. लेकिन हर बार चुनाव आयोग ने जांच कर क्लीन चिट दी.. विकिपीडिया के अनुसार बिहार चुनाव हमेशा विवादास्पद रहे हैं.. इस बार भी रिपोर्ट आने पर साफ हो जाएगा..



