फिर पकड़ी गई BJP की ‘वोट चोरी’, उत्तराखंड BJP नेता ने बिहार में डाला वोट!
बिहार में वोट चोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है... उत्तराखंड के बीजेपी नेता ने बिहार में मतदान किया है... जबकि उनकी आईडी...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया है… फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उत्तराखंड भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी प्रभात कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.. जुबैर के मुताबिक, कुमार ने 8 नवंबर 2025 को बिहार में वोट डाला.. जबकि उनका वोटर आईडी अभी भी उत्तराखंड के देहरादून में रजिस्टर्ड है.. यह आरोप विपक्ष के नेता राहुल गांधी की उस आशंका को बल देता है.. जो उन्होंने 5 नवंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जताई थी.. गांधी ने कहा था कि बिहार में बड़े पैमाने पर वोट चोरी हो सकती है.. ठीक वैसे ही जैसे हरियाणा चुनाव में हुई..
वहीं यह मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है.. इससे पहले भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा पर भी दिल्ली.. और बिहार दोनों जगह वोट डालने का आरोप लगा.. विपक्षी दल इसे ‘एक व्यक्ति, अनेक वोट’ का खेल बता रहे हैं.. जबकि भाजपा इसे राजनीतिक साजिश करार दे रही है.. चुनाव आयोग ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.. लेकिन यह विवाद बिहार चुनाव के दूसरे चरण से ठीक पहले लोकतंत्र की नींव हिला रहा है..
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत 6 नवंबर को पहले चरण के साथ हुई.. इस चरण में 121 सीटों पर मतदान हुआ… जिसमें 64.69% से अधिक वोटिंग दर्ज की गई.. यह आंकड़ा राज्य के इतिहास में सबसे ऊंचा है.. बेगूसराय जिले में तो 70% से ज्यादा मतदान हुआ.. लेकिन इस रिकॉर्ड वोटिंग के पीछे विपक्ष ‘वोट चोरी’ का साया देख रहा है.. विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग की ‘स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन’ प्रक्रिया के तहत लाखों मतदाताओं के नाम काटे गए.. जो मुख्य रूप से विपक्ष समर्थक थे.. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया.. वहीं, भाजपा इसे पारदर्शी प्रक्रिया बता रही है.. पहले चरण में कई जगह हिंसा की भी शिकायतें आईं.. जैसे उपमुख्यमंत्री के काफिले पर हमला और प्रत्याशियों को धमकी.. लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा बना ‘डबल वोटिंग’..
बिहार चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे.. कुल 243 सीटों पर NDA (भाजपा-नीतीश कुमार) और महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस) के बीच कांटे की टक्कर है.. ऐसे में ये आरोप चुनावी माहौल को और गरमा रहे हैं… आपको बता दें कि 5 नवंबर 2025 को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.. जिसे उन्होंने ‘हाइड्रोजन बम’ खुलासा बताया.. और उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में 25 लाख वोटों की कथित चोरी के प्रमाण पेश किए.. गांधी ने कहा कि हरियाणा में भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से वोट चोरी हुई.. बिहार में भी यही होगा.. उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर सीधा हमला बोला कि वे संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं…
बता दें कि राहुल गांधी ने ब्राजीलियन मॉडल की एक फोटो दिखाई.. जिसमें एक महिला को भारत में वोट डालते हुए दिखाया गया था.. बाद में यह फोटो फर्जी साबित हुई.. लेकिन उनका मुख्य संदेश था कि एक व्यक्ति, एक वोट का सिद्धांत तोड़ा जा रहा है.. भाजपा नेता अन्य राज्यों से आकर बिहार में वोट डाल रहे हैं.. उन्होंने युवाओं, खासकर ‘जनरेशन Z’ से अपील की… इस पैटर्न को पहचानो.. वोट चोरी से बनी सरकार कभी आपके हित में नहीं काम करेगी..
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार चुनाव से एक दिन पहले हुई.. जब पहले चरण का मतदान होने वाला था.. गांधी ने बिहार के जामुई जिले के पीड़ित परिवारों को मंच पर बुलाया.. जिनके नाम SIR में कट गए थे.. विपक्ष का दावा है कि इससे 10 लाख से ज्यादा वोट प्रभावित हुए.. भाजपा ने इसे ‘झूठी अफवाह’ बताया.. लेकिन जुबैर का खुलासा आने के बाद बहस तेज हो गई.. फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट Alt News के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने 7 नवंबर को एक्स पर एक पोस्ट शेयर की.. जिसमें प्रभात कुमार की कई तस्वीरें लगीं.. जुबैर ने लिखा कि मिलिए प्रभात कुमार से.. 8 नवंबर को उन्होंने बिहार में वोट डाला.. लेकिन 23 जनवरी 2025 को देहरादून नगर निगम चुनाव में उत्तराखंड में वोट डाला.. 19 अप्रैल 2024 को लोकसभा चुनाव में भी उत्तराखंड में.. इसी तरह 2022, 2019 और 2018 के चुनावों में भी..
जुबैर ने कुमार का वोटर आईडी भी शेयर किया.. जिसमें पता ‘सनातन धर्म इंटर कॉलेज, रेसकोर्स रोड, देहरादून’ लिखा है.. और उन्होंने बताया कि 2024 चुनाव की तस्वीर के बैकग्राउंड से EPIC नंबर ट्रेस किया.. पिता का नाम भी मैच करता है.. बिहार का EPIC भी मिल गया है.. लेकिन चुनाव आयोग की सफाई के बाद शेयर करेंगे.. यह पोस्ट वायरल हो गई.. जिसमें 9 हजार से ज्यादा लाइक्स और 4 हजार रीपोस्ट हुए…
प्रभात कुमार उत्तराखंड भाजपा के सोशल मीडिया इंचार्ज हैं.. वे मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं.. लेकिन लंबे समय से देहरादून में सक्रिय हैं.. विपक्षी नेता हरीश रावत ने एक्स पर लिखा कि कुमार ने 14 फरवरी 2022 को उत्तराखंड चुनाव में वोट डाला.. जहां उन्होंने ‘देवभूमि की संस्कृति बचाने’ की बात की.. अब बिहार में ‘विकसित बिहार’ के लिए वोट.. भाजपा ने ऐसे लाखों पोर्टेबल वोटर बनाए हैं.. कांग्रेस के यशपाल आर्य ने भी इसे ‘संगठित धांधली’ बताया..
वहीं सत्य हिंदी की एक रिपोर्ट में कहा गया कि जिसका वोटर आईडी देहरादून में है.. वह बिहार कैसे वोट डाल सकता है.. चुनाव आयोग को स्पष्ट करना होगा.. जुबैर का यह खुलासा राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक दो दिन बाद आया.. जिससे विपक्ष को नया हथियार मिल गया.. इससे पहले 6 नवंबर को ही भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा पर आरोप लगा.. सिन्हा ने फरवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में द्वारका से वोट डाला.. फिर 6 नवंबर को बिहार के बेगूसराय से.. उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं..
आरजेडी प्रवक्ता प्रियंका भारती ने एक्स पर लिखा कि सिन्हा RSS सदस्य हैं.. दिल्ली में वोट डाला, फिर बेगूसराय में.. चुनाव आयोग ने लाखों नाम काटे.. लेकिन भाजपाई दो राज्यों में वोटर.. सिन्हा ने सफाई दी कि मैंने दिल्ली चुनाव के बाद वोट बेगूसराय ट्रांसफर करा लिया.. बदनामी की साजिश है.. विपक्ष ने इसे मान लिया.. लेकिन प्रभात कुमार के मामले में भाजपा चुप है.. टीम राइजिंग फाल्कन ने अन्य उदाहरण दिए.. संतोष ओझा (भाजपा) ने फरवरी में दिल्ली और नवंबर में बक्सर में वोट डाला.. नागेंद्र कुमार ने भी दो जगह वोटिंग की.. ये सभी मामला ‘डबल वोटिंग’ का पैटर्न दिखाते हैं..
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस, आरजेडी और AAP ने एकजुट होकर हमला बोला.. AAP नेता ने कहा कि BJP नेता दो राज्यों में वोट डाल रहे… जबकि आम आदमी का नाम कट रहा.. हरीश रावत ने अपील की, “लाखों राहुल गांधी बनो.. वोट चोरी रोकने के लिए.. तेजस्वी यादव ने गुजरात से बिहार आए वोटरों का जिक्र किया.. विपक्ष का दावा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को अन्य राज्यों से लाकर वोटर लिस्ट में डाला जा रहा है.. हरियाणा में 25 लाख, बिहार में 10 लाख वोट प्रभावित हुए.. गांधी ने Gen Z से कहा कि यह आपका भविष्य है, जागो..
भाजपा ने प्रभात कुमार पर आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.. सिन्हा मामले में सफाई दी, लेकिन सामान्यत इसे ‘विपक्ष की हताशा’ बताया.. चुनाव आयोग ने SIR पर सफाई दी कि यह पारदर्शी है.. लेकिन डबल वोटिंग पर चुप्पी साधे हुए हैं.. CEO बिहार ने कहा कि कोई अनियमितता नहीं मिली.. लेकिन विपक्ष सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहा है.. वहीं यह विवाद लोकतंत्र की मजबूती पर सवाल उठाता है.. एक तरफ रिकॉर्ड वोटिंग हुई.. विशेषज्ञ कहते हैं.. SIR से 1.5 करोड़ नाम जुड़े.. लेकिन कटने वालों में अल्पसंख्यक ज्यादा है.. डबल वोटिंग कानूनी अपराध है.. लेकिन साबित करना मुश्किल है.. क्योंकि कोई भी सबूत चुनाव आयोग मामने को तैयार नहीं है..



