चैतर वसावा ने कर दिया बड़ा दावा, हर वार्ड से जुड़ेंगे हजारों लोग, बदलेगा गुजरात

भरूच जिले के अंकलेश्वर में चैतर वसावा ने ‘ज्वाइन गुजरात’ जनसभा में जोरदार हुंकार भरी... कार्यक्रम में भारी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों गुजरात के औद्योगिक शहर अंकलेश्वर में एक बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम हुआ… यह कार्यक्रम आम आदमी पार्टी का ‘गुजरात जोड़ो’ जनसभा था.. इस सभा में पार्टी के विधायक चैतर वसावा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.. सभा में स्थानीय कार्यकर्ता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद थे.. और उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में अंकलेश्वर के हर कोने से हजारों लोग AAP में शामिल होंगे.. यह कार्यक्रम न केवल पार्टी को मजबूत करने का प्रयास था.. बल्कि गुजरात की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ने का संकेत भी दे रहा है..

बता दें कि गुजरात जोड़ो अभियान AAP का एक महत्वाकांक्षी कदम है.. जो राज्य भर में सदस्यता बढ़ाने.. और जनता को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखता है.. यह अभियान दिल्ली की तर्ज पर चल रहा है.. जहां AAP ने शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के वादों से लोगों को आकर्षित किया.. गुजरात में AAP की यात्रा 2022 के विधानसभा चुनाव से तेज हुई.. जब पार्टी ने 5 सीटें जीतीं.. चैतर वसावा उनमें से एक हैं.. जो देदियापाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुने गए.. वहीं गुजरात जोड़ो सभा इसी अभियान का हिस्सा थी.. जो भरूच जिले जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में पार्टी की पकड़ मजबूत करने पर केंद्रित है…

आपको बता दें कि गुरूवार को अंकलेश्वर के एक बड़े मैदान में यह जनसभा शुरू हुई.. मंच पर AAP के झंडे लहरा रहे थे.. और नारे लग रहे थे.. गुजरात जोड़ो, AAP को मजबूत करो.. लगभग 500 से ज्यादा स्थानीय कार्यकर्ता, युवा, महिलाएं और पदाधिकारी इकट्ठा हुए थे.. चैतर वसावा ने मंच से भाषण दिया.. जिसमें उन्होंने कहा कि AAP गुजरात को एक नई दिशा देगी.. हमारा लक्ष्य है कि हर गांव, हर शहर में AAP की आवाज पहुंचे.. अंकलेश्वर जैसे शहर में जहां हजारों मजदूर और उद्योगपति रहते हैं.. वहां हमें मजबूत होना ही चाहिए.. वसावा ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे घर-घर जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ें..

कार्यक्रम में चार फोटो भी साझा की गईं.. जो सभा के उत्साह को दर्शाती हैं.. एक फोटो में वसावा मंच पर भाषण दे रहे हैं.. दूसरी में कार्यकर्ता तालियां बजा रहे हैं.. तीसरी में स्थानीय पदाधिकारी साथ खड़े हैं.. और चौथी में पार्टी के बैनर दिख रहे हैं.. ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.. जिससे अभियान की पहुंच बढ़ रही है.. सभा के अंत में कार्यकर्ताओं ने हलफनामा लिया कि.. वे अगले तीन महीनों में कम से कम 1000 नए सदस्य जोड़ेंगे.. यह आश्वासन न केवल उत्साहजनक था.. बल्कि व्यावहारिक भी लग रहा था.. क्योंकि अंकलेश्वर में AAP के पहले से ही सक्रिय कार्यकर्ता मौजूद हैं..

आपको बता दें कि अंकलेश्वर गुजरात का एक महत्वपूर्ण शहर है.. यह भरूच जिले का हिस्सा है.. जहां नर्मदा नदी के किनारे बसा होने से कृषि और उद्योग दोनों फल-फूल रहे हैं.. यहां GIDC का बड़ा क्षेत्र है.. जहां रासायनिक, फार्मा और पेट्रोकेमिकल उद्योग चलते हैं.. लेकिन साथ ही यहां बेरोजगारी, प्रदूषण और मजदूरों की समस्याएं भी हैं… AAP का यह अभियान इन्हीं मुद्दों पर फोकस कर रहा है… वसावा ने कहा कि हम मजदूरों को सस्ती बिजली, मुफ्त पानी.. और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देंगे, जैसे दिल्ली में दिया..

चैतर वसावा का नाम गुजरात की राजनीति में चर्चा का विषय रहता है.. वे गुजरात विधानसभा के सबसे युवा सदस्य हैं.. मात्र 30 साल की उम्र में 2022 में देदियापाड़ा से AAP के टिकट पर जीते.. देदियापाड़ा भरूच जिले का ही आदिवासी बहुल क्षेत्र है.. जहां वसावा का जन्म हुआ.. वे वसावा समुदाय से हैं.. जो गुजरात के दक्षिणी आदिवासी बेल्ट में प्रभावशाली है..

वसावा की जिंदगी संघर्षों से भरी रही… वे सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में शुरू हुए.. आदिवासी अधिकारों के लिए आवाज उठाई.. 2022 चुनाव में उन्होंने BJP के मजबूत उम्मीदवार को हराया.. जो AAP की गुजरात में पहली बड़ी जीत थी.. लेकिन उनकी जिंदगी विवादों से भी घिरी रही.. जुलाई 2025 में उन पर हत्या के प्रयास का आरोप लगा.. और गिरफ्तारी हुई.. AAP ने इसे राजनीतिक साजिश बताया.. जबकि BJP ने इसे कानून का पालन कहा.. सितंबर 2025 में वे जमानत पर रिहा हुए.. इन विवादों के बावजूद, वसावा आदिवासी युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं.. वे दो शादियों के लिए भी चर्चा में रहे.. लेकिन उन्होंने कहा कि यह उनकी संस्कृति का हिस्सा है..

वहीं सभा में वसावा ने अपने भाषण में इन मुद्दों को छुआ भी नहीं.. बल्कि, उन्होंने सकारात्मक बातें कीं.. AAP आदिवासियों के लिए लड़ेगी, उनकी जमीन बचाएगी.. और शिक्षा देगी.. AAP का ‘गुजरात जोड़ो’ अभियान 2025 की शुरुआत में शुरू हुआ.. यह पार्टी की राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा है… जो 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है.. दिल्ली के बाद गुजरात AAP का दूसरा बड़ा फोकस राज्य है.. 2022 चुनाव में पार्टी को 12% वोट मिले.. जो 2017 के 1% से बहुत ज्यादा था.. अब 20% वोट शेयर का लक्ष्य है…

आपको बता दें कि इस अभियान के तहत राज्य भर में जनसभाएं हो रही हैं… अंकलेश्वर से पहले सूरत, वडोदरा और राजकोट में कार्यक्रम हुए.. AAP के वरिष्ठ नेता गोपाल राय और दुर्गेश पाठक गुजरात दौरे पर आए… जहां उन्होंने संगठन मजबूत करने पर जोर दिया.. जुड़ो AAP से, जोड़ो गुजरात को… अभियान का मुख्य नारा है.. इसमें सदस्यता फॉर्म भरना, छोटी सभाएं और सोशल मीडिया कैंपेन शामिल हैं..

गुजरात की राजनीति में AAP का आगमन BJP के एकाधिकार को चुनौती दे रहा है.. BJP ने 182 में से 156 सीटें 2022 में जीतीं.. लेकिन AAP ने आदिवासी और शहरी क्षेत्रों में सेंध लगाई.. भरूच लोकसभा क्षेत्र में वसावा परिवार का दबदबा है.. 2024 लोकसभा चुनाव में तीन वसावा उम्मीदवार मैदान में थे.. यह क्षेत्र नर्मदा बांध से जुड़ा है.. जहां विकास और विस्थापन के मुद्दे गर्म हैं.. AAP इन्हें उठाकर वोट बटोर रही है..

बता दें कि सभा के बाद स्थानीय कार्यकर्ताओं से बात की गई.. एक युवा कार्यकर्ता ने कहा कि अंकलेश्वर में उद्योगों के कारण लोग थक चुके हैं.. प्रदूषण से बीमारियां बढ़ रही हैं.. AAP का वादा है मुफ्त इलाज का.. जो हमें पसंद है.. हम 500 नए सदस्य तो अभी जोड़ देंगे.. एक महिला पदाधिकारी ने बताया कि महिलाओं के लिए सेफ्टी और शिक्षा पर AAP का फोकस अच्छा है.. हम गांव-गांव जाऊंगी..

AAP का लक्ष्य है गुजरात में 10 लाख नए सदस्य जोड़े जाए.. यह अभियान न केवल संख्या बढ़ाएगा.. बल्कि पार्टी को जमीनी मुद्दों से जोड़ेगा.. भरूच जैसे जिले में जहां आर्थिक असमानता है, AAP की नीतियां आकर्षक लग रही हैं.. AAP का गुजरात में प्रवेश 2012 से हुआ.. लेकिन 2022 चुनाव ने इसे मजबूत बनाया.. पार्टी ने मणिश सिसोदिया और संजय सिंह जैसे नेताओं को भेजा.. अब चैतर जैसे स्थानीय चेहरे आगे हैं.. लेकिन विवाद भी रहे.. जैसे वसावा की गिरफ्तारी को AAP ने BJP की साजिश कहा.. और अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया..

 

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