राहुल व योगी के बयान पर पूरे देश में घमासान
- नेता प्रतिपक्ष का दावा- ईडी मारने वाली है छापा
- यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने कहा था नौकरी करने नहीं आया हूं
- विपक्ष ने एनडीए सरकार व पीएम मोदी को घेरा
- सपा ने भाजपा व सीएम पर किया करारा हमला
- बीजेपी बोली- झूठ बोल रहे कांग्रेस नेता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल व योगी के बयानों को लेकर पूरे देश में सियासी घमासान मचा हुआ। पहला बयान दिल्ली से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का आया जिसमें उन्होंने कहा है मोदी सरकार उनके यहां ईडी की छापेमारी करवाना चाह रही है। कांग्र्रेस नेता ने दावा किया कि संसद में उनके द्वारा चक्रव्यूह वाले बयान के बाद ईडी ऐसी योजना बना रही है।
उनके बयान के बाद इंडिया गठबंधन के सहयोगियों ने एनडीए सरकार को घेरना शुरू कर दिया वही बीजेपी ने भी बिना देर लगाए उन पर झूठ फैलाने का आरोप लगा दिया। उधर दूसरा बयान यूपी के सीएम योगी का है जो उन्होंने विधानसभा में सत्र के दौरान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वह यहां नौकरी करने नहीं आए है उन्हें अपने मठ में इससे ज्यादा प्रतिष्ठïा मिलती है। उनके इस बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन पर तंज कसा है।
बाहें फैलाकर ईडी का इंतजार कर रहा हूं : राहुल
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह बाहें फैलाकर इंतजार कर रहे थे, जब ईडी के सूत्रों ने उन्हें बताया कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा, जाहिर है कि दो में से एक को मेरा चक्रव्यूह वाला बयान पसंद नहीं आया होगा। उन्होंने कहा मेरी तरफ से चाय और बिस्किट। राहुल गांधी ने कमल के चिह्न को प्रदर्शित करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की और दावा किया कि 21 वीं सदी का नया चक्रव्यूह रचा गया है। उन्होंने आगे कहा, कुरुक्षेत्र में हजारों साल पहले छह लोगों ने अभिमन्यु को चंक्रव्यूह में फंसाकर मार डाला था। मैंने थोड़ा रिसर्च किया और पाया कि चक्रव्यूह को पद्मव्यूह से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है कमल का निर्माण।
सरकार ने घुटने टेक दिए हैं : प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिल रही है कि ईडी अधिकारी उनके आवास पर छापेमारी कर सकते हैं। शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने आगे कहा, जब सरकार डर जाती है तो वह ईडी और सीबीआई को आगे कर देती है। हम लगातार इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि यह सरकार ईडी, सीबीआई और आयकर के माध्यम से कैसे अपना एजेंडा चलाती है। इसी तरह से महुआ मोइत्रा, संजय राउत, संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल के साथ किया है। ये चुनिंदा कार्रवाई दिखाती है कि इन एजेंसियों ने सरकार के सामने कैसे घुटने टेक दिए हैं।
राहुल गांधी पर हो सकता है हमला, विदेश में रची जा रही साजिश : संजय राउत
राहुल गांधी को लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद पर पर हमला हो सकता है। उनके खिलाफ विदेशी धरती पर साजिश हो रही है। कांग्रेस सांसद की तारीफ करते हुए संजय राउत ने कहा कि राहुल ने लोकसभा में अपने भाषणों से भाजपा नेताओं की नींद हराम कर रखी है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता राहुल गांधी के खिलाफ साजिश रच रहे हैं और कुछ भी हो सकता है। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा,राहुल गांधी देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इससे भाजपा नेता बेचैन हो गए हैं। राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं की रातों की नींद हराम कर दी है और यही कारण है कि वे विदेशी धरती से उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
राहुल गांधी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता : राम गोपाल
समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान-मैं ईडी का खुले हाथों से इंतजार करूंगा क्योंकि मेरे खिलाफ श्वष्ठ की छापेमारी की योजना बनाई जा रही है पर कहा , उन्होंने कहा है तो वह सही ही कह रहे होंगे। जनता जिसके साथ होती है उसका कोई कुछ नहीं कर सकता। राहुल गांधी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
किसी का गुस्सा किसी और पर उतर रहा : अखिलेश
पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा में दिए एक बयान को लेकर राज्य की सियासत नई बहस शुरू हो गई है। गुरुवार को विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन सीएम योगी ने प्रतिष्ठा और नौकरी वाला जो बयान दिया था, उसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिना किसी का नाम लिए बड़े संकेत दिए हैं। कन्नौज सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि दिल्ली का गुस्सा लखनऊ में क्यों उतार रहे हैं? सवाल ये है कि इनकी प्रतिष्ठा को ठेस किसने पहुंचाई? कह रहे हैं सामने वालों से पर बता रहे हैं पीछे वालों को, कोई है पीछे?।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान को दिल्ली के प्रति गुस्सा बता दिया और पूछा कि इनकी प्रतिष्ठा को किसने ठेस पहुंचाई है. उन्होंने इशारा किया कि सीएम योगी यहां विपक्षी दलों को नहीं बल्कि किसी और को लेकर ये बयान दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की ओर इशारा किया। दरअसल, सीएम ने गुरुवार को सदन में सपा सदस्यों से मुखातिब होते हुए कहा आपको बुलडोजर से डर लगता है लेकिन यह निर्दोष के लिए नहीं है बल्कि उन अपराधियों के लिए है जो प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं, प्रदेश के व्यापारियों और बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम करते हैं। सीएम सख्त लहजे में कहा- मैं यहां नौकरी करने के लिये नहीं आया हूं, मेरा दायित्व बनता है कि अगर कोई गड़बड़ी करेगा तो वह भुगतेगा भी। यह हमारी सामान्य लड़ाई नहीं है, यह प्रतिष्ठा की लड़ाई भी नहीं है, मुझे प्रतिष्ठा प्राप्त करनी होती तो उससे ज्यादा प्रतिष्ठा मुझे अपने मठ में मिल जाती है।
भाजपा के कुछ लोगों के व्यक्तिगत फायदे के लिए लाया जा रहा है नजूल विधेयक : सपा
दूसरी तरफ इस विधेयक के पारित नहीं हो पाने पर राजनीति भी शुरू हो गयी है। समाजवादी पार्टी के एक्स अकाउंट से ट्वीट किया गया है कि सुना है मुख्यमंत्री योगी ये बिल अपने निजी फायदे के लिए ला रहे थे, इस बिल का जनहित या भाजपा हित से कोई वास्ता नहीं था, गोरखपुर में बेशकीमती जमीनों पर सीएम की नजर है जो जमीनें नजूल के अंतर्गत आ रही थीं। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से योगी जी ने सोचा कि सत्ता का फायदा उठाकर उन जमीनों में खेल कर लिया जाए इसीलिए ये बिल लाया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी के इस दु:स्वप्न पर भाजपा संगठन ने पानी फेर दिया है। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि नज़ूल ज़मीन विधेयक दरअसल भाजपा के कुछ लोगों के व्यक्तिगत फ़ायदे के लिए लाया जा रहा है जो अपने आसपास की ज़मीन को हड़पना चाहते हैं।